बिहार विधानसभा चुनाव राउंडअप: राजद नेता तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियां देने के वादे पर तंज़ करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग बिना ज्ञान के ही नौकरियां देने का वादा कर रहे हैं. चिराग पासवान ने कहा कि जदयू से अधिक सीटें जीतेगी लोजपा. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस का ‘थीम सॉन्ग’ जारी किया.
पटना/शेरघाटी/रफीगंज: बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच जारी जुबानी जंग में कूदते हुए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ अन्याय किया.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार तेजस्वी यादव ने कहा, ‘नीतीश कुमार ने चिराग पासवान के साथ अच्छा नहीं किया. चिराग पासवान को आज पहले से कहीं अधिक अपने पिता की जरूरत थी, लेकिन राम विलास पासवान जी हमारे बीच नहीं हैं और हम इससे दुखी हैं. नीतीश कुमार ने चिराग पासवान के साथ अन्याय किया, उनका व्यवहार गलत है.’
What Nitish Kumar Ji did with Chirag Paswan is not good. Chirag Paswan needs his father at this time more than ever before but Ram Vilas Paswan ji is not among us and we are sad about it. Nitish Kumar did injustice to Chirag Paswan: RJD leader Tejashwi Yadav#BiharElections2020 pic.twitter.com/ojJuY8gd3b
— ANI (@ANI) October 19, 2020
बीते रविवार को तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी के समर्थकों को अप्रत्यक्ष तौर पर लोजपा की ओर इशारा करते हुए आगाह किया था.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा था, आप सभी को भाजपा की बी-टीम से सावधान रहने की जरूरत है. वे वोटकटवा हैं.
इससे पहले शुक्रवार को भाजपा ने बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए से नाता तोड़कर अलग चुनाव लड़ने वाली लोजपा के विरूद्ध आक्रामक मुद्रा अपनाते हुए उसे न सिर्फ ‘वोटकटवा’ करार दिया बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा की कोई ‘बी, सी या डी टीम’ नहीं है.
हालांकि, इसका जवाब देते हुए रविवार को चिराग पासवान ने कहा था, ‘प्रधानमंत्री अपना गठबंधन धर्म निभाएं और उनकी वजह से किसी धर्मसंकट में न पड़ें. आदरणीय मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संतुष्ट करने के लिए मेरे खिलाफ भी कुछ कहना पड़े तो नि:संकोच कहें.’
चिराग ने कहा था, ‘नीतीश कुमार को भाजपा के साथियों का धन्यवाद करना चाहिए कि वह मुख्यमंत्री के खिलाफ इतना आक्रोश होने के बावजूद गठबंधनधर्म निभा रहे हैं और हर दिन नीतीश कुमार को प्रमाण-पत्र देते हैं कि वह चिराग के साथ नहीं है.’
बता दें कि इस महीने की शुरुआत में बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले लोजपा ने राज्य में एनडीए से किनारा कर लिया था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चुनाव में जदयू उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशियों को उतारने की घोषणा की थी.
बिना ज्ञान के नौकरियां देने का वादा करने वाले कहीं अपना धंधा न चालू कर दें: नीतीश
राजद नेता तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरियां देने के वादे पर तंज करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि कुछ लोग बिना ज्ञान के ही नौकरियां देने का वादा कर रहे हैं, लेकिन कहीं ऐसा न हो कि वे नौकरी देने के नाम पर अपना अलग ही काम धंधा चालू कर दें.
गया के शेरघाटी और औरंगाबाद के रफीगंज में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा, ‘कुछ लोगों को कोई ज्ञान नहीं है और दावा कर रहे हैं कि इनती नौकरियां देंगे. पैसा कहां से आएगा?’
उन्होंने कहा, ‘कहीं ऐसा न हो कि वे नौकरी देने के नाम पर अपना अलग ही काम धंधा चालू कर लें. कहने से कुछ होता है जी, करने का कुछ अनुभव हो, कुछ समझ हो तब ना.’ कुमार ने राजद नेता पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि 15 साल में जब मौका मिला था तब कितने लोगों को नौकरियां दी थीं?
उन्होंने कहा, ‘हमने तो छह लाख से अधिक लोगों को नौकरियां दीं और काफी संख्या में लोगों को काम का अवसर दिया.’
