पुदुचेरी: 4 विधायकों के इस्तीफ़े के बाद अल्पमत में कांग्रेस सरकार, उपराज्यपाल पद से हटाई गईं बेदी

पुदुचेरी में पिछले एक महीने में चौथे कांग्रेस विधायक ने इस्तीफ़ा दे दिया जिसके बाद केंद्र शासित प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया. इस बीच उपराज्यपाल किरण बेदी को उनके पद से हटा दिया गया, जिसकी मांग सत्ताधारी पार्टी लंबे समय से कर रही थी.

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पुदुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी. (फोटो साभार: फेसबुक)

पुदुचेरी में पिछले एक महीने में चौथे कांग्रेस विधायक ने इस्तीफ़ा दे दिया जिसके बाद केंद्र शासित प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया. इस बीच उपराज्यपाल किरण बेदी को उनके पद से हटा दिया गया, जिसकी मांग सत्ताधारी पार्टी लंबे समय से कर रही थी.

पुदुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी. (फोटो साभार: फेसबुक)
पुदुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी. (फोटो साभार: फेसबुक)

पुदुचेरी/नई दिल्ली: पुदुचेरी में हुए अचानक राजनीतिक घटनाक्रम के तहत एक और विधायक के इस्तीफे के बाद केंद्र शासित प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया, जबकि उपराज्यपाल किरण बेदी को उनके पद से हटा दिया गया, जिसकी मांग सत्ताधारी पार्टी लंबे समय से कर रही थी.

कांग्रेस विधायक जॉन कुमार ने मंगलवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही गत एक महीने में वह चौथे विधायक हो गए हैं जिन्होंने विधायक पद छोड़ा है. मौजूदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं.

इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि सरकार अल्पमत में है. पुदुचेरी की 33 सदस्यीय विधानसभा में अब विपक्ष के सदस्यों की संख्या भी 14 है.

हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत’ हासिल है. उल्लेखनीय है कि पुदुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं.

कुमार के इस्तीफे के साथ ही विधानसभा में अध्यक्ष सहित कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 10 सदस्य रह गई है, जबकि उसके सहयोगी द्रमुक के तीन सदस्य हैं एवं एक निर्दलीय सदस्य भी नारायणसामी की सरकार को समर्थन दे रहा है.

सदन में प्रभावी सदस्यों की संख्या के आधार पर बहुमत का आंकड़ा 15 है. पुदुचेरी विधानसभा का चुनाव अप्रैल में होने की उम्मीद है क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 21 जून 2021 को समाप्त हो रहा है.

कांग्रेस विधायक के इस्तीफे का घटनाक्रम पार्टी नेता राहुल गांधी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने के लिए आने से एक दिन पहले हुआ है.

कुमार के इस्तीफा के बाद मंगलवार को विधानसभा में कांग्रेस के 10, द्रमुक के तीन, ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के सात, अन्नाद्रमुक के चार, भाजपा के तीन (सभी नामांकित एवं मत देने का अधिकार रखते हैं) और एक निर्दलीय विधायक रह गया है.

कांग्रेस के चार विधायकों ने इस्तीफा दिया है जबकि एक विधायक को अयोग्य ठहराया गया है.

कुमार ने कहा, ‘मैंने पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है. मैं इसकी चिट्ठी पुदुचेरी कांग्रेस समिति अध्यक्ष ए. सुब्रमण्यम को भेज रहा हूं.’

नारायणसामी के विश्वासपात्र माने जाने वाले कुमार वर्ष 2019 में ही कामराज सीट से उपचुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे.

पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया कि संभव है कि कुमार भाजपा में शामिल हों, क्योंकि माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा ने जिस तरह से तृणमूल नेताओं को पार्टी में शामिल कराया है, उसी को वह पुदुचेरी में दोहराएगी, हालांकि यहां पर यह बड़े पैमाने पर नहीं होगा.

पिछले महीने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी है और उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश में 30 में से 23 से अधिक सीटें जीतकर सत्ता में आने का दावा किया था.

कांग्रेस से विधायकों के इस्तीफे की शुरुआत पिछले महीने मंत्री ए. नमास्सिवयम और ई. थीप्पैनजान से हुई. बाद में दोनों भाजपा में शामिल हो गए.

मंत्री मल्लाडी कृष्णा राव ने भी सरकार से पहले इस्तीफा दिया और फिर सोमवार को विधायक पद से इस्तीफा दे दिया. पिछले साल जुलाई में एन. धानवेलु को पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से अयोग्य करार दिया गया था.

