मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक ने बताया कि यह देखा गया है कि अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों से कोरोना वायरस फैलने का डर है, इसलिए यह फैसला किया गया. उन्होंने कहा कि सावन का महीना होने के कारण राज्य के बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आ रहे हैं.
उज्जैन: मध्य प्रदेश में उज्जैन शहर स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर की प्रबंध समिति ने कोरोना वायरस के फैलने के डर से अन्य राज्यों के श्रद्धालुओं को सोमवार से मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया है.
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 175 किलोमीटर दूर धार्मिक नगरी उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है. यहां हर साल देश विदेश से लाखों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं.
मंदिर के प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बीते शनिवार को कहा कि यह देखा गया है कि अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों से कोरोना वायरस फैलने का डर है. प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बाद सोमवार से अन्य राज्यों से आने वाले भक्तों के मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया गया है.
उन्होने कहा कि सावन का महीना होने के कारण राज्य के बाहर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आ रहे हैं. सावन में शिव भक्त पूरे माह उनकी पूजा करते हैं.
रावत ने बताया कि इन दिनों ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से प्रतिदिन 8,000 लोगों को मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है.
उन्होंने भक्तों से सोशल मीडिया के ऑनलाइन प्लेटफार्म तथा मंदिर की वेबसाइट के जरिये महाकालेश्वर की प्रार्थना तथा दर्शन करने का आग्रह किया.
उज्जैन में शुक्रवार शाम तक कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 942 हो गई है. मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के 21,763 मामले हो गए हैं और अब तक 706 लोगों की मौत हो चुकी है.
दूसरी ओर, आंध्र प्रदेश स्थित देश के प्रसिद्ध तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर के पुजारियों सहित 150 से अधिक कर्मचारी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, लेकिन मंदिर बोर्ड का कहना है कि श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करना जारी रख सकते हैं.
मंदिर प्रशासन का कहना है कि मंदिर के 14 पुजारियों सहित 140 कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के अध्यक्ष वाईवी सुब्बारेड्डी का कहना है, ‘मंदिर में सार्वजनिक दर्शन को रोकने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के कोरोना संक्रमित होने के कोई सबूत नहीं हैं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)