रोहतक में शुक्रवार शाम एक अखाड़े में हुई गोलीबारी में अखाड़ा संचालक कोच मनोज मलिक, उनकी पत्नी, एक कुश्ती प्रशिक्षक और दो महिला खिलाड़ियों की मौत हो गई थी. पुलिस के अनुसार आरोपी कोच को मारी गई एक खिलाड़ी के उत्पीड़न के आरोप में अखाड़े से बर्ख़ास्त किया गया था, उसने प्रतिशोध के लिए ऐसा किया.
चंडीगढ़: हरियाणा के रोहतक में शुक्रवार की शाम एक निजी कॉलेज के पास एक कुश्ती अखाड़े में हुई गोलीबारी की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई तथा दो अन्य घायल हो गए.
पुलिस ने बताया कि हत्या करने वाले कुश्ती प्रशिक्षक को शनिवार को नई दिल्ली में एक मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया गया.
बता दें कि रोहतक में एक निजी कॉलेज के समीप एक अखाड़े में शुक्रवार शाम को गोलीबारी की घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गये थे.
मारे गए लोगों में कॉलेज कर्मचारी और अखाड़ा संचालक कोच मनोज मलिक, उनकी पत्नी व रेलवे कर्मचारी साक्षी मलिक, एक कुश्ती प्रशिक्षक सतीश दलाल और दो महिला खिलाड़ी प्रदीप मलिक और पूजा शामिल हैं.
पुलिस के अनुसार इस वारदात में मनोज एवं साक्षी का चार वर्षीय बेटा घायल हो गया जिसका रोहतक के पीजीआई में उपचार चल रहा है और उसकी हालत गंभीर है.
एक अन्य घायल व्यक्ति का गुरुग्राम के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने संवाददाताओं को बताया था कि मुख्य आरोपी सुखविंदर कॉलेज की व्यायामशाला में कुश्ती का प्रशिक्षक था तथा उसके विरुद्ध कुछ शिकायतें मिलने के बाद मनोज मलिक ने उसे बर्खास्त कर दिया था.
शर्मा ने कहा था, ‘प्रथमदृष्टया, प्रतिशोध के कारण उसने (सुखविंदर ने) यह अपराध किया.’
पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ने फरार चल रहे सुखविंदर के बारे में सुराग देने वाले के लिए एक लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था.
शर्मा ने कहा कि अभी तक प्राप्त जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति ही आरोपी है लेकिन वारदात में कुछ अन्य लोगों के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि सुखविंदर बरोदा गांव का निवासी है और अभी तक की जांच के अनुसार उसके पास लाइसेंसी हथियार नहीं था.
रोहतक के पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने सुखविंदर को दोपहर ढाई बजे के आसपास समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया.
शर्मा ने फोन पर कहा कि दिल्ली पुलिस के साथ किए गए संयुक्त अभियान में आरोपी को पकड़ा गया. उन्होंने कहा, ‘अभी वह दिल्ली पुलिस की हिरासत में है और हमारी तथा उनकी टीमें उससे पूछताछ कर रही हैं.’
एसपी ने कहा कि 30 वर्षीय सुखविंदर को अब वारंट के आधार पर हरियाणा लाया जाएगा. शर्मा ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस उसे रविवार को एक अदालत में पेश करेगी और उसके बाद उसे यहां लाया जाएगा.’
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने बताया कि अखाड़े में प्रशिक्षण लेने वाली पूजा की उत्पीड़न की शिकायत पर मनोज ने सुखविंदर को एकेडमी में नौकरी से निकाल दिया था और प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी.
मथुरा में रहने वाले पूजा के माता-पिता ने भी सुखविंदर के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस के अनुसार, मामले को सुलझाने के लिए शुक्रवार की शाम एकेडमी में एक बैठक बुलाई गई थी.
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘उन्होंने पहले तल पर बैठक की जबकि दर्जनों नीचे प्रशिक्षण ले रहे थे. बैठक उम्मीद के अनुसार नहीं रही और ऐसा माना जा रहा है कि सुखविंदर ने सभी को गोली मार दी, दरवाजा बंद किया और फरार हो गया. प्रवेश द्वारा के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है.’
बेटे की मौत के गम में डूबे मनोज के पिता सुंदर सिंह मलिक ने कहा कि मनोज ने तब सुखविंदर की मदद की जब परिवार के साथ उसके रिश्ते बिगड़ गए थे.
मनोज को बताया गया था कि सुखविंदर एक महिला पहलवान का उत्पीड़न कर रहा है और शादी के लिए दबाव बना रहा है. उसने तुरंत सुखविंदर को निकाल दिया.
उन्होंने आगे कहा, ‘लोग इसे खिलाड़ियों के बीच लड़ाई कह रहे हैं. मेरा बेटा कोच था, उसकी पत्नी एथलीट थी. उनकी हत्या एक अपराधी ने सुनियोजित तरीके से की, न की किसी खिलाड़ी ने. खेल आपको जीने का कारण देता है, किसी को मारने का बहाना नहीं.’
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)