मामला मध्य प्रदेश के गुना ज़िले का है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 50 वर्षीय दलित खेतिहर मज़दूर से दो युवकों ने सिगरेट जलाने के लिए माचिस मांगी थी. माचिस न होने की बात को लेकर कथित तौर पर मृतक का युवकों से विवाद हो गया था.
भोपाल: मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक 50 वर्षीय दलित व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. यह मामला करौद गांव का है.
एनडीटीवी के मुताबिक, खेतिहर मजदूर लालजी राम अहिरवार कुछ लोगों के साथ गांव के चबूतरे पर आराम कर रहे थे. कथित तौर पर इसी दौरान दो युवकों ने सिगरेट के लिए उनसे माचिस मांगी. इनकार करने पर विवाद बढ़ा और मारपीट हुई जिसमें लालजी राम गंभीर रूप से घायल हो गए. उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
रिपोर्ट के अनुसार, गुना के अतिरिक्त एसपी टीएस बघेल ने बताया, ‘ये घटना थाना बजरंगगढ़ के ग्राम करौद की है. लालजी राम अहिरवार वहां चबूतरे पर बैठे थे, तभी आरोपी यश यादव और अंकेश यादव वहां पहुंचे. उन दोनों ने उनसे सिगरेट जलाने के लिए माचिस मांगी. लालजी राम ने उन्हें बताया कि उनके पास माचिस नहीं है. इसी बात पर दोनों ने लड़ाई शुरू कर दी. बाद में लाठियों से उन पर हमला कर दिया.’
पुलिस के अनुसार, आरोपियों के विरुद्ध पहले धारा 307 और एससी/एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया था लेकिन बाद में हत्या की धाराएं जोड़ दी गईं.
नई दुनिया के मुताबिक बजरंगगढ़ थाना प्रभारी नरेंद्र गोयल ने बताया कि घटना शुक्रवार की दोपहर करीब 3.30 बजे की है. जब लालजी अहिरवार गांव के चबूतरे पर बैठे हुए थे.
एफएसएल अधिकारी आरसी अहिरवार ने बताया कि मारपीट में बुजुर्ग के सिर, आंख और पसलियों में गंभीर चोट पहुंची थी. पोस्टमार्टम के दौरान परिजन और समाज के लोग आए थे, जिन्होंने सख्त कार्रवाई के साथ न्याय की मांग की थी.
एनडीटीवी के अनुसार, सरकार ने मृतक के परिजन को 8.25 हजार रुपये की आर्थिक मदद मंजूर की. अंत्येष्टि के लिए भी 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी.
इसके अलावा एहतियात के तौर पर गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है. मृतक का अंतिम संस्कार भी पुलिस की मौजूदगी में किया गया.