समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह का सिंगापुर के एक अस्पताल में कई महीनों से इलाज चल रहा था.
नई दिल्लीः राज्यसभा सांसद और समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हो गया.
सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. वह 64 वर्ष के थे. 2011 में उनकी किडनी ट्रांसप्लांट हुई थी, जिसके बाद उनका स्वास्थ्य गिरने लगा था.
उन्हें एक समय में समाजवादी पार्टी का कद्दावर नेता माना जाता था. अमर सिंह समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबियों में शामिल थे.
अमर सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक जताया है.
Amar Singh Ji was an energetic public figure. In the last few decades, he witnessed some of the major political developments from close quarters. He was known for his friendships across many spheres of life. Saddened by his demise. Condolences to his friends & family. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2020
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अमर जी ऊर्जावान हस्ती थे. पिछले कुछ दशकों में बेहद करीब से कुछ प्रमुख राजनीतिक घटनाक्रमों को देखा है. वह जीवन के कई क्षेत्रों में अपनी दोस्ती के लिए जाने जाते रहे. उनके निधन से दुखी हूं. उनके परिवार एवं दोस्तों के प्रति संवेदना. ओम शांति.’
वरिष्ठ नेता एवं सांसद श्री अमर सिंह के निधन के समाचार से दुःख की अनुभूति हुई है। सार्वजनिक जीवन के दौरान उनकी सभी दलों में मित्रता थी।
स्वभाव से विनोदी और हमेशा ऊर्जावान रहने वाले अमर सिंहजी को ईश्वर अपने श्रीचरणों में स्थान दें। उनके शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएँ।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 1, 2020
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमर सिंह के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट कर कहा, ‘वरिष्ठ नेता एवं सांसद अमर सिंह के निधन के समाचार से दुख की अनुभूति हुई है. सार्वजनिक जीवन के दौरान उनकी सभी दलों में मित्रता हुई. स्वभाव से विनोदी और हमेशा ऊर्जावान रहने वाले अमर सिंह को ईश्वर अपने चरणों में स्थान दें. उनके शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं.’
श्री अमर सिंह जी के स्नेह-सान्निध्य से वंचित होने पर भावपूर्ण संवेदना एवं श्रद्धांजलि. pic.twitter.com/YwNmeLk1Bk
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 1, 2020
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘अमर सिंह के स्नेह सानिध्य से वंचित होने पर भावपूर्ण संवेदना एवं श्रद्धांजलि.’
राज्यसभा सांसद श्री अमर सिंह जी के निधन पर मैं शोक व्यक्त करता हूँ।
उनकी आत्मीयता सबको प्रभावित करती थी। वे राजनीति के साथ अनेक क्षेत्रों में सक्रिय रहे और हर जगह मित्र बनाए।
उनकी जीवंतता हमेशा याद आएगी।
परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।#AmarSingh
— Om Birla (@ombirlakota) August 1, 2020
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी ट्वीट कर उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा, ‘मैं राज्यसभा सांसद अमर सिंह जी के निधन पर शोक व्यक्त करता हूं. उनकी आत्मीयता सबको प्रभावित करती थी. वह राजनीति के साथ अनेक क्षेत्रों में सक्रिय रहे और हर जगह मित्र बनाए. उनकी जीवंतता हमेशा याद आएगी. परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं.’
वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य थे, उन्हें जुलाई 2016 में उच्च सदन के लिए चुना गया था.
अमर सिंह का जन्म 27 जनवरी 1956 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था. उन्होंने कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से कानून की डिग्री ली थी.
वह पहली बार साल 1996 में राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुने गए थे. वह अपने राजनीतिक करिअर में कई संसदीय समितियों के सदस्य भी रहे.
अपने लंबे राजनीतिक करियर में अमर सिंह कांग्रेस, भाजपा और समाजवादी पार्टी के करीब रहे लेकिन अमर सिंह ने अपनी राजनीति की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की.
वह ऑल इंडिया कांग्रेस समिति के सदस्य रहे और एक समय कलकत्ता जिला कांग्रेस से भी जुड़े थे. अपने जीवनकाल में कई राजनीतिक पार्टियों का दामन थामने वाले अमर सिंह कई संस्थानों जैसे इंडियन एयरलाइंस, नेशनल टेक्सटाइल्स कॉरपोरेन और भारतीय स्टेट बैंक से जुड़े रहे.
साल 2008 में अमेरिका के साथ परमाणु सौदे को लेकर जब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया था, उस समय समाजवादी पार्टी ने यूपीए सरकार को समर्थन दिया था. अमर सिंह की इसमें बड़ी भूमिका बताई गई थी.
अमर सिंह को 2017 में समाजवादी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था. उन्हें इससे पहले साल 2010 में भी पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से जयाप्रदा के साथ पार्टी से निष्कासित कर दिया था लेकिन कुछ सालों बाद उनकी पार्टी में वापसी हुई थी.
उनके परिवार में उनकी पत्नी पंकजा और दो बेटियां हैं.