अपने नेताओं की हेट स्पीच पर भाजपा का पैमाना अलग हो जाता है: उमर अब्दुल्ला

उमर अब्दुल्ला का यह बयान जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में पिछले साल ज़िला विकास परिषद चुनावों के दौरान एक रैली में कथित तौर पर 'हेट स्पीच' देने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हिलाल लोन को यूएपीए के तहत गिरफ़्तार किए जाने के बाद आया है.

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उमर अब्दुल्ला. (फोटो: पीटीआई)

उमर अब्दुल्ला का यह बयान जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में पिछले साल ज़िला विकास परिषद चुनावों के दौरान एक रैली में कथित तौर पर ‘हेट स्पीच’ देने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हिलाल लोन को यूएपीए के तहत गिरफ़्तार किए जाने के बाद आया है.

उमर अब्दुल्ला. (फोटो: पीटीआई)
उमर अब्दुल्ला. (फोटो: पीटीआई)

श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को आरोप लगाया कि जब भाजपा नेताओं के ‘हेट स्पीच’ (घृणा भाषण) की बात आती है, तो इस पार्टी का पूरी तरह से अलग पैमाना हो जाता है.

जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा में पिछले साल जिला विकास परिषद चुनावों के दौरान एक रैली में कथित तौर पर नफरत भरा भाषण देने के लिए गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत नेकां के नेता हिलाल लोन को गिरफ्तार किए जाने के बाद उमर अब्दुल्ला का यह बयान आया है.

अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि भाजपा के नेताओं के नफरत भरे भाषण की बात जब आती है तो उनका पूरी तरह से अलग पैमाना हो जाता है. हिलाल लोन एक भाषण देते हैं और उनके खिलाफ आतंकवाद विरोधी कानूनों के तहत मामला दर्ज कर लिया जाता है.

लोन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर भाजपा के मंत्रियों, सांसदों और इसके आईटी सेल के सदस्यों पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ सांप्रदायिक जुनून भड़काने के लिए मामला दर्ज किए जाने लगें तो देश की जेलों में जगह नहीं बचेगी.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘भारत सरकार घृणास्पद भाषण के लिए यूएपीए के तहत मुख्य धारा के कश्मीरी नेताओं के खिलाफ बेशर्मी के साथ मामले दर्ज कर रही है. सच्चाई यह है कि अगर अल्पसंख्यकों के खिलाफ सांप्रदायिक जुनून भड़काने के लिए भाजपा के मंत्रियों, सांसदों और इसके आईटी सेल के सदस्यों पर मामले दर्ज किए जाएं तो देश की जेलों में पर्याप्त जगह नहीं बचेगी.’

नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसद मोहम्मद अकबर लोन के बेटे लोन के खिलाफ उत्तरी कश्मीर में बांदीपोरा जिले के हाजिन में एक पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में यूएपीए की विभिन्न धाराएं लगाई है.

टाइम्स नाउ के मुताबिक पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिलाल अकबर लोन को कल (14 फरवरी) श्रीनगर में नजरबंदी से रिहा कर दिया गया था. उसके बाद बांदीपोरा जिले के हाजिन इलाके में पुलिस ने उसे पिछले साल दिसंबर में हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों के दौरान हेट स्पीच देने के लिए गिरफ्तार किया.

बता दें 5 अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के हिलाल अकबर लोन को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत हिरासत में रखा गया था.

दस महीने बाद जून 2020 को जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत उनकी हिरासत अवधि खत्म कर दी गई थी.

पिछले साल 25 दिसंबर को डीडीसी चुनाव के नतीजे घोषित होने के दो दिन बाद हिलाल को फिर से ने हिरासत में ले लिया गया था.

उनके पिता मुहम्मद अकबर लोन ने द वायर को बताया, ‘उन्हें तब हिरासत में लिया गया, जब वह श्रीनगर से सोनवारी के नदखई में अपने घर जा रहे थे.’

अकबर के अनुसार, उन्हें 15 फरवरी की शाम को हाजिन पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित किए जाने से पहले दो महीने से अधिक समय तक एमएलए होस्टल में हिरासत में रखा गया था.

सांसद ने कहा कि उनके बेटे को हिरासत में लिया गया है क्योंकि उसने डीडीसी चुनावों के दौरान भाषण दिया था. उन्होंने कहा, ‘उनके खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे और निराधार हैं. उनके भाषण में उत्तेजक या देशद्रोही कुछ भी नहीं था.’

वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, बांदीपोरा, राहुल मलिक ने कहा कि उन्हें विभिन्न समुदायों के बीच नफरत पैदा करने के लिए गिरफ्तार किया गया है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)