अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला मुस्लिमों और कश्मीरियों पर धब्बा: महबूबा मुफ़्ती

अलगाववादी नेताओं ने भी इस आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना कश्मीरी संस्कार के ख़िलाफ़ है.

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अलगाववादी नेताओं ने भी इस आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना कश्मीरी संस्कार के ख़िलाफ़ है.

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जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती. (फोटो: पीटीआई)

अमरनाथ यात्रियों पर अनंतनाग में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि यह आतंकी हमला सभी मुस्लिमों और कश्मीरियों पर धब्बा है.

अनंतनाग में एक अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंची मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आतंकी घटना की वजह से हर कश्मीरी का सिर शर्म से झुक गया है. उन्होंने कहा, ‘हर साल देशभर से तीर्थयात्री तमाम मुश्किलों के बावजूद कश्मीर आते हैं. इस आतंकी हमले में सात लोगों की मौत हो गई. मेरे पास इसकी निंदा करने के लिए कोई शब्द नहीं है.’

मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई है कि सुरक्षा बल और जम्मू कश्मीर पुलिस साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हम अपराधियों को सज़ा दिलाने तक चुप नहीं बैठेंगे.

महबूबा मुफ़्ती ने इस हमले को देखते हुए कैबिनेट मीटिंग बुलाई है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी एक बैठक बुलाई है.

वहीं अलगाववादी नेताओं ने भी इस आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना कश्मीरी संस्कार के ख़िलाफ़ है. एक संयुक्त बयान में हुर्रियत के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ और यासिन मलिक ने सात अमरनाथ यात्रियों के मारे जाने पर शोक प्रकट किया.

उन्होंने कहा कि घटना कश्मीरी परंपरा के बिल्कुल विपरीत है. अमरनाथ यात्रा सदियों से शांतिपूर्ण तरीके से चलती रही है और यह वार्षिक गति का हिस्सा है और रहेगा. उन्होंने कहा शोकसंतप्त परिवारों के लिए हम बहुत दुखी हैं और हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं.

बता दें कि सोमवार रात तकरीबन आठ बजे दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के बटेंगू में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रियों से भरी एक बस पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और 32 लोग घायल हो गए.

पुलिस की एक बख़्तरबंद गाड़ी पर हुए आंतकी हमले के दौरान आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी जिसकी चपेट में अमरनाथ यात्रियों की बस आ गई.

बस में सवार लोग गुजरात के थे और मृतकों में छह महिलाएं शामिल हैं.

पुलिस और शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा कि गुजरात की इस बस के चालक ने तीर्थयात्रा के नियमों का उल्लंघन किया था. नियमों के अनुसार, रात सात बजे के बाद किसी यात्रा वाहन को राजमार्ग पर चलने की अनुमति नहीं होती है क्योंकि इसके बाद सुरक्षा कवर हटा लिया जाता है.

इतना ही नहीं पुलिस ने बताया कि यह बस उस यात्रा काफिले का हिस्सा भी नहीं थी जिसे पुख़्ता सुरक्षा प्रदान की जा रही है.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में आईजी कश्मीर मुनीर ख़ान ने कहा है कि हमला लश्कर-ए-तोएबा की ओर से किया गया. इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान का आतंकवादी इस्माइल है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)