पश्चिम बंगाल: मूर्ति विसर्जन के दौरान झड़प में भाजपा नेता की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या

घटना पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के तूफानगंज क्षेत्र में मां काली की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई. भाजपा ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है, वहीं सत्तारूढ़ दल ने इन आरोपों से इनकार किया है.

कलाचंद कर्माकर. (फोटो साभार: ट्विटर)

घटना पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के तूफानगंज क्षेत्र में मां काली की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई. भाजपा ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है, वहीं सत्तारूढ़ दल ने इन आरोपों से इनकार किया है.

कलाचंद कर्माकर. (फोटो साभार: ट्विटर)
कलाचंद कर्माकर. (फोटो साभार: ट्विटर)

कूचबिहार: पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में बुधवार को दो सामुदायिक क्लबों के सदस्यों के बीच झड़प में भाजपा के एक स्थानीय नेता की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या का दी गई. उनके परिवार ने यह जानकारी दी.

नेता के परिजन ने बताया कि यह घटना तूफानगंज क्षेत्र में मां काली की प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान हुई.

हालांकि, भाजपा ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है, वहीं सत्तारूढ़ पार्टी ने इन आरोपों से इनकार किया है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजपा के बूथ सचिव कलाचंद कर्माकर (55) ने झगड़ा कर रहे दो क्लब के सदस्यों को शांत कराने का प्रयास किया तो लोगों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी.

अधिकारी ने बताया कि इससे कर्माकर अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच की जा रही है.

कर्माकर की पत्नी आरोप है कि उन्हें डंडे से मारा गया था. वहीं, भाजपा की जिला इकाई ने घटना के लिए तृणमूल कांग्रेस पर दोष मढ़ा है.

प्रदेश भाजपा ने ट्वीट कर कहा है, ‘पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की हत्या की राजनीति जारी है! कूच बिहार में तृणमूल के गुंडों द्वारा भाजपा के बूथ सचिव कलाचंद कर्माकर को पीट पीट कर मार डाला गया. बुआ (ममता बनर्जी), आप बंगाल के लोगों से अपनी खून और आतंक की राजनीति का समर्थन करने की उम्मीद नहीं कर सकते. बस. अपने दिन गिनना शुरू करो!’

भाजपा के स्थानीय नेता सौरभ दास ने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस ने कूचबिहार जिले में अपना आधार खो दिया है और अब वह भाजपा के कार्यकर्ताओं को निशाना बना रही है.’

वहीं, तृणमूल कांग्रेस के नेता एवं उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने आरोपों को खारिज किया और उन्हें निराधार बताया.

उन्होंने कहा, ‘स्थानीय झगड़े के कारण घटना हुई. पुलिस मामले की जांच कर रही है. भाजपा मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है.’

एनडीटीवी के मुताबिक इस घटना के बाद भाजपा ने बुधवार शाम को शव के साथ सड़कों पर जाम लगा दिया और गुरुवार को 12 घंटे के स्थानीय बंद का आह्वान किया है.

वहीं, भाजपा के कई शीर्ष नेताओं ने ट्वीट कर घटना की निंदा की.

केंद्रीय राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो ने कहा, ‘तृणमूल की गुंडा सेना ने कालाचंद कर्मकार को पीट-पीट कर मार डाला, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई करने के बजाय खुद को अंधा बना लिया है. लोग इस अभिमानी सरकार को जल्द ही सबक देंगे.’

तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कोलकाता में कहा, ‘भले ही कोई कोरोना से मर जाएं, लेकिन भाजपा हमें दोष दे रही है.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)