मामला पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी ज़िले के नागरकता थाना क्षेत्र का है. पुलिस ने बताया कि नागरकता के मैनाखोला गांव में हाल ही में कुछ लोगों की मौत बीमारी से हो गई थी और स्थानीय लोगों का मानना है कि उनकी मौत जादू-टोना के कारण हुई.
जलपाईगुड़ी: पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में जादू-टोना करने के शक में 60 वर्षीय एक महिला को लाठी- डंडों से पीट-पीट कर मार डाला गया. पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में दो अन्य महिलाओं को भी पीटा गया, जिससे वे घायल हो गईं.
पुलिस ने बताया कि जिले के नागरकता स्थित मैनाखोला गांव में हाल ही में कुछ लोगों की मौत बीमारी से हो गई थी और स्थानीय लोगों का मानना है कि उनकी मौत जादू-टोना के कारण हुई.
उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय युवकों ने दो महिलाओं को काला जादू करने के शक में पीटना शुरू कर दिया. इन महिलाओं ने फिर 60 वर्षीय मोंगरा उरांव के नाम का जिक्र किया.
पुलिस ने बताया कि उरांव को घर से बाहर घसीट कर लाया गया और उसे लाठी-डंडों से पीटा गया. उन्होंने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तब तक उरांव की मौत हो चुकी थी.
द टेलीग्राफ के मुताबिक, पुलिस ने इस घटना के संबंध में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों को गुरुवार को जलपाईगुड़ी की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया. उनमें से पांच को न्यायिक हिरासत और चार को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.
पुलिस ने 50 साल से अधिक उम्र की दो महिलाओं- चमेली उरांव और कोरियो केवार को बचाया. उन दोनों को गंभीर चोटें आई हैं और उन्हें मालबाजार अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों से लोगों को संदेह था कि चमेली और कोरियो काला जादू का अभ्यास कर रही हैं, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं.
बुधवार रात को लोगों की एक भीड़ ने चमेली और कोरियो के घरों में जाकर उन्हें पकड़ लिया. उसके बाद पास में ही रहने वाली मोंगरा उराव को उन दोनों महिलाओं का गुरु होने का आरोप लगाया गया और घर से बाहर घसीटकर लाया गया. उसके बाद तीनों को बगल के गांव मैनाखोला में ले गए और लोहे की छड़ों तथा डंडों से उनकी पिटाई की.
इसी बीच कुछ लोगों ने नागरकता पुलिस को सूचना दी. पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और महिलाओं को बचाया, हालांकि मोंगरा की मौत पहले ही हो गई थी.
मृतक महिला मोंगरा के भतीजे अमीर मिंज ने अपने चाचा पर कुछ ग्रामीणों को बहकाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, ‘उन्हें भी दंडित किया जाना चाहिए.’
नागरकता के बीडीओ बिपुल कुमार मोंडल ने कहा, ‘इस घटना के बाद प्रशासन और पुलिस को सतर्क कर दिया गया है क्योंकि उत्तर बंगाल के आदिवासी इलाके में अब जादू-टोना असमान्य है. हम जल्द ही क्षेत्र में एक जागरूकता अभियान शुरू करेंगे, ताकि लोग इस तरह के अंधविश्वासों के शिकार न हों.’
साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस से कहा गया है कि इस अपराध में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाया जाए.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)