केरल: भूस्खलन के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हुई, मुआवज़े को लेकर भेदभाव का आरोप

विपक्ष ने सत्तारूढ़ सीपीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि भूस्खलन से पीड़ित परिवार के लिए जारी मुआवज़ा राशि पर्याप्त नहीं. आरोप है कि केरल सरकार ने कोझिकोड विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार 10 लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की, जबकि उसी दिन भूस्खलन में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार सिर्फ़ पांच लाख की घोषणा की है.

Rescue workers look for survivors at the site of a landslide during heavy rains in Idukki, Kerala, India, August 7, 2020. REUTERS/Stringer

विपक्ष ने सत्तारूढ़ सीपीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि भूस्खलन से पीड़ित परिवार के लिए जारी मुआवज़ा राशि पर्याप्त नहीं. आरोप है कि केरल सरकार ने कोझिकोड विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार 10 लाख रुपये के मुआवज़े की घोषणा की, जबकि उसी दिन भूस्खलन में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार सिर्फ़ पांच लाख की घोषणा की है.

Rescue workers look for survivors at the site of a landslide during heavy rains in Idukki, Kerala, India, August 7, 2020. REUTERS/Stringer
केरल के इडुक्की जिले में भूस्खलन के बाद लापता लोगों की तलाश जारी है. (फोटो: रॉयटर्स)

कोच्चि: केरल के इडुक्की ज़िले में तीन दिन पहले हुए भूस्खलन की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है.

घटना के बाद से 20 लोग अब भी लापता हैं, उनकी तलाश जारी है. रविवार को भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए मकानों के मलबे से 17 और लोगों के शव बरामद किए गए जिसके बाद इस आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 43 हो गई.

भूस्खलन की यह घटना लगातार हो रही बारिश की वजह से सात अगस्त की सुबह लगभग सात बजे राजमाला के देविकुलम तालुका में कन्नन देवान हिल्स प्लांटेशन कंपनी (केडीएचपी) के नेमक्कड़ एस्टेट में हुआ.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश के कारण मुन्नार के नजदीक राजमाला के चाय बागान के पास पहाड़ी की एक चोटी नीचे गिर गई थी, जिसकी चपेट में चाय बागान में काम करने वाले श्रमिकों के 20 मकान आ गए थे.

इन मकानों में रह रहे 78 लोगों में 15 लोगों को बचाया जा सकता था.

केरल के वन मंत्री के. राजू ने रविवार को घटनास्थल का दौरा करने के बाद कहा कि तलाशी अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक कि सभी लापता लोग मिल न जाएं.

उन्होंने कहा, राज्य की सभी एजेंसिया और एनडीआरएफ की 200 लोगों की टीम सक्रियता से तलाशी अभियान चला रही हैं. लगातार जारी बारिश और दृश्यता की कमी की वजह से अभियान प्रभावित हो रहा है.

इस बीच विपक्ष ने केरल में सत्तारूढ़ सीपीएम पर निशाना साधते हुए कहा है कि भूस्खलन से पीड़ित परिवार के लिए जारी मुआवजा राशि पर्याप्त नहीं है.

रिपोर्ट के अनुसार, बीते आठ अगस्त को राज्य सरकार ने कोझिकोड में हुए विमान हादसे में मारे गए लोगों के लिए 10 लाख रुपये प्रति परिवार मुआवजा देने की घोषणा की थी. वहीं भूस्खलन की इस घटना में मारे गए लोगों के लिए प्रति परिवार सिर्फ पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है.

शुक्रवार सात अगस्त को भूस्खलन की इस घटना के बाद शाम को केरल के कोझिकोड में एक और हादसा हो गया, जिसमें कम से कम 18 लोगों की जान चली गई थी.

वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से 190 लोगों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान केरल के कोझिकोड आ रहा था, जब बारिश के बीच लैंडिंग के दौरान हवाईपट्टी पर फिसलने के बाद खाई में जा गिरा.

केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरण ने घटना का दौरा करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को गरीब लोगों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए.

उन्होंने कहा, ‘मुआवजे को लेकर किसी तरह का भेदभाव नहीं होना चाहिए.’

हालांकि मुख्यमंत्री ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि मुआवजा सिर्फ शुरुआती घोषणा है और सरकार पीड़ितों के लिए सभी सहायता सुनिश्चित करेगी.

इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इडुक्की, मलाप्पुरम और वायनाड जिलों के लिए रविवार को रेड अलर्ट घोषित किया है.

केरल में मूसलाधार बारिश, भूस्खलनों और बांध के फाटक खुले जाने से नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कोट्टायम और अलप्पुझा के निचले इलाकों में रह रहे लोगों के घरों में पानी घुस जाने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)