10 लाख नौकरी के वादे के साथ राजद का घोषणा-पत्र जारी, नीतीश ने कहा- नौकरी की बात करना मज़ाक

बिहार विधानसभा चुनाव राउंडअप: राजद की ओर से नौकरी के वादे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल के शासन में बिहार में जंगलराज क़ायम करने वालों का नौकरी और विकास की बात करना मज़ाक है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा के मुफ्त कोरोना वैक्सीन के वादे को सही ठहराया. इस बीच भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस कोरोना संक्रमित पाए गए.

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राजद का घोषणापत्र जारी करते तेजस्वी यादव और राजद सांसद मनोज झा व अन्य पार्टी नेता. (फोटो: पीटीआई)

बिहार विधानसभा चुनाव राउंडअप: राजद की ओर से नौकरी के वादे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 15 साल के शासन में बिहार में जंगलराज क़ायम करने वालों का नौकरी और विकास की बात करना मज़ाक है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भाजपा के मुफ्त कोरोना वैक्सीन के वादे को सही ठहराया. इस बीच भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस कोरोना संक्रमित पाए गए.

राजद का घोषणापत्र जारी करते तेजस्वी यादव और राजद सांसद मनोज झा व अन्य पार्टी नेता. (फोटो: पीटीआई)
राजद का घोषणापत्र जारी करते तेजस्वी यादव और राजद सांसद मनोज झा व अन्य पार्टी नेता. (फोटो: पीटीआई)

पटना/अलौली/तेघड़ा: भाजपा के बिहार चुनाव घोषणा-पत्र में मुफ्त कोविड टीके उपलब्ध कराने की बात के बाद 10 लाख नौकरियों के वादे के साथ राजद ने शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया. उधर, राजद के घोषणा पत्र पर तंज करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि 15 साल के शासन में बिहार में जंगलराज कायम करने वालों का नौकरी और विकास की बात करना मजाक है.

राजद नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को पार्टी का घोषणा-पत्र जारी किया, जिसमें 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा दोहराते हुए एक ऐसे बेहतर बिहार के निर्माण का आह्वान किया गया है, जहां लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए राज्य से पलायन करने की जरूरत न पड़े.

राजद के घोषणा पत्र, ‘प्रण हमारा, संकल्प बदलाव का’ में पार्टी ने 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा दोहराया है और कृषि ऋण माफ करने की बात कही है.

घोषणा-पत्र में कृषि, उद्योग और शिक्षा को प्रमुखता दी गई है.

यादव ने महागठबंधन को जनादेश देने की अपील करते हुए कहा, ‘आइए हम मिलकर अपनी पीढ़ी और अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए एक ऐसे बेहतर बिहार का निर्माण करें जहां शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के लिए पलायन करने की जरूरत न पड़े.’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हम 10 लाख सरकारी नौकरी देंगे.’ राजद नेता ने कहा कि सभी को पक्की नौकरी मिलेगी और एक जैसे काम के लिए सभी को एक जैसा वेतन मिलेगा.

भाजपा के 19 लाख नौकरियां देने के वादे पर तंज करते हुए राजद नेता ने कहा, ‘भाजपा बताए कि उनके मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है? उनके मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार हैं. नीतीश जी ने तो पहले ही 10 लाख नौकरियों पर हाथ खड़े कर दिए, अब भाजपा कैसे 19 लाख नौकरियां देगी?’

यादव ने आरोप लगाया कि नौकरी देने के नाम पर भाजपा लोगों को बेवकूफ बना रही है.

महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि उन्होंने तार्किक आधार पर 10 लाख नौकरियों का वादा किया है क्योंकि 4.5 लाख पद तो रिक्त पड़े हैं.

नौकरियों के लिए पैसे के बारे में नीतीश कुमार के बयान पर यादव ने कहा कि बिहार का बजट 2.5 लाख करोड़ रुपये है और उसमें से नीतीश कुमार की सरकार सिर्फ 60 प्रतिशत बजट का हिस्सा ही खर्च कर पाती है.

उन्होंने कहा कि 40 प्रतिशत राशि बिना खर्च रह जाती है जो 80 हजार करोड़ रुपये है.

