बिहार: बाढ़ से अब तक 21 लोगों की मौत, 16 ज़िलों के 69 लाख से अधिक लोग प्रभावित

प्रदेश में बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, गंगा, अधवारा, खिरोई और घाघरा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. दरभंगा ज़िले की स्थिति बेहद ख़राब है, जहां 202 पंचायतों की 18 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है.

सहरसा में बाढ़ में फंसे ग्रामीण. (फोटो: पीटीआई)

प्रदेश में बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, गंगा, अधवारा, खिरोई और घाघरा नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. दरभंगा ज़िले की स्थिति बेहद ख़राब है, जहां 202 पंचायतों की 18 लाख से अधिक आबादी बाढ़ से प्रभावित है.

सहरसा में बाढ़ की स्थिति में फंसे ग्रामीण. (फोटो: पीटीआई)
(फोटो: पीटीआई)

पटना: बिहार में बाढ़ से अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 जिलों की 69 लाख से अधिक की आबादी इससे प्रभावित है.

आपदा प्रबंधन विभाग से बृहस्पतिवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बाढ़ से दरभंगा जिले में सबसे अधिक सात लोगों, मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार तथा सारण एवं सिवान में दो-दो व्यक्तियों की अब तक मौत हो चकी है.

बिहार के 16 जिलों- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, खगड़िया, सारण, समस्तीपुर, सीवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले के 124 प्रखंडों के 1,185 पंचायतों की 69,03,640 आबादी बाढ़ से प्रभावित है.

बाढ़ के कारण विस्थापित लोगों को भोजन कराने के लिए 1,402 सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है.

दरभंगा जिले में सबसे अधिक 15 प्रखंडों के 202 पंचायतों की 18, 88,040 की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है.

बिहार के बाढ़ प्रभावित इन जिलों में बचाव और राहत कार्य चलाए जाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 33 टीमों की तैनाती की गई है.

बिहार के इन जिलों में बाढ़ का कारण अधवारा समूह नदी, लखनदेई, रातो, मरहा, मनुसमारा, बागमती, अधवारा समूह, कमला बलान, गंडक, बूढ़ी गंडक, कदाने, नून, वाया, सिकरहना, लालबेकिया, तिलावे, धनौती, मसान, कोशी, गंगा, कमला बलान, करेह एवं धौंस नदी के जलस्तर का बढ़ना है.

जल संसाधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बागमती नदी सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर एवं दरभंगा में, बूढ़ी गंडक नदी मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर एवं खगड़िया में, कमला बलान नदी मधुबनी में, गंगा नदी भागलपुर में, अधवारा नदी सीतामढ़ी में, खिरोई दरभंगा में और घाघरा नदी सिवान में बुधवार को खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

बुधवार देर रात खगड़िया जिले में बूढ़ी गंडक नदी में तांती टोला के पास तटबंध टूट गया. इस पर बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि बहाली का काम चल रहा है.

झा ने एक ट्वीट में कहा, ‘तटबंध पर मरम्मत और बहाली का काम चल रहा है. अधिकारी निगरानी रख रहे हैं. लोगों को घबराहट और डर से बचने की सलाह दी जा रही है.’

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों- खगड़िया, सहरसा और दरभंगा में नाव दुर्घटनाओं की तीन अलग-अलग घटनाओं में लोगों की जान जाने पर अपनी संवेदना व्यक्त की और जिला प्रशासन को मृतकों के परिजनों को तुरंत सहायता राशि देने का निर्देश दिया था.

मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘खगड़िया, सहरसा और दरभंगा में नाव डूबने की घटना से दुखी हूं. मैंने जिला प्रशासन को मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्देश दिया है.’

प्रभात खबर के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को दरभंगा और गोपालगंज में बाढ़ पीड़ितों को मदद करने और राहत शिविरों में बेहतर प्रबंध करने का निर्देश दिया.

साथ ही नीतीश कुमार ने लोगों से अपील है कि वे खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का पालन करें. खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें.

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि साढ़े चार लाख परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार छह हजार रुपये की कुल 270.80 करोड़ रुपये की भेजी जा चुकी है.

वहीं, गुरुवार को बागमती नदी का पश्चिमी तटबंध दो स्थानों पर धंस गया. इससे पानी गांवों में भर गया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)