भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से बीते 24 घंटे के दौरान 512 लोगों की मौत के साथ मृतकों की संख्या बढ़कर 139,700 हो गई है. विश्व में संक्रमण के 6.59 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए जा चुके हैं और 15.19 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
नई दिल्ली: देश में शनिवार को कोविड-19 के एक दिन में 36,652 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामले 96.08 लाख के पार चले गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक कुल 9,058,822 लोग कोरोना वायरस संक्रमण से उबर चुके हैं जिसके बाद देश में संक्रमण मुक्त होने की दर शनिवार को 94.28 फीसदी हो गई.
मंत्रालय के शनिवार सुबह आठ बजे के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक देश भर में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 9,608,211 मामले हैं. बीते 24 घंटे में देश में 512 संक्रमितों की मौत होने से मृतकों संख्या बढ़कर 139,700 हो गई है. देश में कोविड-19 के कारण मरने वालों की दर 1.45 फीसदी है.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित 409,689 लोगों का इलाज चल रहा है जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.26 फीसदी है.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबित चार दिसंबर तक कुल 145,885,512 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 1,157,763 नमूनों की जांच शुक्रवार को की गई.
बीते 24 घंटे के दौरान आए मौत के 512 नए मामलों में महाराष्ट्र से 127, दिल्ली से 73, पश्चिम बंगाल से 52, उत्तर प्रदेश और केरल से 29-29, पंजाब से 20, हरियाणा से 19, छत्तीसगढ़ से 15 और कर्नाटक से 13 मामले आए.
अब तक देश में संक्रमण से मौत के कुल 139,700 मामलों में महाराष्ट्र से 47,599, कर्नाटक से 11,834, तमिलनाडु से 11,762, दिल्ली से 9,497, पश्चिम बंगाल से 8,628, उत्तर प्रदेश से 7,877, आंध्र प्रदेश से 7,020, पंजाब से 4,882 और गुजरात से 4,049 मामले सामने आए हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि मृतकों में से 70 फीसदी से ज्यादा लोग पहले से ही अन्य बीमारियों के शिकार थे.
भारत में कोविड-19 के कुल मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख के पार, 11 अक्टूबर को 70 लाख के पार, 29 अक्टूबर को 80 लाख के पार हो गए और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे.
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा है. वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख होने में 12 दिन लगे थे. 60 से 70 लाख होने में इसे 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख होने में 13 दिन लगे.
देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
24 घंटे में सामने आए नए मामलों की बात करें तो बीते चार दिसंबर को 36,595, तीन दिसंबर को 35,551, दो दिसंबर को 36,604 और एक दिसंबर को 31,118 नए मामले सामने आए थे.
इसी तरह बीते 24 घंटे के दौरान बीते चार दिसंबर को 540, तीन दिसंबर को 526, दो दिसंबर को 501 और एक दिसंबर को 482 लोगों की मौत हुई.
नवंबर महीने 24 घंटे के दौरान सात नवंबर को संक्रमण के अधिकतम 50,356 मामले सामने आए थे और पांच नवंबर को संक्रमण से अधिकतम 704 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने की बात करें तो एक तारीख को अधिकतम 86,821 और 28 अक्टूबर को न्यूनतम 43,893 मामले 24 घंटे के दौरान सामने आए थे. अक्टूबर में 24 घंटे में मरने वालों की अधिकतम संख्या 1 अक्टूबर को 1,181 थी.
सात सितंबर को 90,802 और 30 सितंबर को 80,472 नए मामले दर्ज किए गए थे. सात से 30 सितंबर के बीच नए मामलों की संख्या घटती बढ़ती रही. इस अवधि में 22 सितंबर को 75,083 (न्यूनतम) और 17 सितंबर को 97,894 (अधिकतम) मामले दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा भी है.
