म्यांमार के संघीय चुनाव आयोग के अनुसार, आंग सान सू की की पार्टी ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ ने संसद के दोनों सदनों में 346 सीटें जीतकर दूसरी बार सत्ता पा ली है. सेना द्वारा समर्थित मुख्य विपक्षी दल यूएसडीपी ने चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है, लेकिन चुनाव आयोग ने उसके आरोप और मतदान फिर से कराने की मांग को ख़ारिज कर दिया है.
यंगून: म्यामांर में आंग सान सू की की ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ (एनएलडी) पार्टी ने दूसरी बार सत्ता में वापस आने के लिए संसद में पर्याप्त सीटें जीत ली हैं. शुक्रवार को चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए आधिकारिक परिणामों के अनुसार यह जानकारी सामने आई है.
संघीय चुनाव आयोग ने टेलीविजन और सोशल मीडिया पर घोषणा की कि एनएलडी ने संसद के दोनों सदनों में 346 सीटें जीती हैं, जो सरकार बनाने के लिए जरूरी बहुमत के आंकड़े 322 से अधिक है, जबकि कई सीटों के नतीजे अभी तक घोषित नहीं किए गए हैं.
म्यामांर में आम चुनाव के लिए रविवार (आठ नवंबर) को मतदान हुआ था.
सेना द्वारा समर्थित मुख्य विपक्षी दल ‘यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी’ ने 25 सीटें जीती हैं और अल्पसंख्यक समुदाय शान का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘शान नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ ने 15 सीटें जीती हैं. पूर्वी म्यामांर में रहने वाला शान समुदाय देश का सबसे बड़ा जातीय अल्पसंख्यक समुदाय है.
स्वतंत्र मतगणना सेवा ‘यवे माल’ द्वारा की गई एक अनौपचारिक गणना के मुताबिक, एनएलडी को 397 सीटें मिली हैं, जबकि विपक्षी यूएसडीपी को 28 और अन्य दलों को 44 सीटें मिली हैं.
यूएसडीपी ने चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप लगाया है और चुनाव परिणामों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है, लेकिन चुनाव आयोग ने उसके आरोप और मतदान फिर से कराने की मांग को खारिज कर दिया है.
इस बीच, स्वतंत्र मानवाधिकार समूहों ने मुस्लिम रोहिंग्या अल्पसंख्यक को मतदान के अधिकार से वंचित किए जाने और कुछ क्षेत्रों में मतदान को रद्द करने के फैसले की आलोचना की है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, एनएलडी के प्रवक्ता मोन्यवा आंग शिन ने कहा कि भारी जीत दिखाती है कि लोगों को अभी सू की के नेतृत्व में भरोसा है. हालांकि, हमें राष्ट्रीय एकता सरकार बनाने के लिए काम करना होगा.
उन्होंने कहा कि एनएलडी ने 39 जातीय अल्पसंख्यक दलों को साथ काम करने के लिए आमंत्रित किया है.
बता दें कि 1948 में ब्रिटेन से आजादी के तुरंत बाद से ही म्यांमार को विभिन्न स्वायत्तता प्राप्त करने वाली गुरिल्ला बलों के विद्रोह का सामना किया है. अब सू की की सरकार शांति प्रयासों को पूरा करने की कोशिश कर रही है. हालांकि, कुछ क्षेत्रों में हिंसा भड़कने के कारण शांति प्रयासों में प्रगति कुछ हद तक खराब हो गई है.
जातीय अल्पसंख्यक राजनीतिक दल राष्ट्रीय संसद के साथ-साथ अपने राज्य विधानसभाओं में सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा करते रहे हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने सू की को बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यामांर के आम चुनाव में ‘नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी’ पार्टी को मिली जीत पर बृहस्पतिवार को आंग सान सू की को बधाई दी और कहा कि वह दोनों देशों के बीच मित्रता के पारंपरिक संबंध को और मजबूत बनाने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हैं.
मोदी ने ट्वीट किया, ‘चुनाव में जीत के लिए आंग सान सू की और एनएलडी को बधाई. म्यामांर में जारी लोकतांत्रिक हस्तांतरण की प्रक्रिया की सफलता की ओर एक और कदम है, सफल आम चुनावों का आयोजन.’
उन्होंने लिखा, ‘दोनों देशों के बीच मित्रता के पारंपरिक संबंध को और मजबूत बनाने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हूं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)