अलगाववादी नेता ने कहा, इस्लाम कहता है कि कोई भी व्यक्ति किसी निर्दोष की हत्या करता है तो वो पूरी मानवता की हत्या करता है और अगर कोई एक भी व्यक्ति की जान बचाता है तो वो पूरी मानवता को बचाता है.
अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए बुधवार को अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी ने कहा कि ख़ुदा इन मासूमों के हत्यारों को कभी माफ़ नहीं करेगा.
हिन्दुतान टाइम्स की ख़बर के अनुसार, अलगाववादी संगठन तहरीक-ए-हुर्रियत के प्रमुख गिलानी ने घटना की जांच की मांग की है. क़ुरान की आयतों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कहा, ‘इस्लाम कहता है कि कोई भी व्यक्ति अगर किसी भी निर्दोष या मासूम की हत्या करता है, तो वो पूरी मानवता की हत्या करता है और अगर कोई एक भी व्यक्ति की जान बचाता है तो वो पूरी मानवता को बचाता है.’
गिलानी ने कहा है कि यात्री हमारे मेहमान थे और हमारी दुश्मनी न तो भारत से है और न ही उनके मज़हब से है. उन्होंने यात्रियों की सेवा और ब्लड डोनेशन कैंप लगाने के लिए कश्मीर के युवकों की तारीफ की है.
गिलानी आगे कहते हैं, ‘कश्मीर के लोगों ने हमेशा यह साबित किया है कि वे किसी कट्टरतावादी सिद्धांत का पालन नहीं कर रहे हैं और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए उनका सम्मान हमेशा प्रेरणा का स्रोत बना रहा है.’
उधर, पुलिस ने यह बात कही है कि आतंकी बस पर नहीं बल्कि सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर रहे थे. पुलिस ने घटना को लेकर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) को ज़िम्मेदार ठहराया है, लेकिन एलइटी के प्रवक्ता अब्दुल्ला गज़नवी ने पुलिस के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि ये घटना निंदनीय है और इस घटना के लिए भारतीय सुरक्षा एजेंसी ज़िम्मेदार है.
यात्रियों पर हुए हमले के विरोध में जम्मू कश्मीर के व्यापारियों ने भी मंगलवार को प्रदर्शन किया. साथ ही उन्होंने इस हमले को कश्मीर की संस्कृति पर हमला बताया है.