छह सितंबर को संक्रमण के नए मामले पहली बार 90 हजार (90,632) के पार हो गए थे. 28 अगस्त को पहली बार 70 हजार (75,760) के पार, सात अगस्त को पहली बार 60 हजार (62,538) के पार, 30 जुलाई को पहली बार 50 हजार के पार हो गए थे.
इसी तरह 20 जुलाई को यह पहली बार 40 हजार के पार, 16 जुलाई को पहली बार 30 हजार के पार, 10 जुलाई को पहली बार 25 हजार (26,506) के पार, तीन जुलाई को पहली बार 20 हजार के पार, 21 जून को पहली बार 15 हजार के पार और 20 जून को संक्रमण के नए मामलों की संख्या पहली बार 14 हजार के पार हुई थी.
सितंबर महीने में एक दिन में मरने वालों की बात करें तो एक सितंबर को इनकी संख्या 819 और 29 सितंबर को न्यूनतम 776 थी. इन दो तारीखों के अलावा पूरे महीने हर दिन मरने वालों की संख्या एक हजार से अधिक रही है. 16 सितंबर को 1290 लोगों की जान गई, जो एक दिन में मरने वालों का सर्वाधिक आंकड़ा है.
10 अगस्त से 31 अगस्त तक बीते 24 घंटे या एक दिन में मरने वालों की संख्या 1007 से अधिकतम 1,092 (19 अगस्त का आंकड़ा) के बीच रही. 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच एक दिन या 24 घंटे में मौत का आंकड़ा 700 से लेकर 933 (आठ अगस्त का आंकड़ा) के बीच रहा है. एक जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह आंकड़ा 507 से 1,129 के बीच रहा.
11 जून से 30 जून के बीच मरने वालों की संख्या 300 से 500 के अंदर रही है. 22 जून को एक दिन में मरने वालों की संख्या पहली बार 400 से अधिक रही थी. और 11 जून को पहली बार मरने वालों की संख्या 300 के आंकड़े को पार कर गई थी.
दुनियाभर में मामले 6.59 करोड़ से ज़्यादा, 15.19 लाख से अधिक लोगों की मौत
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 65,925,374 हो गए हैं और अब तक 1,519,050 लोगों की जान जा चुकी है.
दुनियाभर में कोरोना से अमेरिका सबसे अधिक प्रभावित देश है. यहां संक्रमण के अब तक 14,371,633 मामले सामने आए हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 278,996 हो चुकी है.
भारत संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित दूसरा देश है. भारत के बाद तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश ब्राजील में संक्रमण के अब तक 6,533,968 मामले मिले हैं और 175,964 लोग दम तोड़ चुके हैं.
ब्राजील के बाद चौथे प्रभावित देश रूस में संक्रमण के 2,382,012 मामले आए हैं, जबकि 41,730 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
रूस के बाद पांचवें सर्वाधिक प्रभावित फ्रांस में संक्रमण के 2,321,703 मामले आए हैं, जबकि 54,859 मरीजों की मौत दर्ज की जा चुकी है.
फ्रांस के बाद छठे प्रभावित देश ब्रिटेन में संक्रमण के 1,694,800 मामले हैं और 60,714 लोगों ने जान गंवा दी है. ब्रिटेन के बाद स्पेन को पछाड़कर इटली सातवां सर्वाधिक प्रभावित देश बन गया है. यहां संक्रमण के 1,688,939 मामले सामने आए हैं और 58,852 मौतें हुई हैं.
इटली के बाद आठवें सर्वाधिक प्रभावित देश स्पेन में संक्रमण के 1,684,647 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 46,252 मौतें हुई हैं. स्पेन के बाद नौवें प्रभावित देश अर्जेंटीना में संक्रमण के 1,454,631 मामले सामने आए हैं और 39,512 मौतें हुई हैं.
अर्जेंटीना के बाद 10वें सर्वाधिक प्रभावित देश कोलंबिया में 1,352,607 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 37,467 लोगों की यह महामारी जान ले चुकी है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)