इससे पहले तमिलनाडु में द्रमुक विधायक अनबझगन और कांग्रेस नेता एवं कन्याकुमारी से लोकसभा सदस्य केएच वसंतकुमार संक्रमण से जान गंवा चुके हैं.
चेन्नईः तमिलनाडु के कृषि मंत्री आर. दोरईक्कान्नू का शनिवार रात निधन हो गया. वह कोरोना संक्रमण से जूझ रहे थे और 72 वर्ष के थे.
चेन्नई के कावेरी अस्पताल के कार्यकारी निदेशक डॉ. ए. सेल्वराज ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर कहा कि मंत्री का शनिवार रात को निधन हो गया.
उन्होंने कहा, ‘यह बताते हुए बेहद दुख हो रहा है कि कृषि मंत्री आर. दोरईक्कान्नू का शनिवार रात 11:15 बजे निधन हो गया. इस मुश्किल वक्त में हमारी प्रार्थनाएं और संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं.’
दोरईक्कान्नू को 13 अक्टूबर को विल्लपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से यहां लाया गया था और उसके बाद से उनका यहां इलाज चल रहा था. उन्हें बेचैनी की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पिछले रविवार से उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी. अस्पताल ने सोमवार को कहा था कि उनका कोविड निमोनिया और उससे संबंधित जटिलताओं का इलाज चल रहा है.
दोरईक्कान्नू तंजावुर जिले के पापनासम से 2006, 2011 और 2016 में तमिलनाडु विधानसभा के सदस्य चुने गए थे. दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने उन्हें 2016 में अपनी कैबिनेट में शामिल किया था.
उनकी पिछले रविवार को तबियत बहुत बिगड़ गई थी. अस्पताल ने बताया था कि उनका कोविड, निमोनिया और इससे संबंधित जटिलताओं का इलाज चल रहा है. सीटी स्कैन से पता चला कि उनके 90 फीसदी फेफड़े संक्रमित हो गए हैं और उन्हें ईसीएमओ मशीन और वेंटिलेटर पर रखा गया था.
अन्नाद्रमुक के नेता और तीन बार के विधायक दोरईक्कान्नू के परिवार में पत्नी और छह बच्चे हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले तमिलनाडु में द्रमुक विधायक अनबझगन और कांग्रेस नेता एवं कन्याकुमारी से लोकसभा सदस्य केएच वसंतकुमार संक्रमण से जान गंवा चुके हैं.
तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उप-मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम और द्रमुक अध्यक्ष एमके स्टालिन सहित कई लोगों ने दोरईक्कान्नू के निधन पर शोक व्यक्त किया.
राज्यपाल पुरोहित ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘दोरईक्कान्नू अपनी सादगी, विनम्रता, साफगोई, शासन कौशल और किसान समुदाय के कल्याण के लिए प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते थे.’
उनके शोक संदेश के अनुसार, ‘उन्होंने पूरी लगन और समर्पण के साथ कृषि मंत्रालय संभाला और अपनी मजबूत छवि बनाई. उनका असामयिक निधन तमिलनाडु के लोगों और खासतौर पर अन्नाद्रमुक पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है.’
पुरोहित ने मंत्री के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं.
मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने दोरईक्कान्नू को अपना बड़ा भाई बताया और कहा कि दोरईक्कान्नू अन्नाद्रमुक में उस वक्त शामिल हुए थे जब दिवंगत मुख्यमंत्री एमजी रामचंद्रन ने पार्टी की 1972 स्थापना की थी.
मुख्यमंत्री की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि वरिष्ठ नेता का निधन पार्टी और राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उन्होंने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.
मुख्यमंत्री ने अस्पताल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
पार्टी ने अलग से भी एक बयान जारी किया, जिसमें पनीरसेल्वम, पलानीस्वामी और पार्टी के समन्वय तथा सह समन्वयक ने अपने नेता को याद किया और प्रभावी जन सेवा के लिए उनकी सराहना की.
तेलंगाना के राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन, वाइको (एमडीएमके), जीके वासन (तृणमूल कांग्रेस), एस. रामदोस (पीएमके), एल. मुरुगन (भाजपा) और भाकपा तथा माकपा के नेताओं सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी मंत्री के निधन पर शोक व्यक्त किया.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)