राजस्थान के पर्यावरण मंत्री राजकुमार रिणवा ने सेना के ख़िलाफ़ बयान देने वाले नेताओं को लेकर यह टिप्पणी की है.
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मंत्री राजकुमार रिणवा कहते हैं कि संविधान में ऐसा कानून होना चाहिए कि जो भी सेना के ख़िलाफ़ बयान दे उसके टुकड़े-टुकड़े कर देने चाहिए.
उनका कहना है कि देश की रक्षा कर रहे सेना के जवानों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
रिणवा सीकर ज़िला के लिंडा गांव में शहीद केशर देव की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया.
राजकुमार रिणवा राजस्थान के चुरु ज़िले के रतनगढ़ से विधायक हैं. यहां से वे लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं. 2014 में लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद उन्हें मंत्री बनाया गया था.
एएनआई की ओर से जारी एक वीडियो में राजकुमार कहते नजर आ रहे हैं, ‘आज जो कमीने नेता लोग हैं… जो हमारे राष्ट्र की रक्षा करने वालों पर स्टेटमेंट देते हैं… बयान देते हैं… इस संविधान में ऐसे नियम बनाए जाने चाहिए कि उनकी बोटी-बोटी काट दें, जीभ सहित.’
#WATCH: Rajasthan Minister Rajkumar Rinwa says "there should a law to chop those politicians who make statement on Army. (July 9) pic.twitter.com/0E5NZC6b9X
— ANI (@ANI) July 10, 2017
रिणवा आगे कहते हैं, ‘इस तरह के कमीने हैं वो… वो (सेना) 50-50 डिग्री टेम्परेचर पर काम कर रहे हैं… ज़ीरो डिग्री टेम्परेचर के अंदर में देश की रक्षा कर रहे हैं, उनके प्रति जो स्टेटमेंट देते हैं… उनका गुप्तांग काट देना अच्छी बात है क्या… कितने बड़े दुर्भाग्य की बात है कि वे (नेता) जिंदा छोड़ दिए जाते हैं… संविधान में ऐसा कानून बनाना चाहिए कि इस तरह के नेता जो स्टेटमेंट दें तो पांच मिनट के अंदर उन्हें खत्म कर दिया जाए, केस भी नहीं चले उन पर.’
रिणवा का यह बयान ऐसे समय आया है जब समाजवादी पार्टी के नेता आज़म ख़ान पर सेना के ख़िलाफ़ बयान देने को लेकर हाल ही में राजद्रोह का मुक़दमा दर्ज किया गया है.
बीते दिनों मीडिया में आज़म ख़ान का वीडियो प्रसारित हुआ है जिसमें वो कहते दिख रहे हैं, ‘उन्हें न हाथ से शिकायत थी, न पैर से शिकायत थी जिस अंग से शिकायत थी उस अंग को काटा. महिला दहशतगर्द फ़ौज के प्राइवेट पार्ट काटकर ले गईं. उन्हें जिस्म के जिस हिस्से से शिकायत थी उसे काटकर ले गईं. इससे पूरे हिन्दुस्तान को शर्मिंदा महसूस करना चाहिए.’
इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश में बिजनौर में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रांत मंत्री अनिल पांडे ने आज़म ख़ान के ख़िलाफ एफआईआर दर्ज़ कराई थी.