महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश में बारिश की चपेट में, तेलंगाना में कम से कम 30 लोगों की मौत

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तुरंत 1,350 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी करने की मांग की है. उन्होंने बारिश के कारण राज्य को पांच हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है. महाराष्ट्र के पंढरपुर में दीवार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है.

Several localities in the Greater Hyderabad Municipal Corporation limits received very heavy to extremely heavy rainfall leading to waterlogging on several roads and low-lying areas. (Photo: PTI)

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तुरंत 1,350 करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी करने की मांग की है. उन्होंने बारिश के कारण राज्य को पांच हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है. महाराष्ट्र के पंढरपुर में दीवार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है.

हैदराबाद में भारी बारिश से सड़कों में पानी. (फोटो: पीटीआई)
हैदराबाद में भारी बारिश से सड़कों में पानी. (फोटो: पीटीआई)

हैदराबाद/मुंबई: देश के तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक भारी बारिश की चपेट में हैं. इन राज्यों के निचले इलाकों में बारिश की वजह से बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो गई हैं. तेलंगाना में कम से कम 30 लोगों की मौत की सूचना है, वहीं महाराष्ट्र के पंढरपुर में दीवार गिरने से छह लोगों की मौत हो गई है.

तेलंगाना में भारी बारिश के कारण अलग अलग घटनाओं में कम से कम 30 लोगों की मौत होने की सूचना है. इनमें से 15 लोग अकेले राजधानी हैदराबाद में मारे गए हैं. राज्य में बारिश से उपजी बाढ़ जैसी स्थितियों के बीच राहत और बचाव कार्य जारी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी से बातचीत कर हालात का जायजा लिया है. आंध्र प्रदेश में भी पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही हैं. उन्होंने दोनों मुख्यमंत्रियों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.

तेलंगाना टुडे की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में अक्टूबर महीने में अब तक 19.2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जिसने यहां 117 वर्ष पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है. इससे पहले अक्टूबर 1903 में यहां 11.7 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी. अगस्त 2000 में हैदराबाद में अब तक की सर्वाधिक 24 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.

तेलंगाना टुडे ने अपनी एक अन्य रिपोर्ट में बताया है कि राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बृहस्पतिवार को 1,350 करोड़ रुपये का राहत पैकेज तुरंत जारी करने का केंद्र सरकार से अनुरोध किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने बताया कि बारिश और बाढ़ जैसी स्थितियों के मद्देनजर राज्य को तकरीबन 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक तेलंगाना के मुख्य सचिव सौमेश कुमार ने बताया कि राहत दल उन इलाकों से पंप के जरिये पानी को निकाल रहे हैं, जहां जलभराव हो गया था. साथ में वहां लोगों की मदद कर रहे हैं तथा यातायात को बहाल कर रहे हैं.

उन्होंने बताया कि 61 राहत केंद्रों का संचालन किया जा रहा है तथा जरूरत पड़ने पर और केंद्र खोले जा रहे हैं.

कुमार ने बताया कि खाने के करीब डेढ़ लाख पैकेट बांटे गए हैं तथा अन्नापूर्णा सब्सिडी भोजनालयों का भी उन इलाकों में इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां पानी अब भी भरा हुआ है.

उन्होंने बताया कि राहत शिविर कुछ और दिन लगे रहेंगे.

मुख्य सचिव ने बताया कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) के आसपास के इलाकों में जबर्दस्त बारिश हुई थी और सरकारी तंत्र जान-माल का नुकसान सीमित करने में कामयाब रहा.

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अधिकारियों उनके विभागों को हुए नुकसान के विवरण के साथ बैठक में आने का निर्देश दिया है.

एनडीआरएफ के डीजी ने बृहस्पतिवार को बताया कि तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र में राहत और बचाव कार्य के लिए 24 टीमें तैनात की गई हैं.

पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र में बारिश, पंढरपुर में दीवार गिरने से छह लोगों की मौत

तेलंगाना में कम दबाव का क्षेत्र बनने से पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में बारिश हो रही है. शुक्रवार को भी भारी बारिश होने की संभावना है.

बृहस्पतिवार को राजधानी मुंबई में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया. बुधवार रात हुई बारिश के कारण हिंदमाता, किंग्स सर्कल और कालाचौकी इलाके की सड़कों पर पानी भर गया.

बुधवार को मुंबई, ठाणे, पुणे, सोलापुर और कोल्हापुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई भारी बारिश से कई जगहों पर जलजमाव और कहीं-कहीं बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी थी.

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पंढरपुर कस्बे में दीवार गिरने से हुई छह लोगों की मौत की घटना के बृहस्पतिवार को जांच के आदेश दिए. उन्होंने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने का भी निर्देश दिया.

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पवार ने कोंकण, पश्चिमी और मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्र में मौके का मुआयना कर भारी बारिश से फसलों और मकानों को हुई क्षति का आकलन करने को कहा है.

सोलापुर जिले के पंढरपुर कस्बे में भारी बारिश के कारण चंद्रभागा नदी के तट पर बनी दीवार के गिरने से बुधवार को छह लोगों की मौत हो गई.

राज्य में बाढ़ के हालात की समीक्षा के लिए मंत्रालय में आयोजित बैठक के दौरान पवार ने पंढरपुर घटना की जांच और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया.

आंध्र प्रदेश में 10 लोगों की मौत

आंध्र प्रदेश में बारिश से हुई घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 10 लोगों के मारे जाने की सूचना है. भारी बारिश जारी है, जिसकी वजह से तमाम सड़के क्षतिग्रस्त हुई हैं और विभिन्न इलाकों में बिजली की सप्लाई भी बाधित हुई हैं.

कर्नाटक में बाढ़ जैसी स्थिति

तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के अलावा कर्नाटक भी भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, उत्तर कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों में बारिश जारी है और तमाम बांधों से पानी छोड़ा गया है.

रिपोर्ट के अनुसार, यादगिर, रायचूर, बल्लारी, बीदर, विजयपुरा, बगलकोट, बेलागवी, दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तरा, कन्नड़, गदग, कोप्पल, हवेरी और धारवाड़ बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र हैं.

कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, सभी बड़े बांधों को खोल दिया गया है, जिसके कारण गांवों में पानी भर गया है. राज्य के जो बांध पूरी तरह से भर चुके हैं, उनमें लिंगानमक्की, सूपा, वाराही, हरांगी, हेमावती, कृष्ण राजा सागर, कबिनी, भद्रा, तुंगभद्रा, घाटप्रभा, मालाप्रभा, अलमाटी और नारायणपुरा शामिल हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)