नमास्सिवयम ने नरायाणसामी पर हमला करते हुए उन पर वरिष्ठ नेताओं को दबाने का आरोप लगाया. नेता प्रतिपक्ष एन. रंगासामी ने मंगलवार को नारायणसामी सरकार से इस्तीफे की मांग की .

उन्होंने कहा, ‘सत्तारूढ़ दल के विधायक के इस्तीफे के बाद सरकार ने बहुमत खो दिया है. मुख्यमंत्री को स्वेच्छा से नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए.’

इस बीच नारायणसामी ने दावा किया कि सरकार को सदन में ‘बहुमत’ हासिल है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हमारे विधायक एकजुट हैं. विपक्ष द्वारा सरकार से इस्तीफे की मांग उचित नहीं है…हम संवैधानिक प्रावधानों के तहत कार्य करेंगे.’

अगले कुछ ही महीने में पुदुचेरी में विधानसभा का चुनाव है.

किरण बेदी को उपराज्यपाल पद से हटाया गया

पुदुचेरी में उत्पन्न हुए राजनीतिक संकट के बीच उपराज्यपाल किरण बेदी को मंगलवार रात को अचानक उनके पद से हटा दिया गया.

राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता अजय कुमार सिंह द्वारी जारी की गयी संक्षिप्त विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि किरण बेदी ‘अब पुदुचेरी की उपराज्यपाल नहीं रहेंगी’.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को पुदुचेरी के उपराज्यपाल पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है. उपराज्यपाल का पदभार संभालने के बाद से उनकी यह नई जिम्मेदारी प्रभावी हो जाएगी और वह पुदुचेरी के उपराज्यपाल की नियमित व्यवस्था होने तक इस पद पर रहेंगी.

राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय कुमार ने एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि डॉ. किरण बेदी अब पुदुचेरी की उपराज्यपाल नहीं रहेंगी. उन्होंने तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को अपने दायित्वों का निर्वहन करने के साथ ही पुदुचेरी के उपराज्यपाल की जिम्मेदारी निभाने के लिए नियुक्त किया है. यह नई जिम्मेदारी उनके नए उपराज्यपाल के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद से प्रभावी हो जाएगी और वह पुदुचेरी के उपराज्यपाल की नियमित व्यवस्था किए जाने तक इस पद पर रहेंगीं.’

गौरतलब है कि बेदी और नारायणसामी के बीच कई मुद्दों पर टकराव रहा है.

संवैधानिक एवं नैतिक कर्तव्य के तहत सब कुछ किया: किरण बेदी

पुदुचेरी की निवर्तमान उप राज्यपाल किरण बेदी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के तहत सभी कार्य किए.

राष्ट्रपति द्वारा बेदी को उपराज्यपाल के पद से हटाने के एक दिन बाद पूर्व आईपीएस अधिकारी ने केंद्र का पुदुचेरी की सेवा करने का अवसर देने के लिए शुक्रिया अदा किया. उन्होंने उनके साथ काम करने वाले सभी लोगों का भी शुक्रिया अदा किया.

बेदी ने कहा कि वह पूरी संतुष्टि के साथ यह कह सकती हैं कि उनके कार्यकाल में ‘राज निवास की टीम ने जन हित के लिए पूरी कर्मठता से काम किया.’

बेदी का पुदुचेरी सरकार और खासकर मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी के साथ अक्सर टकराव होता रहा.

उन्होंने कहा, ‘मैंने संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारियों को पूरा करने के कर्तव्य के लिए ही सभी कार्य किए.’

उन्होंने कहा कि पुदुचेरी का भविष्य बेहद उज्ज्वल है. उन्होंने कहा, ‘ यह अब लोगों के हाथ में है.’ बेदी ने एक समृद्ध पुदुचेरी की कामना की.

मुख्यमंत्री ने लोगों के अधिकारों की जीत बताया

बेदी को उपराज्यपाल पद से हटाने के फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ यह लोगों के अधिकारों की जीत है.’

कांग्रेस की छात्र इकाई ने बेदी को हटाने का स्वागत करते हुए शहर में पटाखे फोड़े.

ए. नमास्सिवयम ने कहा कि उन्हें खुशी है कि तमिल भाषी सौंदर्यराजन को पुदुचेरी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है और उन्होंने विश्वास जताया कि वह विकास योजनाओं को लागू करने में मदद करेंगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)