राजस्थान: सियासी संकट के बीच गहलोत के क़रीबियों पर आयकर और ईडी के छापे

राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के दौरान पार्टी की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की. वहीं ईडी ने एक ऐसे कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी जिस पर भाजपा मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत के लिए मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप लगा चुकी है.

अशोक गहलोत. (फोटो: पीटीआई)

राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के दौरान पार्टी की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की. वहीं ईडी ने एक ऐसे कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी जिस पर भाजपा मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत के लिए मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप लगा चुकी है.

अशोक गहलोत. (फोटो: पीटीआई)
अशोक गहलोत. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली/जयपुर: राजस्थान में उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बागी होने के बाद जारी राजनीतिक संकट के बीच सोमवार को आयकर विभाग ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दो करीबियों के घर और दफ्तरों पर छापेमारी की.

एनडीटीवी के अनुसार, देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य में सत्ताधारी पार्टी द्वारा अपनी सरकार को किसी तरह का खतरा होने से इनकार के बाद कांग्रेस की राजस्थान इकाई के उपाध्यक्ष राजीव अरोड़ा और धर्मेंद्र राठौड़ के घर और दफ्तरों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की.

आयकर विभाग के अधिकारियों ने एनडीटीवी को बताया, ‘कर चोरी के आरोपों में दोनों नेताओं के जयपुर और कोटा स्थित पांच जगहों पर छापेमारी की गई.’

अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि दिल्ली, जयपुर, मुंबई और कोटा में तड़के छापा मारा गया. उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 80 आयकर अधिकारियों ने छापा मारा.

उन्होंने बताया कि विभाग ने यह कार्रवाई बड़ी नकदी के लेन-देन से जुड़ी जानकारी मिलने और इस लेन-देन में इस समूह का कथित संबंध होने के कारण की.

आयकर विभाग की छापेमारी के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, ‘आखिर बीजेपी के वकील मैदान में आ ही गए. इनकम टैक्स विभाग ने जयपुर में रेड शुरू कर दी. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कब आएगी?’

उन्होंने कहा, ‘आईटी, ईडी, सीबीआई भाजपा के अलग-अलग विभाग हैं और उनकी छापेमारी राजस्थान सरकार नहीं गिरा सकती.’

राजस्थान सरकार के चीफ व्हिप महेश जोशी ने कहा, ‘छापे धमकी देने के उद्देश्य से किए गए हैं और हम इससे विचलित होने या डरने वाले नहीं हैं. पूरा देश इसे देख रहा है.’

वहीं, राजस्थान के सहकारिता मंत्री उदयलाल अंजना ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे नेता छापे के लिए जिम्मेदार हैं.

सुरजेवाला के ट्वीट के कुछ ही मिनटों बाद ईडी द्वारा भी राज्य में कई जगहों पर छापेमारी की खबर सामने आई.

न्यूज 18 के अनुसार, ईडी ने राजस्थान में जयपुर के एक पांच सितारा होटल सहित कई जगहों पर छापेमारी की. इस पांच सितारा होटल के मुख्य निवेशक रतनकांत शर्मा पर पहले भाजपा ने आरोप लगाया था कि वे गहलोत के बेटे वैभव के लिए मनी लॉन्ड्रिंग करते हैं.

सूत्रों के अनुसार, ईडी ने यह छापेमारी उस जानकारी के मिलने के बाद शुरू की, जिसमें उसे पता चला कि विदेशी प्रबंधन अधिनियम, 1999 के नियमों का उल्लंघन करते हुए मॉरीशस के रास्ते से काला धन लाया गया है.

बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग में वैभव गहलोत की कथित भूमिका को लेकर जांच की मांग करने वाली पहली शिकायत ईडी में 2015 में दर्ज की गई थी.

शिकायत में मॉरीशस स्थित एक फर्म शिवनार होल्डिंग लिमिटेड और एक स्थानीय कंपनी ट्रिटिक होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के बीच अवैध लेन-देन का आरोप लगाया गया था, जिसमें वैभव गहलोत एक कानूनी सलाहकार थे.

बता दें कि छापेमारी की ये घटनाएं सोमवार सुबह तब सामने आईं जब राजस्थान की कांग्रेस सरकार के संकट को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक चल रही है.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इस बैठक में 96 कांग्रेस विधायक मौजूद हैं.

मौजूदा संकट के समाधान के दिल्ली से जयपुर पहुंचे कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और अजय माकन बैठक में मौजूद हैं.

बैठक शुरू होने से पहले सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सभी विधायकों से बैठक में शामिल होने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी मतभेद सुलझाए जा सकते हैं.

उन्होंने पायलट को बातचीत का न्योता देते हुए कहा कि पार्टी के दरवाजे पायलट और अन्य सभी के लिए खुले हैं, उन्हें आकर पार्टी के मंच पर अपनी बात रखनी चाहिए.

इससे पहले पायलट ने रविवार रात दावा किया कि अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है और 30 से अधिक कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायकों ने उन्हें समर्थन देने का वादा किया है.

राजस्थान में कांग्रेस ने रविवार देर रात 2:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उन्होंने बताया था कि 109 विधायक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को समर्थन की चिट्ठी दे चुके हैं और कुछ विधायक अभी भी संपर्क में हैं.

बता दें कि राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 और भाजपा के पास 72 विधायक हैं. राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)