उन्होंने कहा, ‘क्या बाकी बचे धन को भी जनकल्याण व अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कोई योग्य व तत्पर सरकार सदुपयोग नहीं कर पाएगी?’

राजद के संकल्प में कहा गया है, ‘राजद का संकल्प-समग्र विकास एकमात्र विकल्प. आओ मिलकर कदम बढ़ाएं, तेजस्वी संग नया बिहार बनाएं.’

राजद के घोषणा-पत्र में कहा गया है कि हमारा उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना और कर्ज मुक्त करना है.

घोषणा-पत्र में किसानों की फसलों की खरीद, बोनस के साथ न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करने के साथ-साथ सरकार बनने पर कृषि ऋण माफ करने की बात भी कही गई है.

राजद ने वादा किया है कि सभी सरकारी स्कूलों में अभियान चलाकर युद्ध स्तर पर अध्यापकों की भर्ती की जाएगी और सभी रिक्त पदों को प्राथमकिता के आधार पर भरा जाएगा.

इसमें कहा गया है कि राज्य के बजट में शिक्षा बजट का हिस्सा 22 प्रतिशत होगा.

राजद ने अपने घोषणा-पत्र में कहा कि राज्य में पूंजी निवेश और उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए मास्टर प्लान बनाने के साथ रियायती दर पर जमीन और कर छूट की व्यवस्था की जाएगी.

इसमें कहा गया है कि हर पंचायत में ग्रामीणों के लिए नि:शुल्क कम्प्यूटर केंद्र बनाया जाएगा. घोषणा-पत्र में कहा गया है कि राज्य में विश्वस्तरीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी.

जंगलराज कायम करने वालों का नौकरी की बात करना मज़ाक: नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद सहित विपक्षी महागठबंधन के घोषणा-पत्र के वादों पर परोक्ष निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि 15 साल के शासन में बिहार में शिक्षा, इलाज, आवागमन का इंतजाम करने की बजाय जंगलराज कायम करने वालों का नौकरी और विकास की बात करना मजाक है.

शनिवार को वैशाली में एक जनसभा को संबोधित करते नीतीश कुमार (फोटो साभार: ट्विटर)
शनिवार को एक जनसभा को संबोधित करते नीतीश कुमार. (फोटो साभार: ट्विटर)

खगड़िया के अलौली और बेगुसराय के तेघड़ा में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने सवाल किया, ‘हमारी सरकार से पहले जो सत्ता में थे, उन्होंने क्या कोई काम किया. समाज में टकराव और विवाद पैदा करके वोट लेते रहे और काम करने का मौका मिलने पर सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए सोचा.’

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजद के शासनकाल में न पढ़ाई की व्यवस्था थी, न इलाज का इंतजाम था और न लोगों के आने जाने की सुविधा थी और शाम के बाद लोगों की घर से निकलने की हिम्मत नहीं होती थी.

उन्होंने कहा कि पहले अपराध की कितनी घटनाएं होती थीं, कितनी नरसंहार, हत्या की घटनाएं होती थीं, जिसके कारण डॉक्टरों एवं व्यापारियों को भागना पड़ा था.

उन्होंने कहा, ‘जंगलराज था पहले. हमने अपराध की घटनाओं को नियंत्रित करने का काम किया है. हमने जंगलराज से बाहर निकालकर कानून का राज कायम किया.’

नीतीश कुमार ने लोगों से कहा, ‘जो पूरी स्थिति को देखे हुए हैं, वे नई पीढ़ी को पहले की स्थिति और आज की स्थिति के बारे में बताएं, उस दौर की तस्वीर दिखाएं.’

राजद नेतृत्व पर प्रहार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘लोगों को मौका मिला तो क्या किया? अपने पिता से पूछो, अपनी माता से पूछो कि क्या कोई स्कूल बना? क्या कोई कॉलेज बना?’

उन्होंने लालू प्रसाद का नाम लिए बिना कहा कि जब राज करने का मौका मिला तब राज करके ग्रहण करते रहे और जेल चले गए तब पत्नी को गद्दी पर बैठा दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कोई गड़बड़ करने वाला नहीं बचेगा और उसे अंदर (जेल) जाना होगा.

