उत्तराखंड: महिला ने भाजपा विधायक पर लगाया बलात्कार का आरोप, डीएनए टेस्ट कराने की मांग

महिला ने भाजपा विधायक महेश सिंह नेगी का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है ताकि इस बात की पुष्टि हो जाए कि वह उनके बच्चे के पिता हैं. इससे पहले विधायक की पत्नी ने महिला पर पांच करोड़ रुपये की मांग करने और उनके पति को बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था.

महिला ने भाजपा विधायक महेश सिंह नेगी का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है ताकि इस बात की पुष्टि हो जाए कि वह उनके बच्चे के पिता हैं. इससे पहले विधायक की पत्नी ने महिला पर पांच करोड़ रुपये की मांग करने और उनके पति को बलात्कार के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था.

Dehradun

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक महिला ने भाजपा विधायक महेश सिंह नेगी पर बलात्कार का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की है.

महिला ने विधायक का डीएनए टेस्ट कराने की भी मांग की है ताकि इस बात की पुष्टि हो जाए कि वह ही उनके बच्चे के पिता हैं.

महेश सिंह नेगी अल्मोड़ा जिले के द्वाराहाट से भाजपा विधायक हैं. उन्होंने इन आरोपों को झूछा और आधारहीन करार दिया है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 16 अगस्त को महिला ने शिकायत दर्ज कराई है. इसके दो दिन पहले विधायक की पत्नी ने महिला पर पांच करोड़ रुपये की मांग करने और उनके पति पर बलात्कार के आरोप में झूठी शिकायत दर्ज कराने की धमकी देने का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत की थी.

भाजपा विधायक की पत्नी की शिकायत पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला, उनके पति, मां और ननद के खिलाफ आईपीसी की धारा 386 (मौत या गंभीर आघात के भय में डालकर किसी व्यक्ति से जबरदस्ती वसूली करना) और धारा 389 (जबरन वसूली करने के लिए किसी व्यक्ति को अपराध का आरोप लगाने के भय में डालना) के तहत केस दर्ज किया गया था.

देहरादून के डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा है कि पुलिस से महिला द्वारा विधायक पर लगाए गए आरोपों की जांच करने के साथ उसके खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत की भी जांच करने को कहा गया है.

रिपोर्ट के अनुसार, अपनी शिकायत में महिला ने बताया है कि वह साल 2016 में भाजपा विधायक महेश सिंह नेगी के संपर्क में आई थीं, जब उनकी मां के इलाज के लिए विधायक ने मदद करने की बात कही थी.

महिला ने आरोप लगाया है कि विधायक ने साल 2018 में उनकी (महिला) शादी के दो दिन पहले एक होटल में उनके साथ बलात्कार किया था और चुप रहने की धमकी दी थी.

महिला ने यह भी आरोप लगाया है कि विधायक के दबाव के कारण शादी के कुछ महीने बाद ही उन्हें अपने माता-पिता के घर वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ा था और अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज कराना पड़ा था.

अपनी शिकायत में महिला ने आगे कहा है कि बाद में विधायक उन्हें उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और नेपाल के अलग-अलग होटलों में लेकर गए थे और उनके साथ बलात्कार किया था.

महिला ने दावा किया है कि इसी साल 18 मई को उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया है. उन्होंने बच्चे का डीएनए टेस्ट भी कराया है, जिसमें पता चला है कि उनके पति उसके पिता नहीं हैं.

महिला का कहना है, ‘मैंने बच्चे बारे में नेगी को बताया तो उन्होंने उसे अपनी बेटी मानने से इनकार कर दिया.’ महिला ने आरोप लगाया है कि विधायक की पत्नी ने 25 लाख रुपये लेकर मामले को भूलने की बात कही है.

महिला का कहना है कि उन्हें और उनके परिवार को विधायक की पत्नी द्वारा जबरन वसूली के झूठे मामले में फंसाया गया है.

इंडियन एक्सप्रेस ने जब विधायक की पत्नी से संपर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन कॉल और मैसेज का जवाब नहीं दिया.

वहीं भाजपा विधायक ने इस अख़बार से बातचीत में कहा है, ‘मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. अपराधियों का एक गिरोह है, जो पैसे कमाने के लिए काम करता है और शॉर्ट कट लेकर राजनेता बन जाता है. जल्द ही उनका पर्दाफाश हो जाएगा. महिला के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है और मामले की जांच जारी है.’

रिपोर्ट के अनुसार, अपनी शिकायत में भाजपा विधायक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि नौ अगस्त को महिला ने उन्हें फोन कर पांच करोड़ रुपये की मांग की थी और उनके पति को बलात्कार के झूठे केस में फंसाकर उनका राजनीतिक करिअर बर्बाद करने की धमकी दी थी.

विधायक की पत्नी ने आरोप लगाया है कि महिला ने मेरे बेटे को जान से मारने की भी धमकी दी है.

उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष बंसीधर भगत ने कहा है कि पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर पार्टी कार्रवाई करेगी.

भगत ने कहा, ‘इस बात पर सवाल है कि महिला ने दो साल बाद केस क्यों दर्ज कराया है. अगर वह कथित तौर पर प्रताड़ना की शिकार हुईं तो पहले शिकायत क्यों नहीं दर्ज कराई थी?’