अगर शीर्ष नेतृत्व बाग़ियों को माफ़ कर देता है तो मैं उनका स्वागत करूंगा: अशोक गहलोत

सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों की वापसी के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह फ़ैसला पार्टी आलाकमान को करना है. अगर आलाकमान उन्हें माफ़ करता है तो वे भी बाग़ियों को गले लगा लेंगे.

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट. (फोटो: पीटीआई)

सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों की वापसी के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह फ़ैसला पार्टी आलाकमान को करना है. अगर आलाकमान उन्हें माफ़ करता है तो वे भी बाग़ियों को गले लगा लेंगे.

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट. (फोटो: पीटीआई)
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट. (फोटो: पीटीआई)

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से राजस्थान में चल रहे उनकी सरकार गिराने के ‘तमाशे’ को बंद करवाने की अपील की.

इसके साथ ही उन्होंने सचिन पायलट के नेतृत्व वाले बागी कांग्रेस विधायकों का स्वागत करने की भी बात कही.

गहलोत ने यहां संवाददाताओं कहा, ‘दुर्भाग्य से इस बार भाजपा का प्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त का खेल बहुत बड़ा है. वह कर्नाटक एवं मध्य प्रदेश का प्रयोग यहां कर रही है. पूरा गृह मंत्रालय इस काम में लग चुका है.’

उन्होंने कहा, ‘… हमें किसी की परवाह नहीं. हमें लोकतंत्र की परवाह है. हमारी लड़ाई किसी से नहीं है … (हमारी) विचारधारा, नीतियों एवं कार्यक्रमों की लड़ाई है … लड़ाई यह नहीं होती कि आप चुनी हुई सरकार को गिरा दें. हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है, हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है.’

उन्होंने कहा, ‘मोदी को प्रधानमंत्री के रूप दूसरी बार जनता ने मौका दिया जो बड़ी बात है. उन्हें चाहिए कि राजस्थान में जो कुछ तमाशा हो रहा है उसे बंद करवाएं.’

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा सरकार के खिलाफ ट्वीट किए जाने के बारे में गहलोत ने कहा कि सिंह तो अपनी झेंप मिटा रहे हैं जबकि आडियो टेप मामले में उन्हें नैतिकता के आधार पर खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए.

उनके नेतृत्व से नाराज होकर अलग होने वाले सचिन पायलट और 18 अन्य कांग्रेस विधायकों की वापसी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला पार्टी आलाकमान को करना है और अगर आलाकमान उन्हें माफ करता है तो वे भी बागियों को गले लगा लेंगे.

उल्लेखनीय है कि राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान में विधायकों को तोड़ने की आशंका के बीच कांग्रेस एवं उसके समर्थक विधायकों को शुक्रवार को राजधानी जयपुर से दूर सीमावर्ती शहर जैसलमेर स्थानांतरित कर दिया गया.

कांग्रेस विधायकों को जयपुर से जैसलमेर ले जाने पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा था, ‘कांग्रेस को टूटने से बचाने के लिए विधायकों को जैसलमेर ले गए. कहां तक भागेगी सरकार? आगे तो अब पाकिस्तान ही है.’

राजस्थान के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शनिवार को पूनिया की इस टिप्पणी के बारे में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘भाजपा वाले कहते हैं, ‘अब तो इनका पाकिस्तान जाना बाकी है’ … प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और (गृह मंत्री) अमित शाह जी से बात कर लो, हाथ में बंदूकें लो और कांग्रेस के लोगों को गोलियां मार दो.’

खाचरियावास ने आगे कहा, ‘… यदि आप गोलियां चला दोगे तो उसके बाद भी आप सुरक्षित नहीं रहोगे, क्योंकि राजस्थान की जनता हमारे लिए लड़ने के लिए तैयार बैठी है.’

इसके साथ ही खाचरियावास ने कहा कि मौजूदा राजनीतिक उठापटक में ‘षड्यंत्र हारेगा, राजस्थान जीतेगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)