उत्तर प्रदेश: क​थित तौर पर पत्ते तोड़ने को लेकर हुई पिटाई के बाद दलित युवक ने आत्महत्या की

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले की घटना. आरोप है कि दलित युवक ने अपनी बकरियों को खिलाने के लिए आम के पेड़ से पत्ते तोड़े थे, जिसके बाद आरोपियों ने उसकी पिटाई की थी. पुलिस ने केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है.

(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिपीडिया)

उत्तर प्रदेश के फतेहपुर ज़िले की घटना. आरोप है कि दलित युवक ने अपनी बकरियों को खिलाने के लिए आम के पेड़ से पत्ते तोड़े थे, जिसके बाद आरोपियों ने उसकी पिटाई की थी. पुलिस ने केस दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है.

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(प्रतीकात्मक फोटो साभार: विकिपीडिया)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में कथित तौर पर पेड़ से पत्ते तोड़ने के चलने एक दलित युवक को पीटा गया, जिसके बाद युवक ने आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने बुधवार को इस संबंध में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.

मृतक युवक की पहचान 25 वर्षीय धर्मपाल दिवाकर के रूप में हुई है, जो जिले के मलवां क्षेत्र में रहते थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक के परिवार का कहना है कि बीते 29 दिसंबर को आम के पेड़ से पत्ते तोड़ने के लिए आरोपियों ने धर्मपाल की बेरहमी से पिटाई की थी, जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली.

हालांकि, सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया है.

फतेहपुर के एसपी सतपाल ने कहा, ‘पीड़ित के परिवार की शिकायत के आधार पर हमने दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.’

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान 27 वर्षीय नूर मोहम्मद और 22 वर्षीय सलमान के तौर पर की गई है.

पुलिस नूर मोहम्मद के भाई आशिक अली का पता लगाने के लिए छापेमारी कर रही है. इस मामले में आशिक अली भी आरोपी हैं.

धर्मपाल के पिता रामपति दिवाकर की शिकायत के मुताबिक, ‘उनका बेटा मंगलवार (29 दिसंबर) को आम के पेड़ से पत्ते तोड़ रहा था और अपनी बकरियों को खिला रहा था कि तभी आरोपी मौके पर पहुंचे और उसकी पिटाई शुरू कर दी.’

हालांकि, स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामले को सुलझा लिया गया था.

पुलिस का कहना है, ‘इस घटना के बाद परिवार के सदस्यों को धर्मपाल स्टोर रूम में हूक से लटका हुआ मिला.’

रामपति की शिकायत के आधार पर नूर मोहम्मद, आशिक अली और सलमान के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत मलवां पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की गई.

पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अनूसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया है.