उत्तर प्रदेश के शामली ज़िले का मामला. आरोप है कि चार पुलिसकर्मियों द्वारा बीते तीन जनवरी को घर के बाहर बैठे मज़दूर को बेरहमी से पीटा गया, जिससे उनकी मौत हो गई.
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में शामली जिले के एलम कस्बे में 50 वर्षीय एक मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी.
मृतक ओमवीर के परिवार के सदस्यों ने प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया था कि रविवार (तीन जनवरी) को चार पुलिसकर्मियों द्वारा उनके घर पर छापेमारी के दौरान की गई मारपीट से उनकी मौत हुई है.
एसएचओ रजत त्यागी ने कहा कि पुलिस ने ओमवीर के परिवार की शिकायत पर चार पुलिसकर्मियों और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया है.
उन्होंने कहा कि इनमें से तीन पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन भेज दिया गया है.
मृतक के परिवार के अनुसार, तीन जनवरी को करीब 11 बजे अपने घर के बाहर ओमवीर सिंह शाक्य अपने बेटों में से एक की शादी के बारे में रिश्तेदारों से बात कर रहे थे. इसी दौरान कुछ पुलिसकर्मी आए और उनसे मारपीट करनी शुरू कर दी.
घटना की अकेली गवाह ओमवीर की 16 वर्षीय बेटी पूजा ने इंडियन एक्सप्रेस बताया, ‘पुलिसवालों ने उनसे कुछ कहा और फिर उन्हें पीटना शुरू कर दिया. वे बार-बार गालियां दे रहे थे, जमीन पर गिरने तक वे उनकी पिटाई करते रहे. इसके बाद पुलिसकर्मी चले गए. मैंने अपने भाई-बहनों और पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया.’
ओमवीर के बड़े भाई ओम पाल ने कहा, ‘हमें अभी भी नहीं पता कि पुलिस हमारे यहां क्यों आई और उन्होंने उसे इतनी बेरहमी से क्यों पीटा क्योंकि उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था और न ही हाल में उसका किसी के साथ कोई विवाद हुआ था. वह बहुत गरीब था और अपने आठ बच्चों और बीमार पत्नी की देखभाल करने के लिए संघर्ष कर रहा था.’
इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि पुलिस को इस बात की सूचना मिली थी कि ओमवीर के नेतृत्व में कुछ लोग जुआ खेल रहे थे.
रिपोर्ट के अनुसार, नगर पालिका की चेयरमैन दीपा पवार की शिकायत के आधार पर चार कॉन्स्टेबलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिनमें से एक की पहचान नहीं हो पाई है. तीनों के नाम अनुज, राहुल और अल्ताफ जैदी है. उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैरइरादतन हत्या) का मामला दर्ज किया गया है.
एसपी सुकृति माधव ने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ही आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
एसपी ने कहा, ‘हमारे शुरुआती निष्कर्षों के मुताबिक ओमवीर की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलने तक निश्चित तौर पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. मैंने परिवार को आश्वासन दिया है कि एफआईआर में नामजद लोगों जांच में दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)