गौरतलब है कि विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने कहा है कि उनकी सरकार बनते ही कैबिनेट की पहली बैठक में युवाओं को 10 लाख रोजगार देने पर मुहर लगेगी.
वहीं, राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा, ‘15 साल में महिलाओं के लिए क्या किया? पति जेल में गए तो पत्नी को बैठा दिया, लेकिन महिलाओं के लिए क्या किया?’
नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमें मौका मिला तो हमने आरक्षण दिया. महिलाएं जनप्रतिनिधि बनीं.’
राजद की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान कानून एवं व्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार में चल रहे अपहरण उद्योग के चलते काफी व्यापारी और डॉक्टर बिहार छोड़ के भाग गए थे और दो पैसा कमाने के लिए लोग राज्य छोड़ने पर मजबूर हो गए थे.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के आते ही सब बदल गया, सबके विकास के लिए कार्य किए गए, सबको सुरक्षा मिली.
राजद की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पहले न सड़क थी, न बिजली थी और जंगलराज था. उन्होंने कहा, ‘आज हर घर में बिजली है, हर गांव तक सड़क है और बिहार में कानून का राज है.’
नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमने शुरू में ही साफ कर दिया था कि हम अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे.’
कोरोना वायरस से मुकाबला करने के सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए नीतीश ने कहा कि कोरोना को लेकर थोड़ी परिस्थितियां अलग हैं.
उन्होंने कहा कि बिहार में उसके प्रसार की रोकथाम के लिए कठिन से कठिन कार्य हुए हैं तथा जांच के मामले में तो राज्य अभी देश में भी आगे चल रहा है.
राज्य में राजग की फिर से सरकार बनने पर किए जाने वाले कार्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘हमने तय कर लिया है कि इस बार मौका दीजिएगा तो हर खेत तक सिंचाई के लिए पानी पहुंचा देंगे. कहीं भी सूखा नहीं रहने देंगे. हर घर बिजली तो पहुंच गई है, अब हर गांव में सोलर लाइट लगाएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब मौका मिलेगा तो 8-10 पंचायत पर पशु अस्पताल भी बनवाएंगे, दवा का खर्च भी राज्य सरकार देगी.
उन्होंने राजग को विजयी बनाने की अपील करते हुए लोगों से कहा कि फिलहाल सिर्फ आपको ये ख्याल रखना है कि आपका विकास न रुके और आप विकास की मुख्यधारा से जुड़े रहें.
इससे पहले रविवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने संयुक्त चुनाव प्रचार के दौरान अपने विरोधी एवं प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद प्रमुख लालू प्रसाद पर उनकी पार्टी के शासनकाल के दौरान राज्य में अपराध की स्थिति और विकास कार्य न होने को लेकर जोरदार प्रहार किया था.
उन्होंने 1990 से 2005 के दौरान राज्य में व्याप्त हालात को उजागर किया और उसे जंगलराज बताया.
बक्सर रैली में नीतीश ने कहा, ‘उस समय कानून व्यवस्था की क्या स्थिति थी? लोग सूर्यास्त के बाद घर से बाहर निकलने से डरते थे. हमने जंगलराज को खत्म किया और कानून का राज स्थापित किया.’
दोनों ने राजद शासन के दौरान व्याप्त भ्रष्टाचार का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि लालू स्वयं भी भ्रष्टाचार में लिप्त रहे.
नीतीश ने कहा, ‘अपनी सेवा में लगे लोग आज सलाखों के पीछे हैं और बहुत जल्द और भी लोग उनका अनुसरण करते नजर आएंगे.’
करोड़ों रुपये के चारा घोटाले के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू वर्तमान में रांची में सजा काट रहे हैं.
नीतीश ने विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव का नाम लिए बिना उन्हें अनुभवहीन होने तथा लोकप्रियता हासिल करने के लिए उनके खिलाफ अनाप-शनाप (अतार्किक) बयान देने का आरोप लगाया.
सुशील ने तेजस्वी पर प्रहार करते हुए आरोप लगाया, ‘एक ऐसे व्यक्ति को देखें, जो नौवीं कक्षा में फेल हो गया, जिसका कोई पारिवारिक व्यवसाय नहीं है, वह आज 31 साल की उम्र में 52 संपत्तियों का मालिक है.
यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जिनका प्रधानमंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में लंबा कार्यकाल रहा है, वह भी वित्तीय रूप से तेजस्वी से मुकाबला कहीं नहीं है.’
