2017 में केंद्र सरकार ने ‘माई स्टैंप’ योजना शुरू की थी. योजना के तहत कोई भी व्यक्ति 300 रुपये का भुगतान कर अपनी या अपने परिवार के सदस्यों की तस्वीर डाक टिकट पर मुद्रित करवाकर जारी करा सकता है.
कानपुर: कानपुर के मुख्य डाकघर से अंडरवर्ल्ड माफिया डॉन छोटा राजन और मारे जा चुके कुख्यात गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की तस्वीरों वाले डाक टिकट जारी किए जाने के बाद विभाग ने इस मामले में प्रथम दृष्टया जिम्मेदार पाए जाने पर एक विभागीय कर्मचारी को निलंबित कर दिया है.
डाक विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि शहर के मुख्य डाकघर में छोटा राजन और बजरंगी की तस्वीरों के साथ डाक टिकट जारी किए गए. राजन और बजरंगी के 12-12 टिकट ‘माई स्टैंप’ योजना के तहत छापे गए और विभाग ने इन्हें जारी भी किया.
पोस्टमास्टर जनरल वीके वर्मा ने छोटा राजन और मुन्ना बजरंगी की तस्वीरों वाले डाक टिकट जारी करने में हुई चूक को स्वीकार किया. वर्मा ने कहा कि अनियमितता और खामियों की जांच शुरू कर दी गई है.
वर्मा ने कहा, ‘डाक टिकट जारी करने से पहले पहचान की जो आवश्यक प्रक्रिया है, उसका अनुपालन किए बिना ही जिम्मेदार कर्मचारी ने डाक टिकट जारी कर दिए.’
उन्होंने बताया कि इस मामले में प्रथम दृष्टया डाकघर के फिलाटेली (डाक टिकट-संग्रह) विभाग के प्रभारी रजनीश कुमार को निलंबित कर दिया गया है.
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा, हमने इस संबंध में कुछ अन्य कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किए हैं.’
उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी गलती न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने का फैसला किया गया है.
2017 में केंद्र सरकार ने ‘माई स्टैंप’ योजना शुरू की थी. योजना के तहत कोई भी व्यक्ति 300 रुपये का भुगतान कर अपनी या अपने परिवार के सदस्यों की तस्वीर डाक टिकट पर मुद्रित करवाकर जारी करा सकता है.
उल्लेखनीय है कि छोटा राजन मुंबई की एक जेल में है और मुन्ना बजरंगी की 2018 में उत्तर प्रदेश की बागपत जेल में हत्या कर दी गई थी. बजरंगी पर भारतीय जनता पार्टी के विधायक कृष्णानंद राय समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों की हत्या का आरोप था.
बीते 28 दिसंबर को दैनिक अखबार हिंदुस्तान ने अपनी एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी थी. रिपोर्ट में बताया गया था कि पांच रुपये वाले 12 डाक टिकट छोटा राजन और 12 मुन्ना बजरंगी के हैं. डाक विभाग को इसके लिए निर्धारित 600 रुपये फीस अदा की गई थी.
हिंदुस्तान अखबार ने अपनी एक अन्य रिपोर्ट में बताया है कि एक कर्मचारी को निलंबित करने के अलावा मंगलवार सुबह ही कानपुर प्रधान डाकघर के फिलैटिली विभाग को भी सील कर दिया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)