वाराणसी: कोरोना संक्रमित युवक ने कथित तौर पर बीएचयू अस्पताल की छत से कूदकर आत्महत्या की

वाराणसी पुलिस ने बताया कि युवक को मानसिक बीमारी को लेकर 16 अगस्त को बीएचयू के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था और कोविड-19 संक्रमित होने का पता चला था.

वाराणसी पुलिस ने बताया कि युवक को मानसिक बीमारी को लेकर 16 अगस्त को बीएचयू के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था और कोविड-19 संक्रमित होने का पता चला था.

Varanasi

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने चौथी मंजिल से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली.

पुलिस के अनुसार, फूलपुर थाने के बाबतपुर क्षेत्र के कैथोली गांव निवासी युवक को मानसिक बीमारी को लेकर 16 अगस्त को बीएचयू के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था. इस दौरान युवक की कोविड-19 जांच रिपोर्ट में उसके संक्रमित होने का पता चला.

पुलिस ने बताया कि इसके बाद युवक को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने रविवार देर रात चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली.

बीएचयू अस्पताल के एमएस प्रोफेसर एसके. माथुर के अनुसार, युवक मानसिक रोग से ग्रसित था. उन्होंने बताया कि परिजनों को युवक को घर पर क्वारंटीन में रखने की सलाह दी गई थी, लेकिन मरीज के परिजनों ने इससे इनकार कर दिया.

उन्होंने कहा कि मरीज का इलाज अस्पताल में चल रहा था. उन्होंने कहा कि युवक बार-बार अपना बिस्तर छोड़कर दूसरे मरीजों के पास चला जाता था. उन्होंने बताया कि घटना के दिन सुबह भी उसने खिड़की से कूदने का प्रयास किया था, उस दौरान उसको समझ बुझाकर शांत किया गया था.

प्रोफेसर माथुर ने बताया कि युवक की काउंसलिंग भी कराई गई थी. उन्होंने बताया कि रविवार रात को 11 बजे वह खिड़की से कूद गया. युवक को तत्काल ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

नवभारत टाइम्स के अनुसार, युवक के घरवालों ने बीएचयू के डॉक्टरों के खिलाफ इलाज के दौरान लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि वह लंका थाने में तहरीर देकर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)