पुणे में रहने वाले 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले के एक आरोपी रमेश उपाध्याय मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले हैं. साल 2012 में अदालत से मंज़ूरी लेने के बाद उन्होंने हिंदू महासभा के टिकट पर बलिया के बैरिया से विधानसभा चुनाव लड़ा था.
पुणे: साल 2008 के मालेगांव बम विस्फोट मामले के एक आरोपी रमेश उपाध्याय उत्तर प्रदेश में जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हो गए हैं. उन्हें पूर्व सैन्यकर्मियों की इकाई का राज्य संयोजक बनाया गया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, उनका नियुक्ति पत्र उत्तर प्रदेश जदयू प्रमुख अनूप सिंह पटेल ने 12 अक्टूबर को जारी किया.
उपाध्याय एक सेवानिवृत्त आर्मी मेजर हैं और 2008 के मालेगांव मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद श्रीकांत पुरोहित के साथ महाराष्ट्र एटीएस ने उन्हें भी गिरफ्तार किया था.
हालांकि, साल 2017 में उन्हें जमानत मिल गई थी. मामले की सुनवाई मुंबई में एक विशेष एनआईए अदालत में हो रही थी.
पुणे में रहने वाले उपाध्याय मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले हैं. उन्होंने साल 2019 में अपने स्थानीय क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा का चुनाव लड़ा था.
इससे पहले साल 2012 में अदालत से मंजूरी लेने के बाद उन्होंने हिंदू महासभा के टिकट पर बलिया के बैरिया से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा था.
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उपाध्याय ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में जदयू के सदस्यों ने मुझसे संपर्क किया. चर्चा के बाद मैंने पार्टी के लिए काम करने का फैसला किया. मैंने फिलहाल चुनाव लड़ने का कोई फैसला नहीं किया है. मैं अभी पुणे में रह रहा हूं, लेकिन पार्टी के काम के लिए यूपी जाऊंगा.’
उपाध्याय ने कहा कि वे जदयू नेतृत्व और उसके सामाजिक न्याय के साथ विकास में भरोसा करते हैं.
आतंक के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उपाध्याय ने कहा, ‘मैं निर्दोष हूं. मैं एक राष्ट्रवादी, एक देशभक्त और धर्मनिरपेक्ष इंसान हूं. मुझे मालेगांव बम विस्फोट मामले में झूठा फंसाया गया. मैं अपने रिहा होने का इंतजार कर रहा हूं. मैं समाज के लिए काम करने की इच्छा रखता हूं. जदयू गरीबों और दलितों के विकास के लिए ईमानदारी से काम कर रही है.’
उत्तर प्रदेश में जदयू के महासचिव हरिशंकर पटेल ने कहा, ‘मेजर उपाध्याय पूर्व में दो बार यूपी से चुनाव लड़ चुके हैं. बलिया से हमारे जिला प्रमुख उपाध्याय को जानते थे और उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए कहा था. हम अदालतों और कानून का सम्मान करते हैं. उपाध्याय को अदालत ने दोषी नहीं ठहराया है.’
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर भी 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले की आरोपी हैं और उन्होंने भोपाल से भाजपा के 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था और जीता था.