कोविशील्ड में शामिल किसी भी सामग्री से एलर्जी है तो टीका न लगवाएंः सीरम इंस्टिट्यूट

कोरोना वैक्सीन 'कोविशील्ड' की निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ने टीका लेने वालों को वैक्सीन के जोखिम और फायदों से अवगत कराने के लिए एक फैक्टशीट जारी की है. इससे पहले कोवैक्सीन की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने भी इसी तरह की फैक्टशीट जारी की थी.

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(फोटोः पीटीआई)

कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ की निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ने टीका लेने वालों को वैक्सीन के जोखिम और फायदों से अवगत कराने के लिए एक फैक्टशीट जारी की है. इससे पहले कोवैक्सीन की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने भी इसी तरह की फैक्टशीट जारी की थी.

(फोटोः पीटीआई)
(फोटोः पीटीआई)

नयी दिल्लीः कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ की निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया का कहना है कि अगर किसी भी शख्स को कंपनी की वैक्सीन कोविशील्ड के निर्माण में इस्तेमाल किसी भी घटक से कोई गंभीर एलर्जी होने की आशंका है तो वे इसे न लें.

कंपनी ने इस संबंध में सोमवार को फैक्टशीट जारी कर कहा कि अगर इस टीके की पहली खुराक से किसी तरह को गंभीर एलर्जी की शिकायत हुई है तो उन्हें कोविशील्ड की अगली खुराक नहीं लेनी चाहिए.

कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर फैक्टशीट जारी कर टीका लेने वालों को कोविशील्ड के जोखिम और फायदों से अवगत कराने का प्रयास किया.

कंपनी ने फैक्टशीट में कहा, ‘अगर आपको किसी दवा, खाद्य पदार्थ, किसी टीके या कोविशील्ड की किसी भी सामग्री की वजह से गंभीर अलर्जी हुई है. तेज बुखार, रक्त संबंधी कोई बीमारी है, खून पतला करने की कोई दवा ले रहे हैं, अगर किसी के शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता कम है या ऐसी कोई दवाई लेते हैं, जिससे आपका प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित हो रहा है, गर्भवती हैं या गर्भाधारण पर विचार कर रही हैं, स्तनपान कराते हैं या कोविड-19 का कोई अन्य टीका दिया जा रहा है तो उन्हें कोविशील्ड का टीका नहीं लगवाना चाहिए.’

कंपनी ने कहा है कि अगर किसी को टीके की पिछली खुराक के बाद गंभीर रूप से एलर्जी हुई है या टीके में शामिल किसी भी सामग्री से गंभीर एलर्जी हुई है तो उन लोगों को कोविशील्ड का टीका नहीं लेना चाहिए.

सीरम ने कहा, ‘कोविशील्ड में एल-हिस्टिडीन, एल-हिस्टिडीन हाइड्रोक्लोराइड मोनोहाइड्रेट, मैग्नीशियम क्लोराइड हेक्साहाइड्रेट, प़ॉलिसॉर्बेट 80, इथेनॉल, सुक्रोज, सोडियम क्लोराइड, डाइसोडियम इडेटेट डायहाइड्रेट (ईडीटीए), इंजेक्शन के लिए पानी का इस्तेमाल किया गया है.’

सीरम ने यह भी कहा कि लोगों को टीका लेने से पहले अपनी स्वास्थ्य की सभी स्थितियों से डॉक्टरों को अवगत कराना चाहिए.

कंपनी ने कहा, ‘कोविशील्ड टीका लेने से पहले लोगों को स्वास्थ्यसेवा प्रदाता को सभी चिकित्सीय स्थितियों के बारे में बताना चाहिए और यह भी बताना चाहिए कि क्या आपको किसी भी दवा, खाद्य सामग्री, किसी भी टीका या काविशील्ड में प्रयुक्त किसी भी सामग्री से कभी किसी तरह की कोई एलर्जी की शिकायत तो नहीं हुई थी.’

सीरम इंस्टिट्यूट ने कहा कि अगर किसी को बुखार है, अत्यधिक रक्तस्राव या खून से संबंधित कोई बीमारी है या उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है अथवा वे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कोई दवा लेते हैं तो वे टीका लेने से पहले डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं.

फैक्टशीट में कहा गया है कि अगर कोई महिला गर्भवती है या भविष्य में गर्भधारण करना चाहती है अथवा स्तनपान कराती है तो उन्हें भी टीका लेने से पहले डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए.

सीरम ने कहा कि टीका लेने वालों को यह भी बताना चाहिए कि क्या उन्होंने कोविड-19 का कोई और टीका तो नहीं लिया है.

बता दें कि इससे पहले कोवैक्सीन की निर्माता कंपनी भारत बायोटेक ने भी फैक्टशीट जारी कर यह डिस्क्लेमर दिया कि किन-किन बीमारी या अवस्था में लोगों को वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)