केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर आतंकवादी हमले की राज्य की जनता ने कड़ी निंदा करके कश्मीरियत की भावना को बरकरार रखा है.
ट्विटर पर गाली गलौज करने वाली जनता देश के प्रधानमंत्री या गृहमंत्री को भी बख्श रही है. सोशल मीडिया पर गाली देने वाले असामाजिक तत्वों ने राजनाथ सिंह को लेकर अभद्र टिप्पणियां कीं, जब उन्होंने अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले की निंदा करने के लिए कश्मीरियत की सराहना की.
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर आतंकवादी हमले की राज्य की जनता ने एक स्वर से कड़ी निंदा कर कश्मीरियत का परिचय दिया है.
सिंह ने तीर्थयात्रियों पर किए गए आतंकी हमले को कायराना हरकत करार देते हुए कहा कि कश्मीर के लोगों ने इस हमले को नकार कर कश्मीरियत की भावना को बरकरार रखा है. आतंक की यह कायरतापूर्ण हरकत है जिसके ख़िलाफ़ पूरा देश एकजुट होकर खड़ा हो गया है.
The people of Kashmir have strongly condemned the terror attack on Amarnath yatris. It shows the spirit of Kashmiriyat is very much alive.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 11, 2017
उन्होंने कहा कि अमरनाथ तीर्थयात्रियों की मौत का मुझे दुख है लेकिन कश्मीर में समाज के सभी वर्गों ने इस हमले की एकस्वर से निंदा कर कश्मीरियत को जिंदा रखा और कश्मीरियों के इस रुख को मैं सलाम करता हूं.
कश्मीर घाटी के अनंतनाग जिले में कल अमरनाथ तीर्थयात्रियों की बस पर किए गए आतंकवादी हमले में छह महिलाओं सहित सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई जबकि 19 अन्य घायल हुए हैं. हमले के बाद गृह मंत्रालय द्वारा सिंह की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में जम्मू कश्मीर में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की गई.
राजनाथ सिंह ने एक ट्वीट में भी यही बात कही, ‘कश्मीर की जनता ने अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. यह दिखाता है कि कश्मीरियत की भावना जिंदा है.’
इस ट्वीट के जवाब में तमाम लोगों ने उन्हें ट्रोल किया. किसी ने उनपर कायर होने का आरोप लगाया, किसी ने जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगाया, किसी ने उन्हें निंदानाथ कहा, किसी ने हर बात पर कड़ी निंदा करने के लिए उनका मजाक उड़ाया तो किसी ने उन्हें कुर्सी छोड़ देने की सलाह दी. कई अभद्र टिप्पणियां भी देखने को मिलीं. कुछ ट्विटर यूजर्स ने तो राजनाथ सिंह को जमकर कोसा.
एक महिला के ट्वीट का राजनाथ ने जवाब भी दिया, जिसमें उन्होंने कि देश के हर हिस्से में शांति सुनिश्चित करना हमारा काम है, हम यह जरूर करेंगे. सभी कश्मीरी आतंकवादी नहीं हैं.