महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर का मामला. पिछले महीने औरंगाबाद पुलिस ने भाजपा विधायक प्रशांत बांब और 15 अन्य के ख़िलाफ़ चीनी फैक्टरी में किसानों द्वारा जमा कराए गए नौ करोड़ से अधिक रुपये कथित रूप से दूसरों के खातों में जमा करने पर केस दर्ज किया था.
औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में चीनी विभाग के क्षेत्रीय सहायक निदेशक के कार्यालय के बाहर बिना अनुमति इकट्ठा होने पर पुलिस ने कम से कम 150 गन्ना किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी.
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी है.
उन्होंने बताया कि घटना बीते चार दिसंबर की है. गन्ना किसान सहायक निदेशक के कार्यालय के बाहर इकट्ठा हुए और उन्होंने चीनी सहकारी फैक्टरी के बैंक खाते में जमा किसानों का धन जारी करने की मांग की.
अधिकारी ने बताया कि अधिकतर किसान जिले के गंगापुर और लासूर इलाके से थे.
उन्होंने बताया कि किसानों के खिलाफ क्रांति चौक पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी तरीके से जमा होने, गलत तरीके से अवरोध खड़ा करने, दंगा, सार्वजनिक कर्मचारी द्वारा विधिवत प्रचारित आदेश की अवहेलना करने और जीवन के लिए खतरनाक वायरस के संभावित प्रसार में लापरवाही बरतने से संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
एक अधिकारी ने बताया था पिछले महीने औरंगाबाद पुलिस ने भाजपा विधायक प्रशांत बांब और 15 अन्य के खिलाफ चीनी फैक्टरी में किसानों द्वारा जमा कराए गए नौ करोड़ से अधिक रुपये कथित रूप से ऐसे लोगों के खाते में जमा करने पर मामला दर्ज किया था, जो इससे संबंधित नहीं थे.
बांब ने अपने पर लगे आरोपों से इनकार किया है. औरंगाबाद जिले के गंगापुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रशांत बांब 2009 से गंगापुर से लगातार तीन बार चुनाव जीत चुके हैं और गंगापुर सहकारी चीनी मिल के अध्यक्ष भी हैं.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)