कोरोना वायरस के कारण इस साल की अमरनाथ यात्रा रद्द

पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को ख़त्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले के कुछ ही दिन पहले अमरनाथ यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था.

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(फोटो साभार: विकिपीडिया कॉमन्स)

पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को ख़त्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले के कुछ ही दिन पहले अमरनाथ यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था.

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जम्मू: कोरोना वायरस से देश में उपजी स्थितियों के मद्देनजर इस बार भी अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया है. जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड की 39 बोर्ड मीटिंग में व्यापक लोकहित को ध्यान में रखते हुए यह यात्रा रद्द करने का निर्णय लिया गया है.

जम्मू कश्मीर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि परिस्थितियों के आधार पर श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने फैसला किया है कि इस साल अमरनाथ यात्रा का आयोजन और संचालन करना उचित नहीं है. बोर्ड ने इस साल अमरनाथ यात्रा रद्द करने को लेकर खेद व्यक्त किया है.

जम्मू कश्मीर राजभवन की ओर से कहा है कि धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए श्राइन बोर्ड सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण या वर्चुअल दर्शन जारी रखेगा.

यह कहा गया है कि धार्मिक अनुष्ठानों को पहले की तरह ही जारी रखा जाएगा. छड़ी मुबारक की सुविधा सरकार की ओर दी जाएगी.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, ‘सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, श्राइन बोर्ड ने सूचना दी थी फरवरी 2020 से यात्रा से संबंधित व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही थीं, लेकिन कोरोना वायरस और देश में लागू लॉकडाउन के कारण राज्य कार्यकारी समिति ने अभी भी धार्मिक स्थलों और पूजा के स्थानों को लोगों के लिए बंद रखा है. ये निषेधाज्ञा 31 जुलाई तक लागू रहेगी.’

मालूम हो कि यह लगातार दूसरा साल है जब अमरनाथ यात्रा पर रोक लगाई गई है. पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को ख़त्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के केंद्र के फैसले के कुछ ही दिन पहले इस यात्रा को बीच में ही रोक दिया गया था.

सरकार ने अमरनाथ यात्रा पर आतंकवादी हमले की खुफिया जानकारी मिलने का हवाला देकर यह रोक लगाई थी. इतना ही नहीं सरकार ने कश्मीर घाटी में मौजूद सभी पर्यटकों वापस लौटने का भी आदेश दिया था.

अमरनाथ गुफा दक्षिण कश्मीर हिमालय में 12,756 फुट की ऊंचाई पर स्थित है और इसे हिंदुओं का एक पवित्र स्थान माना जाता है.