आईआईटी रूड़की में हुई एक अन्य घटना में दो नाइज़ीरियाई छात्रों पर हुए हमले के संबंध में संस्थान के निदेशक और उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी समेत आठ व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.
वाराणसी: नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या पर दिए बयान को लेकर वाराणसी में हिंदूवादी संगठन द्वारा नेपाली युवक का सिर मुंडवाने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि अरुण पाठक नाम के व्यक्ति ने एक कथित नेपाली व्यक्ति का सिर मुंडवाने और आपत्तिजनक नारेबाजी का वीडियो अपने फेसबुक एकाउंट से वायरल किया था. इसमें नेपाल के संबंध में आपत्तिजनक तथ्य पेश किए गए.
इस संबंध में भेलूपुर थाना प्रभारी ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करते हुए संतोष पांडेय, आशीष मिश्रा, राजू यादव और अमित दुबे को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के मुख्य आरोपी अरुण पाठक को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम दबिश दे रही है.
गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अयोध्या को लेकर दिए बयान को लेकर वाराणसी में एक हिंदूवादी संगठन ने गंगा किनारे एक नेपाली युवक का मुंडन करके उसके सिर पर जय श्री राम लिखवा दिया था.
इतना ही नहीं, इसके बाद युवक का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया गया. इस दौरान नेपाली युवक से ओली के खिलाफ नारे भी लगवाए गए थे.
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जबकि मुख्य आरोपी अब भी फरार है.
बता दें कि बीते सोमवार को ओली ने दावा किया था कि ‘वास्तविक’ अयोध्या नेपाल में है, भारत में नहीं और भगवान राम का जन्म दक्षिणी नेपाल के थोरी में हुआ था.
काठमांडू में प्रधानमंत्री आवास में नेपाली कवि भानुभक्त की जयंती के अवसर पर ओली ने कहा कि नेपाल ‘सांस्कृतिक अतिक्रमण का शिकार हुआ है और इसके इतिहास से छेड़छाड़ की गई है.’
ओली जोर देकर कहा कि फैजाबाद में स्थित अयोध्या भारत द्वारा बाद में बनाया गया और वह राम का वास्तविक प्राचीन साम्राज्य नहीं है.
हालांकि इसके बाद नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस पर सफाई दी थी और कहा था कि प्रधानमंत्री ओली की टिप्पणी किसी भी तरह से राजनीतिक नहीं है और किसी की भावनाओं को आहत करने का कोई मकसद नहीं था.
नाइजीरियाई छात्रों पर हमले के मामले में आठ लोग हिरासत में
हरिद्वार: आईआईटी रूड़की परिसर में हाल में दो नाइजीरियाई छात्रों पर हुए कथित हमले के संबंध में संस्थान के निदेशक और उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी समेत आठ व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.
मंगलौर के पुलिस सर्किल आफिसर अभय सिंह ने शुक्रवार को यहां बताया कि आरआईटी के निदेशक पराग जैन, उसके उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीकांत तथा छह सुरक्षा गार्डों, योगेश, सोनू, आशीष, ललित और मुनेंद्र चौहान को बुधवार को हुई घटना के संबंध में हिरासत में लिया गया है.
उन्होंने बताया कि उनसे पूछताछ की जा रही है. सिंह ने बताया कि कैंपस से बाहर जाने से रोके जाने पर अफ्रीकी छात्रों की सुरक्षा गार्डों से बहस हो गयी थी जिसके बाद कथित तौर पर उन पर हमला किया गया.
आरआइटी छात्रावास में रह रहे ये छात्र अपने शुल्कों का भुगतान नहीं कर रहे थे और प्रबंधन ने उन पर इसके लिए दबाव बनाने हेतु उनके आवागमन को नियंत्रित करने का फैसला लिया था.
हमले में घायल हुए दोनों छात्रों को एक निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)