तेघड़ा में मुख्यमंत्री की रैली के दौरान कुछ लोगों ने शोर शराबा किया. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके लिए ऐसा कर रहे हो, उसके बारे में सभी को पता है. विपक्षी राजद को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि सभी को पढ़ाया जाए लेकिन कुछ लोग बिना पढ़े ही काम करना चाहते हैं.’

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने पर स्कूलों की स्थापना की गई, महिलाओं को पंचायतों एवं सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिया गया. उन्होंने कहा कि हमने न्याय के साथ विकास सुनिश्चित किया और अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े, अति-पिछड़े, महादलितों सभी को आगे बढ़ाने का काम किया जिन्हें पहले कोई पूछता नहीं था.

उन्होंने कहा कि हमें आगे काम करने का मौका मिला तो हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचा देंगे. नई टेक्नोलॉजी को गांव-गांव तक पहुंचाएंगे, सभी युवक-युवतियों को इसका प्रशिक्षण दिलवाएंगे.

अपनी सरकार के विकास कार्यों का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनके (राजद की पूर्ववर्ती सरकार) अंतिम वर्ष का बजट 24 हजार करोड़ रुपये से भी कम था लेकिन जब हमें मौका मिला तो यही बजट आज 2 लाख 11 हजार करोड़ से ज्यादा का हो गया है.

उन्होंने कहा कि अब हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है और साल 2005 में बिजली की खपत मात्र 500 मेगावाट थी, वह आज 6000 मेगावाट हो गई है.

सीतारमण ने भाजपा के मुफ्त कोरोना वैक्सीन के वादे को सही ठहराया

भाजपा के बिहार चुनाव घोषणा-पत्र में मुफ्त कोविड टीके के वादे को लेकर विपक्षी दलों द्वारा की जा रही आलोचना के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा कि यह घोषणा बिल्कुल ठीक है और पार्टी इस बात की घोषणा कर सकती है कि वह सत्ता में आने पर क्या करना चाहती है.

**EDS: VIDEO GRAB** New Delhi: Finance Minister Nirmala Sitharaman speaks in the Lok Sabha during the ongoing Monsoon Session of Parliament, at Parliament House in New Delhi, Saturday, Sept. 19, 2020. (LSTV/PTI Photo)(PTI19-09-2020_000228B)
निर्मला सीतारमण. (फोटो: पीटीआई)

सीतारमण ने बृहस्पतिवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का घोषणा-पत्र जारी किया था. दस्तावेज में मुख्य रूप से किए गए वादों में भगवा पार्टी के सत्ता में फिर आने पर राज्य के लोगों को मुफ्त में कोविड का टीका लगाया जाना भी शामिल है.

इस वादे को लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा की आलोचना की थी और चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि सत्ताधारी दल महामारी का इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए कर रहा है.

भाजपा की वरिष्ठ नेता सीतारमण ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘यह घोषणा-पत्र में किया गया ऐलान है. एक दल इस बात की घोषणा कर सकता है कि वह सत्ता में आने पर क्या करना चाहता है. बिल्कुल वही घोषणा की गई है. स्वास्थ्य राज्य का विषय है. यह पूरी तरह सही है.’

उन्होंने कहा कि हर दल अपने घोषणा-पत्र में यह बताता है कि सत्ता में आने पर वह क्या करना चाहता है.

भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस कोरोना वायरस से संक्रमित

महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष और बिहार में भाजपा के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस ने शनिवार को कहा कि वह कोरोना वायरस जांच में संक्रमित पाए गए हैं. भाजपा नेता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर यह जानकारी साझा की.

उन्होंने कहा, ‘मैं लॉकडाउन से ही प्रतिदिन काम कर रहा था, लेकिन लगता है कि भगवान अब चाहते हैं कि कुछ समय के लिए रुक जाऊं और विश्राम करूं. मैं कोविड-19 से संक्रमित पाया गया हूं और पृथकवास में हूं. चिकित्सकों की सलाह के मुताबिक उपचार ले रहा हूं.’

पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, ‘जो लोग मेरे संपर्क में आए, उनके लिए सलाह है कि अपनी कोविड-19 जांच करा लें. सभी लोग अपना ध्यान रखें.’

बता दें कि इससे पहले बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पार्टी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. ये सभी बिहार चुनाव में जोर-शोर से लगे हुए थे.

 (समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)