केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ब्रिटेन से भारत लौटे कुल 20 लोग सार्स-सीओवी-2 के नए स्वरूप से संक्रमित पाए गए हैं. नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि भारत- ब्रिटेन के बीच विमान सेवाएं सात जनवरी तक स्थगित रहेंगी, जिसके बाद कड़े नियमों के तहत इनका संचालन किया जाएगा.
नई दिल्ली: ब्रिटेन से भारत लौटे कुल 20 लोग सार्स-सीओवी-2 के नए प्रकार (स्ट्रेन) से संक्रमित पाए गए हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि इन 20 लोगों में मंगलवार को संक्रमित पाए गए छह लोग भी शामिल है.
मंत्रालय ने बताया कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) में जांच के दौरान आठ मामले, कल्याणी (कोलकाता के पास) स्थित ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स’ (एनआईबीएमजी) में एक मामला, पुणे के राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में एक मामला, बेंगलुरू के राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान अस्पताल (निमहांस) में सात मामले, हैदराबाद के कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में दो मामले और दिल्ली के जिनोमिकी और समवेत जीव विज्ञान संस्थान (आईजीआईबी) में एक मामला सामने आया.
#COVID19: Total 20 UK returnees to India have tested positive for the new COVID strain so far
— ANI (@ANI) December 30, 2020
मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि ब्रिटेन से आए छह लोग वायरस के नए प्रकार से संक्रमित पाए गए हैं. इन सभी लोगों को चिह्नित स्वास्थ्य सेवा केंद्रों में अलग क्वारंटीन कक्षों में रखा है, साथ ही उनके संपर्क में आए लोगों को भी पृथक-वास में रखा गया है.
उसने बताया कि इन लोगों के साथ यात्रा करने वाले लोगों, उनके परिवार के सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है. अन्य नमूनों का जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है.
ऑउटलुक के मुताबिक, मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मेरठ में दो साल की बच्ची में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला था. बच्ची का परिवार ब्रिटेन से लौटा था, जिसके बाद बच्ची सहित उसके माता-पिता कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे.
हालांकि, नया स्ट्रेन केवल दो साल की बच्ची में ही मिला है.
मंत्रालय ने कहा, ‘हालात पर निकटता से नजर रखी जा रही है और सतर्कता बढ़ाने, संक्रमण को रोकने, जांच बढ़ाने और नमूनों को आईएनएसएसीओजी प्रयोगशालाओं में भेजने के लिए राज्यों को नियमित सलाह दी जा रही है.’
उसने कहा कि यह गौर करने वाली बात है कि सबसे पहले ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्वरूप डेनमार्क, हॉलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर में भी पाया गया है.
मंत्रालय ने बताया कि 25 नवंबर से 23 दिसंबर के बीच करीब 33,000 यात्री ब्रिटेन से भारत के विभिन्न हवाईअड्डों पर पहुंचे. इन सभी यात्रियों का पता लगाया जा रहा है और केंद्र तथा राज्य सरकार इनकी आरटी-पीसीआर जांच करा रही है.
भारत ने विषाणु के उत्परिवर्तित प्रकार (म्यूटेंट वेरिएंट) का पता लगाने तथा इसे रोकने के लिए एक अग्र-सक्रिय रणनीति तैयार की है. इ
समें 23 दिसंबर की मध्यरात्रि से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन से आनेवाली सभी उड़ानों को अस्थायी रूप से रोकने और ब्रिटेन से लौटे सभी हवाई यात्रियों की आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य करना शामिल है.
ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही सात जनवरी तक स्थगित
नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच विमान सेवाएं सात जनवरी तक स्थगित रहेंगी और इसके बाद कड़े नियमों के तहत इनका संचालन किया जाएगा.
नागर विमानन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि वायरस के ज्यादा संक्रामक नए स्वरूप (स्ट्रेन) के सामने आने की वजह से यूरोपीय देश और भारत के बीच विमानों की आवाजाही 23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्थगित रहेगी.
A decision has been taken to extend the temporary suspension of flights to & from the United Kingdom till 7 January 2021: Union Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri pic.twitter.com/LgjsSSLxFM
— ANI (@ANI) December 30, 2020
पुरी ने ट्वीट किया, ‘ब्रिटेन से विमानों की आवाजाही को सात जनवरी 2021 तक स्थगित करने का फैसला किया गया है.’
उन्होंने कहा, ‘इसके बाद कड़े विनियमित तरीके से इसका संचालन शुरू किया जाएगा, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)