केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि एम्स के 25 वर्षीय जूनियर रेज़िडेंट डॉक्टर अनुराग कुमार पिछले कुछ समय से अवसाद में चल रहे थे. इससे पहले कोरोना संक्रमित पत्रकार तरुण सिसोदिया ने एम्स ट्रॉमा सेंटर की चौथी मंज़िल से कथित तौर पर कूदकर जान दे दी थी.
नई दिल्लीः दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के एक 25 वर्षीय जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर ने एक छात्रावास की दसवीं मंजिल से कथित तौर पर छलांग लगा दी, जिससे उनकी मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी.
पुलिस ने कहा कि मृतक की पहचान अनुराग कुमार के रूप में की गई है और वह मनोविज्ञान विभाग में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर थे.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अनुराग डॉक्टर छात्रावास में रहते थे और कथित तौर पर शुक्रवार शाम पांच बजे वह छात्रावास की दसवीं मंजिल से कूद गए.
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, ‘उन्हें एम्स कैजुअल्टी ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने अनुराग कुमार की मौत पर आश्चर्य जताया और कहा कि वे बहुत व्यथित हैं.
Shocked & distressed to hear of the painful death of young & most brilliant Dr Anurag Kumar, Junior Resident at AIIMS Delhi
He was under treatment for severe depression for sometime now & took away his own life.
My heart bleeds for his family. Condolences to them & his colleagues— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) July 10, 2020
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘एम्स दिल्ली के युवा और प्रतिभाशाली जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. अनुराग कुमार की दर्दनाक मौत को सुनकर हैरान और व्यथित हूं. पिछले कुछ समय से उनका अवसाद का इलाज चल रहे थे और उन्होंने अपनी जान ले ली. मैं उनके परिवार के लिए बेहद दुखी हूं. उनके परिवार और सहयोगियों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं.’
बता दें कि पिछले सप्ताह एम्स में ही कोरोना संक्रमित एक 37 वर्षीय पत्रकार तरुण सिसोदिया ने एम्स की चौथी मंजिल से कथित तौर पर कूदकर आत्महत्या कर ली थी.
सिसोदिया की मौत को लेकर एम्स प्रशासन पर सवाल उठे थे, जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया था. शुक्रवार को इस समिति ने अपनी रिपोर्ट उन्हें सौंप दी.
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार को कहा था, ‘समिति को सिसोदिया की मौत के संबंध में किसी गलत नीयत का पता नहीं चला है. समिति को कोविड-19 के इलाज के प्रोटोकॉल में किसी प्रकार की खामी भी नहीं मिली है.’
एक ट्वीट में उन्होंने कहा है, ‘विशेषज्ञों की एक समिति का गठन कर एम्स और जय प्रकाश नारायण ट्रॉमा सेंटर में प्रशासकीय बदलाव की सलाह देने का निर्देश दिया गया है. समिति को 27 जुलाई को इस संबंध में सिफारिशों की रिपोर्ट मुझे सौंपनी होगी.’
हालांकि इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने एम्स के ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक को बदलने का आदेश दे दिया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)