मतगणना के रुझानों में महागठबंधन को बढ़त मिलने के बाद जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि न तो ब्रांड नीतीश गायब हुआ है और न ही तेजस्वी यादव स्थापित हुए हैं.
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनावों की 243 सीटों के लिए मतगणना जारी है और ताजा रुझान महागठबंधन को बढ़त मिलती दिखा रही हैं. हालांकि सुबह दस बजे तक आए रुझानों में एनडीए गठबंधन अब भी मुकाबले में हैं, लेकिन जदयू नेता केसी त्यागी हार मान चुके हैं.
एनडीटीवी के एक संवाददाता से बात करते हुए जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता त्यागी ने कहा कि हमें तेजस्वी यादव ने नहीं बल्कि प्राकृतिक आपदा ने हराया है. न तो ब्रांड नीतीश गायब हुआ है और न ही तेजस्वी यादव स्थापित हुए हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम लोगों के फैसले का स्वागत करते हैं, हम राजद या तेजस्वी यादव से नहीं हारे हैं, राष्ट्रीय आपदा से हारे हैं. हम केवल कोविड-19 के कारण पीछे चल रहे हैं. हम बिहार के पिछले 70 साल की खराब हालत का परिणाम भुगत रहे हैं.
हालांकि इसी चैनल से बात करते हुए पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि एनडीए गठबंधन जीत के रास्ते पर है.
अब तक के रुझानों में महागठबंधन और एनडीए में कांटे की टक्कर दिख रही है, दोनों 110 से अधिक सीटों पर आगे चल रहे हैं.
एनडीए में भाजपा को 62, जदयू 41 और हम व वीआईपी सात सीटों पर आगे चल रही हैं. जदयू को 31 सीटों का बड़ा नुकसान होता दिख रहा है.
वहीं, महागठबंधन में राजद 72, कांग्रेस 29, माकपा पांच और भाकपा (माले) आठ सीटों पर आगे है.
वहीं, लोजपा दस सीटों पर आगे चल रही है और अगर यह ट्रेंड बरकरार रहता है तो लोजपा सरकार बनाने में भूमिका निभा सकती है.
मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है. राज्य में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों के बहुमत को हासिल करना होगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है.
गौरतलब है कि 243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 सीटें चाहिए होंगी. सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे नीतीश कुमार चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की उम्मीद कर रहे हैं, वहीं एग्जिट पोल्स तेजस्वी यादव की ताज़पोशी की संभावना जता रहे हैं.