बीते जून महीने में विमानन कंपनियों के वैश्विक संगठन अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात संघ ने कंपनियों को 2020 में 84.3 अरब डॉलर और 2021 में 15.1 अरब डॉलर का नुकसान होने का अनुमान लगाया था.
नई दिल्ली/वाशिंगटन: वैश्विक स्तर पर विमानन कंपनियों का नुकसान 2020 में 118.5 अरब डॉलर और 2021 में 38.7 अरब डॉलर रहने का अनुमान है.
विमानन कंपनियों के वैश्विक संगठन अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात संघ (आईएटीए) के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यह जून में लगाए गए अनुमान से बदतर स्थिति है.
आईएटीए के मुख्य अर्थशास्त्री ब्रायन पियर्से ने कहा कि 2020 की दूसरी छमाही काफी निराशाजनक रही. जून में वैश्विक स्तर पर विमानन कंपनियों को 2020 में 84.3 अरब डॉलर और 2021 में 15.1 अरब डॉलर का नुकसान होने का अनुमान लगाया गया था.
कोरोना वायरस महामारी के चलते लगे यात्रा प्रतिबंधों की वजह से 2020 में वैश्विक हवाई यातायात में बेहद कमी आयी है.
पियर्से ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘चालू वर्ष की दूसरी छमाही काफी निराशाजनक रही है. इसके चलते हमें अपने अनुमानों को और नीचे गिराने पर मजबूर होना पड़ा है. 2020 में विमानन उद्योग को कुल 118.5 अरब डॉलर के नुकसान होने का अनुमान है.’
आईएटीए के महानिदेशक अलेक्जेंड्रे डी जूनियाक कहा, ‘यह संकट विनाशकारी और अविश्वसनीय है. एयरलाइन कंपनियों ने अपनी लागत में 45.8 प्रतिशत की कटौती की है, लेकिन उनके राजस्व 60.9 फीसद कम है. इसका नतीजा यह होगा कि कंपनियों को इस साल 118.5 अरब डॉलर का कुल घाटा होगा.’
जूनियाक ने कहा, ‘कोविड-19 संकट ने 2020 में उद्योग को अपने अस्तित्व के लिए चुनौती दी है. इतिहास में 2020 उद्योग के लिए सबसे खराब वित्त वर्ष के रूप में दर्ज होगा. एयरलाइंस ने 2020 में प्रतिदिन औसतन एक अरब डॉलर की कटौती की है और आगे भी अभूतपूर्व नुकसान उठाएगा.’
संगठन ने दुनिया भर की सरकारों से कहा है कि टीका आने का इंतजार करने की जगह, जो लोग वायरस से संक्रमित नहीं हैं, उन्हें यात्रा करने की इजाजत दी जाए.
जूनियाक ने कहा, ‘हम उस टीके का इंतजार नहीं कर सकते, जो 2021 के मध्य से पहले पूरी तरह उपलब्ध नहीं होगा.’ उन्होंने कहा कि यात्रियों का कोविड-19 परीक्षण करने के बाद निगेटिव लोगों को हवाई यात्रा की अनुमति देनी चाहिए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)