अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, भाजपा पर सरकार गिराने की साज़िश का आरोप लगाया

राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है. इस कृत्य में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता व कांग्रेस के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. (फोटो: पीटीआई)

राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है. इस कृत्य में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता व कांग्रेस के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. (फोटो: पीटीआई)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत. (फोटो: पीटीआई)

जयपुर/नई दिल्लीः राजस्थान में जारी राजनीतिक रस्साकशी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा है कि राज्य में कांग्रेस की निर्वाचित सरकार को गिराने का प्रयास हो रहा है और इस षड्यंत्र में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी शामिल हैं.

पत्र में उन्होंने लिखा, ‘कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में जीवन रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. ऐसे में राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का कुप्रयास किया जा रहा है. इस कृत्य में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा के अन्य नेता व हमारे दल के कुछ अति महत्वाकांक्षी नेता भी शामिल हैं.’

गहलोत ने पत्र में कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी का ध्यान राज्य में चुनी हुई सरकारों को लोकतांत्रिक मर्यादाओं के विपरीत विधायकों की खरीद-फरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) के माध्यम से गिराने के लिए किए जा रहे कुत्सित प्रयासों की ओर आकर्षित करना चाहते हैं.

पत्र के अनुसार, ‘दल-बदल निरोधक कानून की भावनाओं तथा जनहित को दरकिनार कर पिछले कुछ समय से लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई राज्य सरकारों को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है. यह जनता का घोर अपमान और संवैधानिक मूल्यों की खुली अवहेलना है. कर्नाटक व मध्यप्रदेश में हुए घटनाक्रम इसके उदाहरण हैं.’

गहलोत ने लिखा है, ‘मुझे इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा कि आज जहां आम जनता के जीवन व आजीविका को बचाने की जिम्मेदारी केंद्र व राज्य सरकारों की निरंतर बनी हुई है, उस बीच केंद्र में सत्ता पक्ष कैसे कोरोना प्रबंधन की प्राथमिकता छोड़कर कांग्रेस की राज्य सरकार को गिराने के षड्यंत्र में मुख्य भागीदारी निभा सकता है.’

उन्होंने मोदी को लिखा है, ‘ऐसे ही आरोप पहले मध्य प्रदेश सरकार गिराने के वक्त लगे थे और आपकी पार्टी की देशभर में बदनामी हुई थी.’

गहलोत ने यह भी लिखा है, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि अंतत: सच्चाई के साथ स्वस्थ लोकतांत्रिक परंपराओं व संवैधानिक मूल्यों की जीत होगी और हमारी सरकार सुशासन देते हुए अपना कार्यकाल पूरा करेगी.’

गहलोत के पत्र से स्पष्ट हो गया कि सरकार अल्पमत में: पूनिया

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने बुधवार को कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र से यह स्पष्ट हो गया है कि उनकी सरकार अल्पमत में है.

पूनियां ने प्रदेश की जनता के नाम जारी तीन पन्ने के एक पत्र में यह बात कही है. इसमें उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा आज प्रधानमंत्री को लिखे पत्र से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार अल्पमत में है और अस्तित्व बचाने की कोशिश कर रही है.’

पूनियां की ओर से एक पत्र जारी किया गया. इसमें राज्य में लगभग एक पखवाड़े से जारी राजनीतिक खींचतान का जिक्र करते हुए कहा गया है, ‘आप सब जानते हैं कि किसी तरह से इस अराजकता की दोषी कांग्रेस पार्टी खुद है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उनकी पार्टी के जिम्मेदार लोग बिना वजह भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं.’

पूनियां के अनुसार, ‘खुद की लड़ाई में सत्ता खोने के भय ने मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को विचलित कर दिया है.’

भाजपा नेता के अनुसार,’ मुख्यमंत्री गहलोत बार-बार राजनीतिक नैतिकता और लोकतंत्र की दुहाई देते हैं. भारतीय जनता पार्टी पर प्रायोजित रूप से विधायकों की खरीद-फरोख्त का न केवल आरोप लगाते हैं अपितु भाजपा के नेता नेताओं को षड्यंत्रपूर्वक बदनाम करने की साजिश भी रचते हैं जो पिछले दिनों की घटनाओं से साबित हो गया है.’

मालूम हो कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार सचिन पायलट समेत अपने 19 विधायकों द्वारा विद्रोह का सामना कर रही है. कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार गिराने की साजिश के पीछे होने का आरोप लगाया है.

कांग्रेस ने एक ऑडियो टेप का हवाला देते हुए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को गिरफ्तार करने की मांग की है और आरोप लगाया है कि वह पार्टी के एक बागी विधायक भंवरलाल शर्मा के साथ मिलकर अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हैं.

राजस्थान सरकार के मुख्य ह्विप (सचेतक) महेश जोशी की शिकायत के आधार पर राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया है. एक एफआईआर में सरकार गिराने के आरोप में भंवरलाल शर्मा, गजेंद्र सिंह शेखावत और संजय जैन को नामजद किया गया है.

दोनों एफआईआर में आरोपी को ‘अज्ञात’ श्रेणी में रखा गया है और आईपीसी की धारा 124ए (राजद्रोह) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत आरोपों का उल्लेख किया गया है.

एसओजी ने ऑडियो टेप में कथित रूप से नाम आने पर भाजपा नेता संजय जैन को गिरफ्तार कर लिया है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एटीएस और एसओजी) अशोक राठौड़ ने बताया कि संजय जैन को बुधवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

भाजपा ने इन टेपों की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार लोगों के फोन टैप करवा रही है.

इसके साथ ही फोन टैपिंग के आरोपों के संबंध में केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव से रिपोर्ट मांगी है.

हालांकि शेखावत ने कहा है कि ऑडियो में उनकी आवाज नहीं है और वह किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. शर्मा एवं भाजपा ने इस ऑडियो को फर्जी बताया है.

वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को कहा कि जिस ऑडियो क्लिप के आधार पर एसओजी ने विधायकों के कथित खरीद-फरोख्त मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, पहले उसकी सत्यता प्रमाणित करे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)