जदयू से अधिक सीटें जीतेगी लोजपा: चिराग पासवान
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ रही लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा कि लोजपा को चुनाव में जदयू से अधिक सीटें मिलेंगी.
चिराग ने कहा, ‘आप सभी के स्नेह, आशीर्वाद और साथ से बिहार में जदयू से ज्यादा सीटें लोजपा जीतेगी और बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट के संकल्प के साथ नया बिहार और युवा बिहार बनाएगी.’
आप सभी के स्नेह आशीर्वाद और साथ से बिहार में जेडीयू से ज़्यादा सीटें लोजपा जीतेगी और #बिहार1stबिहारी1st के संकल्प के साथ नया बिहार और युवा बिहार बनाएगी।#असम्भवनीतीश
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 19, 2020
उन्होंने आगे कहा, ‘आदरणीय नीतीश कुमार जी के पिछले पांच साल के कार्यकाल को देखकर आने वाले पांच साल की कल्पना की जा सकती है. बिहार को अगर इस बेबसी से निकलना है तो ज़रूरत है कड़े कदम उठाने की. जदयू को दिया गया एक भी वोट कल बिहार को बर्बाद कर देगा.’
लोजपा अध्यक्ष ने एक अन्य ट्वीट में लोगों से कहा कि कोई भी विधायक, मंत्री या खुद नीतीश कुमार वोट मांगने आएं तो उनसे पूछिए कि पिछले 5 साल में क्या किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी से पूछिए कि सात निश्चय में कौन-कौन से वादे पूरे किए गए.
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल के कार्यकाल पर कुछ नहीं बोलना एक फरेब है और बिहार की जनता को जान-बूझकर पिछले 5 साल के कार्यों के बारे में नहीं बताया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘सिर्फ़ कुर्सी के खेल में पिछले 5 साल साहब ने बिहारियों के बर्बाद किए.’ चिराग ने अपने ट्वीट में कहा कि पिछले 5 साल में बिहार में अफसरों का राज रहा है और सात निश्चय में से कोई भी निश्चय पूरा नहीं हुआ.
4 लाख बिहारवासीयों के सुझाव से #बिहार1stबिहारी1st विज़न डॉक्युमेंट तैयार किया गया है।बिहार के नवनिर्माण के लिए तैयार डॉक्युमेंट आगामी 21 तारीख़ को जनता के बीच रखा जाएगा।विज़न डॉक्युमेंट को पढ़े और उसी के आधार पर लोजपा के हर प्रत्याशी को आशीर्वाद दें। #असम्भवनीतीश pic.twitter.com/Ix33Rtcunv
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 19, 2020
पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, ‘चार लाख बिहारवासियों के सुझाव से बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया गया है. बिहार के नवनिर्माण के लिए तैयार डॉक्यूमेंट आगामी 21 तारीख़ को जनता के बीच रखा जाएगा. विजन डॉक्यूमेंट को पढ़े और उसी के आधार पर लोजपा के हर प्रत्याशी को आशीर्वाद दें.’
बता दें कि चिराग पासवान ने विधानसभा चुनाव में 143 सीटों पर उम्मीदवार खड़ा करने का ऐलान किया है और पहली दो सूची में उन्होंने 95 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी की है.
भूपेश बघेल ने बिहार चुनाव के लिए कांग्रेस का ‘थीम सॉन्ग’ जारी किया
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रविवार को अपनी पार्टी कांग्रेस का ‘थीम सॉन्ग’ जारी किया.
पटना स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को बघेल ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी पार्टी का ‘थीम सॉन्ग’ जारी किया.
कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम द्वारा तैयार किए गए पार्टी के गीत ‘बोले बिहार, बदले सरकार’ में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 15 साल के शासन के दौरान शिक्षा की बदतर स्थिति, भारी बेरोजगारी, बढ़ते भ्रष्टाचार, अनियंत्रित अपराध, राज्य की कोरोनो वायरस से निपटने में विफलता को दर्शाते हुए सर्वांगीण विकास के लिए सरकार बदलने की बात की गई है.
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी 23 अक्टूबर को भागलपुर के कहलगांव और नवादा के हिसुआ में दो चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे.
बिहार 243 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीटों पर), 3 नवंबर (94 सीटों पर) और 7 नवंबर (78 सीटों पर) को होगा. मतगणना 10 नवंबर को होगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)