ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार का पता चलने के बाद सोमवार को श्रेणी-4 के सख्त लॉकडाउन को लागू कर सभी अनावश्यक यात्राओं और कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. भारत में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार सतर्क है और घबराने की ज़रूरत नहीं है.
लंदन/बर्लिन/नई दिल्लीः ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमण की दर बढ़ने के कारण रविवार से सख्त पाबंदियों के साथ लॉकडाउन लागू किया गया है.
इसके तहत गैरजरूरी वस्तुओं की दुकानें और प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए हैं.
माना जा रहा है कि कोरोना वायरस का यह नया प्रकार देश में संक्रमण को तेजी से फैलाने के लिए जिम्मेदार है.
भारत ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के तेजी से फैलने के मद्देनजर 22 से 31 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से भारत आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी गई है. नागर विमानन मंत्रालय ने यह जानकारी दी है.
सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि मंगलवार रात 11 बजकर 59 मिनट तक ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों में सवार यात्रियों को विमान उतरने के बाद हवाई अड्डे पर अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी.
This suspension to start w.e.f. 23.59 hours, 22nd December 2020. Consequently flights from India to UK shall stand temporarily suspended during above said period.
— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) December 21, 2020
इस बीच भारत के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार सतर्क है, घबराने की आवश्यकता नहीं है.
उधर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शनिवार शाम को नए और सख्त प्रतिबंधों की घोषणा की थी. इसके तहत पांच दिवसीय प्रस्तावित ‘क्रिसमस बबल’ कार्यक्रम को भी रद्द कर दिया गया है.
जॉनसन ने कहा कि राजधानी और दक्षिणी इंग्लैंड के कई इलाके प्रतिबंधों की तीसरी श्रेणी के तहत आते हैं, जो काफी सख्त प्रतिबंध हैं.
जानकारी के अनुसार, सोमवार को ब्रिटेन में श्रेणी-4 के सख्त लॉकडाउन को लागू किया गया है और सभी अनावश्यक यात्राओं व कार्यक्रमों पर प्रतिबंध है.
बता दें कि चौथे चरण के तहत लोगों को अपने घर के बाहर किसी भी अन्य व्यक्ति से मिलने-जुलने पर रोक रहेगी. यह रोक क्रिसमस के दौरान भी लागू रहेगी.
इसके अलावा जिन क्षेत्रों में हल्के प्रतिबंध लागू हैं, वहां भी क्रिसमस के दौरान केवल 25 दिसंबर के दिन तीन परिवारों के इकट्ठा होने की छूट रहेगी.
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा, ‘सभी को, खास तौर पर श्रेणी-4 के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को संयम बरतने की जरूरत है, क्योंकि वे संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं- यही एक मात्र तरीका है, जिससे हम इसे नियंत्रण में लाने जा रहे हैं.’
उन्होंने कहा कि स्थिति ‘बेहद गंभीर’ है और सरकार एक ‘बेकाबू’ वायरस के नए स्वरूप को रोकने का प्रयास कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘यह एक जानलेवा बीमारी है, हमें इसे नियंत्रण में रखने की जरूरत है और इस नए स्वरूप ने इस काम को और मुश्किल बना दिया है.’
वायरस का यह नया स्वरूप 70 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है, यद्यपि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे कोई साक्ष्य नहीं हैं कि यह ज्यादा जानलेवा है या टीके को लेकर यह अलग तरह की प्रतिक्रिया देगा.
इंपीरियल कॉलेज लंदन के डॉ. एरिक वोल्ज कहते हैं, ‘यह बताना अभी वास्तव में काफी जल्दबाजी होगी, लेकिन हमने अब तक जो देखा है उसके मुताबिक यह बहुत तेजी से बढ़ रहा है, यह पहले वाले (वायरस के पूर्व स्वरूप) की तुलना में बेहद तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन इस पर नजर रखना महत्वपूर्ण है.’
यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम में विषाणु विज्ञानी प्रोफेसर जोनाथन बाल कहते हैं, ‘सार्वजनिक रूप से अभी जो साक्ष्य उपलब्ध हैं वह इस बात के लिए कोई ठोस राय बनाने को लेकर अपर्याप्त हैं कि क्या इस विषाणु से वास्तव में प्रसार बढ़ा है.’
इस बीच इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रोफेसर क्रिस विट्टी ने कहा, ‘हमने विश्व स्वास्थ्य संगठन को सतर्क किया है और वायरस के नए प्रकार के बारे में और समझने के लिए उपलब्ध जानकारी का अध्ययन कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘वर्तमान में इस बात को साबित करने वाला कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है.’
ब्रिटेन से भारत आने वाली उड़ानों पर 31 दिसंबर तक रोक
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘हमने कुछ देशों में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार के प्रसार से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सभी आवश्यक सावधानी बरतने का फैसला किया है. ब्रिटेन से भारत में आने वाली सभी उड़ानों को 22 दिसंबर से 31 दिसंबर 2020 तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया जाएगा.’
We have decided to take all necessary precautions as a result of the situation arising out of the spread of a new strain of coronavirus in some countries. All flights originating from U.K into India will be suspended temporarily from 22 Dec to 31 Dec 2020. @PMOIndia @HMOIndia https://t.co/Pn6mxKL1zM
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) December 21, 2020
उन्होंने कहा, ‘यह निर्णय लिया गया है कि ब्रिटेन से आने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों को उनके आगमन पर अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर परीक्षण कराना होगा.’
पुरी के अनुसार, ‘भारत आने पर जो भी यात्री कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे उन्हें संबंधित राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के संस्थागत क्वारंटीन सेंटर पर भेजा जाएगा. कोरोना पॉजिटिव नहीं पाए जाने पर उन्हें यह सुझाव है कि वह सात दिनों के लिए घर पर आइसोलेट रहे और संबंधित राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा उन्हें चिकित्सकीय निगरानी पर रखा जाएगा.
