आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश, दोनों राज्यों में क़रीब 18 लोगों की मौत

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के मोहम्मदिया हिल्स इलाके में एक दीवार के ढह जाने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है. दोनों राज्यों के निचले इलाकों में बारिश की वजह से भारी जलजमाव और बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं.

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के मोहम्मदिया हिल्स इलाके में एक दीवार के ढह जाने से कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है. दोनों राज्यों के निचले इलाकों में बारिश की वजह से भारी जलजमाव और बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं.

हैदराबाद के फलकनुमा में भारी बारिश के बाद सड़क में बह रहा पानी. (फोटो: पीटीआई)
हैदराबाद के फलकनुमा में भारी बारिश के बाद सड़क में बह रहा पानी. (फोटो: पीटीआई)

हैदराबाद/अमरावती: आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में लगातार भारी बारिश हो रही है. तेलंगाना के कई हिस्सों में लगातार बारिश के कारण कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. वहीं, आंध्र प्रदेश में सात लोगों की मौत की सूचना है. भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है.

हैदराबाद से लोकसभा सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘पिछले दो दिन से यहां हो रही भारी बारिश के कारण बंदलागुड़ा के मोहम्मदिया हिल्स (तेलंगाना) में एक दीवार के ढह जाने से नौ लोगों की मौत हो गई.’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं बंदलागुड़ा में मोहम्मदिया हिल्स का निरीक्षण कर रहा था, जहां दीवार के ढहने से नौ लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए. वहां से जाते समय मैंने शमशाबाद में फंसे बस यात्रियों को अपने वाहन से उनके गंतव्य तक पहुंचाया. अब मैं तालाबकट्टा और यसराब नगर जा रहा हूं.’

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ पत्थर दो मकानों की दीवारों पर गिए गए, जिसके कारण आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और चार अन्य लोग घायल हो गए. घायलों का उपचार किया जा रहा है.

पुलिस ने बताया कि इस बीच, मंगलवार को यहां भारी बारिश के कारण इब्राहिमपट्टनम इलाके में एक पुराने मकान की छत ढह जाने से 40 वर्षीय महिला और उसकी 15 वर्षीय बेटी की मौत हो गई.

तेलंगाना में मंगलवार को कई स्थानों पर हुई भारी बारिश के कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बारिश के कारण हैदराबाद और राज्य के कई हिस्सों में पानी भर गया है.

बीबीसी न्यूज के मुताबिक आंध्र प्रदेश में मंगलवार सुबह नरसापुरम-काकीनाडा के पास तट से होकर चक्रवात गुजरा जिसकी वजह से कई जिलों में भारी बारिश हुई है.

राज्य भर में भारी बारिश और उससे पैदा हुई परिस्थितियों के कारण कम से कम सात लोगों की जान जा चुकी है. उप-मुख्यमंत्री अल्ला नानी ने लोगों को पूरी सहायता देने का आश्वासन दिया है.

सोमवार सुबह से मंगलवार सुबह तक 129 क्षेत्रों में 11.56 सेमी और 20.44 सेमी बारिश दर्ज की गई. पश्चिम गोदावरी ज़िले में औसतन 18 सेमी बारिश हुई.

कई इलाकों में पेड़ गिर गए हैं, जिससे धान की फसल को बहुत नुकसान हुआ है. काकीनाड़ा रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पानी में डूब गया है. निदादावोलु में भी ऐसी ही स्थिति है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पूर्वी गोदावरी जिले में भारी बारिश की वजह से बोम्मुरु गांव में घर की छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई.

आंध्र प्रदेश नौवहन बोर्ड के सीईओ एन रामाकृष्णा रेड्डी ने कहा कि 13 अंतरराष्ट्रीय जहाज काकीनाडा अंदरुनी बंदरगाह क्षेत्र में थे. जहाजों में माल चढ़ाने और उतारने का काम फिलहाल रोक दिया गया था. उन्होंने कहा कि सभी 13 जहाजों से सुरक्षा कारणों के मद्देनजर बंदरगाह के बाहरी क्षेत्र में जाने को कहा गया है.

तूफान के कारण तेज हवाएं चल रही हैं. जिससे विशाखापट्टनम में तेन्नेती पार्क तट के निकट एक मालवाहक जहाज बहकर आ गया था. विशाखापत्तनम मरीन पुलिस ने कहा कि जहाज का लंगर टूट गया, जिसकी वजह से यह बहकर किनारे की तरफ आ गया.

उन्होंने कहा कि जहाज में मौजूद चालक दल के 25 सदस्यों को हालांकि बचा लिया गया.

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि विशाखापट्टनम, पूर्वी गोदावरी और कृष्णा जिले अब भी बारिश से प्रभावित हैं और इन क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति नेटवर्क को भी नुकसान पहुंचा है.

ईस्टर्न पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के अधिशासी अभियंता एवी सूर्यप्रकाश ने कहा कि 50 से ज्यादा जगहों पर 33 केवी और 11 केवी के विद्युत उपकेंद्रों को नुकसान पहुंचा है.

उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमने मरम्मत का काम शुरू कर दिया है और अधिकतर जगहों पर विद्युत आपूर्ति बहाल हो गई है.’

पूर्वी और पश्चिमी जिलों में सैकड़ों एकड़ जमीन पर लगी फसल पानी में डूब गई है. जिलों से आने वाली खबरों के मुताबिक मूसलाधार बारिश की वजह से कुछ कच्चे मकान ढह गए हैं.

मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी गोदावरी जिले के तल्लारेवू में सबसे ज्यादा 24.3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई जबकि रायावरम में 22.7 सेंटीमीटर, रामचंद्रपुरम में 20.6 सेंटीमीटर, पश्चिमी गोदावरी के अकीवीडू में 20.2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.

वहीं, श्रीकाकुलम के मंदासा में 17 सेंटीमीटर, कृष्णा जिले के चतराई में 15.6 सेंटीमीटर, विशाखापट्टनम जिले के भिमीली में 15.5 सेंटीमीटर, विशाखापट्टनम शहरी में 11 सेंटीमीटर, विजयनगरम के भोगापुरम में 11 सेंटीमीटर और नरसीपट्टनम में 10 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई.

एनडीटीवी के मुताबिक आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने प्रभावित जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखा और हाई अलर्ट पर रहने को कहा.

उन्होंने लिखा, ‘निचले इलाकों में बारिश की वजह से भारी जलजमाव और बाढ़ के हालात पैदा हो सकते हैं. पेड़ गिर सकते हैं और बिजली प्रभावित हो सकती है. ऐसे में छोटे पुलों पर खास निगरानी बनाए रखें. जिन जगहों पर खतरे की आशंका हो, वहां पर ट्रैफिक व पैदल मार्ग को फौरन प्रतिबंधित करें. सुनिश्चित करें कि जानमाल का नुकसान नहीं हो.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)