बिहार चुनाव परिणाम: वाम दलों का बेहतर प्रदर्शन, 29 में से 18 सीटों पर आगे

243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है. ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ने वाली माकपा और भाकपा तीन-तीन सीटों और भाकपा-माले 12 सीटों पर आगे चल रही है.

भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और पोलितब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन. (फोटो: पीटीआई)

243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना जारी है. ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ने वाली माकपा और भाकपा तीन-तीन सीटों और भाकपा-माले 12 सीटों पर आगे चल रही है.

भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और पोलितब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन. (फोटो: पीटीआई)
भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और पोलितब्यूरो सदस्य कविता कृष्णन. (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ रहे तीनों वाम दल बहुत ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.

चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 29 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले तीनों वाम दल फिलहाल 18 सीटों पर आगे चल रहे हैं.

बता दें कि 243 सीटों वाले बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के तहत राजद, कांग्रेस, माकपा, भाकपा, भाकपा (माले) ने चुनाव लड़ा. राजद 144, कांग्रेस 70, माकपा चार, भाकपा छह और माले ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था.

महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने वाम दलों को इतनी सीटें अपनी पार्टी के सदस्यों की नाराजगी के बाद भी दी थी और इसमें कुछ ऐसी सीटें भी शामिल थीं जिन पर 2015 में राजद ने जीत दर्ज की थी.

साल 2010 में केवल भाकपा ही कोई सीट जीत पाई थी वहीं साल 2015 में भाकपा (माले) ने तीन सीटें जीती थीं जबकि बाकी दो वाम दल अपना खाता नहीं खोल पाए थे.

दोपहर 3:55 बजे तक माकपा और भाकपा तीन-तीन सीटों पर जबकि भाकपा-माले 12 सीटों पर आगे चल रहे थे.

भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा, ‘फिलहाल बढ़त उम्मीद के अनुसार है और हम तीन और सीटों पर जीत हासिल करने में सक्षम होंगे. यह एक अलग तरह का चुनाव था. यह चुनाव से अधिक जनआंदोलन था. हमने युवा उम्मीदवारों, छात्र नेताओं, किसान संघर्ष के हिस्सा रहने वाले और कामगार वर्ग पर अपना दांव लगाया. ऐसा लग रहा है कि यह काम कर रहा है.’