बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की पूर्व संध्या पर मुंगेर में हुई इस घटना में मूर्ति विसर्जन के दौरान गोलीबारी और पथराव होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए. विपक्ष ने इसे लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
मुंगेर: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले मुंगेर जिले में दुर्गा की मूर्ति विसर्जन के दौरान गोलीबारी और पथराव होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और सुरक्षाकर्मियों सहित दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए.
पुलिस सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि यह घटना मुंगेर शहर के कोतवाली थाना अंतर्गत दीन दयाल उपाध्याय चौक पर सोमवार देर रात हुई .
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस गोलीबारी में 20 साल के एक युवक की मौत हो गयी .
क्या है मामला?
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विसर्जन के लिए मूर्ति को ले जाने दौरान एक बांस से बने वाहक के टूट जाने के बाद परेशानी शुरू हो गई थी और इसे ठीक करने में समय लग रहा था.
उन्होंने कहा कि मूर्ति को ले जाने वाले वाहक की मरम्मती में हुई देरी के कारण अन्य निकाले गए मूर्ति जुलूस रास्ते में फंसे हुए थे .
उन्होंने कहा कि प्रशासन चाहता था कि जुलूस जल्दी से जल्दी निकले क्योंकि सुरक्षाकर्मियों को बुधवार को चुनाव ड्यूटी पर तैनात किया जाना था.
प्रशासन का दावा- भीड़ में से चली गोली
हालांकि प्रशासन ने कहा कि वह भीड़ के बीच से किसी के द्वारा चलाई गई गोली से मारा गया था.
मुंगेर के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने कहा कि पुलिस पर गोलीबारी की गई. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इलाके का दौरा किया और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है.
पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह ने कहा, ‘कुछ असामाजिक तत्वों ने दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान पथराव किया, जिसमें 20 जवान घायल हो गए. भीड़ की तरफ से भी गोलीबारी की गई जिसमें दुर्भाग्य से एक व्यक्ति की मौत हो गई.’
उन्होंने कहा, ‘हम शहर भर में फ्लैग मार्च कर रहे हैं. स्थिति नियंत्रण में है. हम असामाजिक तत्वों पर नजर रख रहे हैं. किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें.’
पुलिस कर्मियों ने बताया कि घायलों संग्रामपुर पुलिस थाना अध्यक्ष सर्वजीत कुमार, कोतवाली थाना अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कासिम बाजार थाना अध्यक्ष शैलेश कुमार और बासुदेवपुर चौकी प्रभारी सुशील कुमार भी शामिल हैं.
पुलिस ने कहा कि घटनास्थल से तीन आग्नेयास्त्र और कारतूस बरामद किए गए हैं और कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है.
पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का वीडियो वायरल
घटना के एक कथित वीडियो में सुरक्षाकर्मियों को विसर्जन जुलूस में लोगों के एक समूह पर लाठीचार्ज करते दिखाया गया है.
मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान पुलिस और लोगों के बीच झड़प हिंसक हो गई।
घटना का ये एक वीडियो हैरान करने वाला है। पुलिस लाठियाँ बरसा रही है लेकिन श्रद्धालु मूर्ति छोड़कर भागने की बजाय वहीं बैठकर लाठियाँ खा रहे हैं।
लोग बता रहे,पुलिस जल्द मूर्ति विसर्जन के लिए दबाव बना रही थी। pic.twitter.com/xfAkeuvy36
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) October 27, 2020
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक विचलित करने वाली तस्वीर वायरल हुई है, जिसमें इस घटना में कथित तौर पर मारे गए व्यक्ति को उसकी खोपडी के खुले हिस्से के साथ जमीन पर बेसुध पड़े हुई दर्शाया गया है.
विपक्ष ने पुलिस और मुख्यमंत्री की तुलना जनरल डायर से की
इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विपक्ष ने पुलिस और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तुलना जलियांवाला बाग में नरसंहार का आदेश देने वाले जनरल डायर से की और पुलिस अधीक्षक लीपी सिंह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
विपक्षी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने बुधवार सुबह कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के साथ विशेष और जरूरी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ‘हम मुंगेर में पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी की निंदा करते हैं जिसमें एक शख्स मौत हो गई. इसमें निश्चित तौर पर डबल इंजन (मोदी-नीतीश) सरकार की भूमिका है. हम उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी से पूछना चाहते हैं कि जनरल डायर बनने की किसने अनुमति दी. हम हाईकोर्ट की निगरानी में जांच चाहते हैं.’
We condemn firing by police in Munger, in which 1 person was killed. This double-engine govt definitely had a role in it. We want to ask Dy CM Sushil Modi, who gave permission to become General Dyer? We want High Court-monitored probe: RJD leader Tejashwi Yadav on Munger incident pic.twitter.com/NlXiajkxwg
— ANI (@ANI) October 28, 2020
तेजस्वी ने आगे कहा, ‘बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने तो पितृपक्ष के मौके पर अपराधियों से अपील तक कर दी थी कि अपराधी पितृपक्ष के समय अपराध न करें. इससे अनुमान लगाना कठिन नहीं है कि जब बिहार का उपमुख्यमंत्री अपराधियों से अपराध न करने की अपील करता हो तो उस राज्य में विधि व्यवस्था कैसी होगी.’
वहीं, सुरजेवाला ने कहा कि बिहार में ‘निर्दय कुमार और निर्मम मोदी’ की सरकार है. सुरजेवाला ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर आपने थोड़ा सा भी विवेक बचा है तो मां दुर्गा के भक्तों पर गोली चलाने वाले और उनकी हत्या करनेवाली सरकार को बर्खास्त करके जाइएगा.’
वहीं, चिराग ने भी तेजस्वी की तरह मुंगेर घटना की तुलना जलियांवाला बाग से करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जनरल डायर बन गए हैं.
उन्होंने कहा, ‘मुंगेर में गोलीबारी और लाठीचार्ज की घटना का जिम्मेदार कौन है? अब मुख्यमंत्री जनरल डायर की भूमिका अदा कर रहे हैं जिसने जलियांवाला नरसंहार का आदेश दिया था. मैं निश्चिंत हूं कि घटना के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं और इसकी जांच होनी चाहिए.’
Who is responsible for the firing & lathicharge incident in Munger? Chief Minister is now playing the role of General Dyer who ordered the Jallianwalah massacre. I am sure CM is responsible for the incident, an investigation should be done: Chirag Paswan, LJP #BiharElections pic.twitter.com/4uCHsXwOX5
— ANI (@ANI) October 28, 2020
इससे पहले चिराग ने ट्वीट कर पुलिस पर हत्या दर्ज करने की मांग करते हुए मृतक के परिजनों के लिए 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी की मांग की थी.
उपमुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग से घटना पर संज्ञान लेने का आग्रह किया
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि चुनाव आयोग को घटना का संज्ञान लेना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करनी चाहिए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)