Those found positive on arrival should be sent for institutional quarantine set up by state/UT govts, in collaboration with the states/UTs concerned.
Those found negative should be advised to isolate at home for 7 days & will be medically monitored by the States/UTs.
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) December 21, 2020
भारत सरकार सतर्क है, घबराने की आवश्यकता नहीं: स्वास्थ्य मंत्री
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के संक्रमण को लेकर चिंताओं के बीच सोमवार को कहा कि सरकार सतर्क है और घबराने की आवश्यकता नहीं है.
हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस के नए प्रकार के संक्रमण को लेकर चिंताओं और ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध की मांग के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘मैं कहना चाहूंगा कि ये काल्पनिक स्थितियां हैं, ये काल्पनिक बातें है, ये काल्पनिक चिंताएं हैं… अपने आप को इससे दूर रखें.’
हर्षवर्धन ने कहा, ‘सरकार हर चीज के बारे में पूरी तरह जागरूक है. यदि आप मुझसे पूछें, तो इतना घबराने की कोई जरूरत नहीं है, जैसा कि इस संवाददाता सम्मेलन में देखा जा रहा है.’
उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले एक साल में हर वह काम किया है, जो कोविड-19 से निपटने के लिए महत्वपूर्ण था. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक समुदाय ने कोविड-19 से निपटने के लिए लगातार प्रयास किए हैं और इसमें अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए प्रकार के संक्रमण के मद्देनजर ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की केंद्र से मांग की है.
इस बीच मंत्रालय ने नए स्ट्रेन पर चर्चा करने के लिए सोमवार को संयुक्त निगरानी समूह (जेएमजी) की आपात बैठक बुलाई है.
सूत्र का कहना है कि चर्चा के लिए स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (डीजीएचएस) की अध्यक्षता में सोमवार को संयुक्त निगरानी समूह की बैठक होगी. भारत में विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉ. रॉडरिको एच. ऑफ्रिन भी बैठक में शामिल हो सकते हैं, जो कि जेएमजी के सदस्य हैं.’
कई देशों ने ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाई
ब्रिटेन के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस के एक नए प्रकार के तेजी से पांव पसारने के बीच यूरोपीय यूनियन के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उडानों पर रोक लगा दी है.
जर्मनी, इटली, बेल्जियम, डेनमार्क, बुल्गारिया, आयरिश रिपब्लिक, तुर्की और कनाडा के ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही पर रोक लगाने के बाद फ्रांस ने भी ब्रिटेन के लिए अपनी सीमाएं बंद करने का फैसला किया है.
जिन अन्य देशों और क्षेत्रों ने ब्रिटेन की यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है, उनमें हांगकांग, इजराइल, ईरान, क्रोएशिया, अर्जेंटीना, मोरक्को, चिली और कुवैत शामिल हैं.
कई अन्य देश ऐसे ही प्रतिबंधों को लेकर विचार कर रहे हैं.
फ्रांस ने रविवार मध्यरात्रि के बाद से 48 घंटों के लिए ब्रिटेन से सभी तरह की यात्रा पर रोक लगा दी. प्रधानमंत्री कार्यालय की घोषणा में कहा गया कि ब्रिटेन जाने वाले लोग इससे प्रभावित नहीं होंगे.
जर्मनी की सरकार ने कहा कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों को रोक रही है. नीदरलैंड ने कम से कम इस साल के अंत तक ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है.वहीं, बेल्जियम ने रविवार मध्यरात्रि से लेकर अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन की उड़ानों पर रोक लगाने की घोषणा की है. साथ ही ब्रिटेन की रेल सेवाओं की आवाजाही पर भी रोक लगा दी है.उधर, ऑस्ट्रिया और इटली ने कहा है कि वह ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगाएंगे.
इटली के विदेश मंत्री लुइगी डी मायो ने ट्वीट कर कहा, ‘सरकार कोरोना वायरस के नए प्रकार से इटली के निवासियों को बचाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है. रविवार को ब्रिटेन से करीब दो दर्जन उड़ानें इटली के लिए रवाना होनी हैं.’
वहीं, चेक गणराज्य ने ब्रिटेन से आने वाले लोगों के लिए आइसोलेशन के नियम को लागू कर दिया है.
बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी. क्रू ने कहा कि वह बतौर सावधानी मध्यरात्रि से अगले 24 घंटों के लिए ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा रहे हैं.
यूरोपीय संघ के सदस्य तीनों देशों की सरकारों ने कहा कि वे ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा लंदन और आसपास के इलाकों के लिए शनिवार को उठाए गए सख्त कदम के मद्देनजर यह फैसला कर रही हैं.
सऊदी अरब ने सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें निलंबित कीं
सऊदी अरब ने कोरोना वायरस के एक नए प्रकार (स्ट्रेन) के सामने आने और उसके तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर अस्थायी रूप से अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री विमान सेवाएं स्थगित कर दी हैं.
देश के गृह मंत्रालय ने कहा कि वायरस की प्रकृति के बारे में चिकित्सा संबंधी जानकारी स्पष्ट होने तक इस एक सप्ताह के उड़ान प्रतिबंध को और बढ़ाया जा सकता है.
मंत्रालय ने कहा कि देश के जमीनी और समुद्री बंदरगाह भी बंद रहेंगे.
सरकार ने पिछले तीन महीने में यूरोपीय देशों से लौटे सभी लोगों को तत्काल कोविड-19 जांच कराने का आदेश दिया है. मंत्रालय ने कहा कि निलंबन से देश के मालवाहक उड़नों और आपूर्ति श्रृंखला पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)