लद्दाख: नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन देने पर भाजपा सांसद ने कहा- स्थायी शासन के लिए ऐसा किया

लद्दाख के भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल की टिप्पणी ऐसे वक़्त में आई है जब भाजपा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फ़ारूक़ अब्दुल्ला की अगुवाई वाले गुपकर गठबंधन को ‘गुपकर गैंग’ बोलकर हमला कर रही है. यह गठबंधन जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली और उसे फिर से पूर्ण राज्य बनाए जाने की मांग कर रहा है.

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लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल. (फोटो: पीटीआई)

लद्दाख के भाजपा सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल की टिप्पणी ऐसे वक़्त में आई है जब भाजपा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फ़ारूक़ अब्दुल्ला की अगुवाई वाले गुपकर गठबंधन को ‘गुपकर गैंग’ बोलकर हमला कर रही है. यह गठबंधन जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली और उसे फिर से पूर्ण राज्य बनाए जाने की मांग कर रहा है.

लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल. (फोटो: पीटीआई)
लद्दाख से भाजपा सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल. (फोटो: पीटीआई)

कारगिल: भाजपा की लद्दाख इकाई के अध्यक्ष और सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने शनिवार को कहा कि वैचारिक मतभेद के बावजूद उनकी पार्टी क्षेत्र में विकास सुनिश्चित करने के लिए स्थायी प्रशासन के वास्ते लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी)-कारगिल में नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करती रहेगी.

उन्होंने यह भी कहा कि पांच अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति, जब लद्दाख पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का हिस्सा था, की बहाली असंभव है.

नामग्याल ने कहा, ‘हमने कारगिल के लोगों और उसके विकास के हित में नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन दिया है. वैचारिक आधार पर कोई समझौता नहीं किया गया है.’

लद्दाख के सांसद की टिप्पणी ऐसे वक्त में आई है जब भाजपा नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की अगुवाई वाले गुपकर घोषणा-पत्र गठबंधन (पीएजीडी) को ‘गुपकर गैंग’ बोलकर हमला कर रही है.

यह गठबंधन विशेष दर्जे की बहाली और जम्मू कश्मीर को फिर से पूर्ण राज्य बनाए जाने की मांग कर रहा है.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत भाजपा नेतृत्व ने पीएजीडी को ‘गैंग’ करार दिया है और आरोप लगाया है कि यह गिरोह जम्मू कश्मीर में विदेशी ताकतों का दखल चाहता है.

कारगिल की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के समापन पर सवालों के जवाब में नामग्याल ने कहा कि उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करने के लिए एलएएचडीसी-कारगिल में नेशनल कॉन्फ्रेंस का समर्थन करती रहेगी कि वह पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करे.

एलएएचडीसी के 26 निर्वाचित सदस्यों में 10 नेशनल कॉन्फ्रेंस के, आठ कांग्रेस के, तीन भाजपा के और पांच निर्दलीय हैं. लद्दाख संघशासित प्रशासन इस 30 सदस्यीय परिषद में चार सदस्यों को नामित करता है.

कारगिल पर्वतीय परिषद के 2018 के चुनाव में त्रिशंकु जनादेश आया था. प्रारंभ में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस से हाथ मिलाया था, पीडीपी के दो और भाजपा के एक पार्षद थे.

2019 के लोकसभा चुनाव के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस एक दूसरे से अलग हो गए. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने परिषद में सत्ता में रहने के लिए पीडीपी के दो पार्षदों एवं चार निर्दलियों से हाथ मिला लिया.

कुछ महीने बाद दोनों पीडीपी पार्षद भाजपा में शामिल हो गए और भाजपा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन दे दिया.

इस मुद्दे पर भाजपा सांसद नामग्याल ने कहा, ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पीडीपी के साथ गठबंधन किया और बाद में पीडीपी भाजपा के साथ मिल गई.’

उन्होंने कहा, ‘हम दोनों में वैचारिक मतभेद हैं. यह गठबंधन कारगिल के विकास, लोगों के कल्याण तथा परिषद का पांच साल का कार्यकाल सुनिश्चित करने पर भाजपा द्वारा जोर देने पर आधारित है, ताकि लोगों को मध्यावधि चुनाव के लिए बाध्य न होना पड़े.’

उन्होंने कहा कि कारगिल पर्वतीय परिषद ने अतीत में कभी कार्यकाल पूरा नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘हमने सोचा कि जनादेश के साथ विश्वासघात नहीं होना चाहिए और परिषद अपना कार्यकाल पूरा करे.’

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, इसी दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा गुपकर ‘गैंग’ के खिलाफ है.

उन्होंने कहा कि कुछ लोग अनुच्छेद 370 की बहाली और पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य को 5 अगस्त, 2019 से पहले की स्थिति लाने की बात कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘ये दोनों चीजें असंभव हैं. सभी लोग इसे अच्छी तरह से जानते हैं. लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश का गठन अब इतिहास का हिस्सा है और इतिहास को बदला नहीं जा सकता है.’

नामग्याल ने कहा कि लद्दाख को 11 हजार करोड़ रुपये का बजट मिला है, जो कि अनुच्छेद 370 रहने के दौरान कभी नहीं मिला. जम्मू कश्मीर से अलग होने के बाद लद्दाख को लगातार फंड मिल रहे हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि कभी नेशनल कॉन्फ्रेंस से जुड़े रहे एलएएचडीसी कारगिल के मुख्य कार्यकारी पार्षद फिरोज खान से पूछें कि काउंसिल का बजट कैसे कई गुना बढ़ाया गया और ऐसे पार्षदों से पूछें जिनका बजट 18 लाख रुपये से बढ़ाकर 90 लाख रुपये किया गया.

भाजपा नेता ने कहा कि अब व्यक्तिगत लाभ का आनंद नहीं ले पाने वाले लोग राजनीतिक नारे लगा रहे हैं.

हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाले गुपकर गठबंधन के सदस्यों के कारगिल दौरे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘गुपकर गैंग के लोग कारगिल में बहुत उम्मीदें लेकर आए थे, लेकिन निराश होकर लौट गए. उन्होंने लेह जाने की हिम्मत नहीं की.’

अधिकारियों के साथ अपनी बैठकों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाएं जिले में पूरी तरह से लागू नहीं हो पाई हैं.

उन्होंने कहा, ‘मैंने अधिकारियों से योजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने को कहा है ताकि गरीबों, छात्रों और बीमारों सहित आम लोगों को लाभ मिल सके.’ उन्होंने जिम्मेदारियों को पूरा करने में कमी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.

उन्होंने कहा कि भाजपा ने श्रीनगर और लेह के बीच सभी मौसम कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए जोजिला सुरंग को पूरा करने का वादा किया था और यह तय समय के भीतर अच्छी तरह से किया जाएगा.

उन्होंने आगे कहा कि नया हवाई अड्डा भी पांच साल के भीतर पूरा हो जाएगा और कारगिल के लोगों को समर्पित कर दिया जाएगा. लोगों का समर्थन मांगते हुए उन्होंने हाजी अब्दुल हुसैन को कारगिल में भाजपा जिला अध्यक्ष घोषित किया.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)