दिल्ली की एक 22 वर्षीय महिला ने ईटी नाउ के एंकर और विश्लेषक वरुण हिरेमथ के ख़िलाफ़ बलात्कार का मामला दर्ज करवाया है. पुलिस का कहना है कि जबसे जांच शुरू हुई है, उसके बाद से वरुण का फोन बंद आ रहा है और वे छिप गए हैं.
नई दिल्ली: एक 22 वर्षीय महिला द्वारा दिल्ली के चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में इस हफ्ते बलात्कार का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद ईटी नाउ के एंकर और विश्लेषक वरुण हिरेमथ छिप गए हैं.
हिरेमथ मुंबई के एक कारोबारी के बेटे हैं. उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुए तीन दिन हो चुके हैं. चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर अविनाश प्रताप ने द वायर को बताया, ‘हम उनकी तलाश कर रहे हैं लेकिन वह बच रहे हैं. उन्होंने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर लिया है.’
शिकायतकर्ता महिला के वकील जय देहाद्रई के अनुसार, हिरेनाथ पर आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), धारा 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 509 (शब्द, इशारा या कार्य के माध्यम से किसी महिला की गरिमा भंग करने का उद्देश्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
मंगलवार को दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में महिला ने आरोप लगाया है कि वे और हिरेमथ 21 फरवरी की सुबह दिल्ली के खान मार्केट में मिले और वे फिर चाणक्यपुरी के एक होटल में गए. शुरुआती जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि दोनों पिछले तीन सालों से एक-दूसरे को जानते थे.
महिला की शिकायत में कहा गया, ‘मैं एक रेस्तरां में आरोपी से मिली… जहां आरोपी ने वाइन पी थी और मैंने किसी भी शराब का सेवन नहीं किया. उसके बाद आरोपी ने मुझे उसके साथ अपने होटल में जाने को कहा, जहां वह अपने परिवार के साथ रह रहा था. हालांकि, यहां इस बात पर जोर देना महत्वपूर्ण है कि मैं केवल आरोपी के साथ बातचीत करने और कुछ समय बिताने के लिए सहमत थी और किसी भी समय यह किसी भी यौन गतिविधि या संभोग के लिए सहमति का संकेत नहीं था.’
शिकायत में कहा गया कि कमरे में ले जाने से पहले हिरेमथ ने उनसे कहा कि वो होटल रूम में उन्हें ‘मिटाकर’ रख देगा, जिस पर शिकायतकर्ता ने साफ कहा था कि ऐसा नहीं होगा और वे उनसे केवल मिलने आई हैं.
शिकायत में आगे कहा गया है, ‘हालांकि होटल के कमरे में पहुंचने पर वह बिस्तर पर लेट गया और मैं उसके बगल में बैठ गई. इस दौरान आरोपी ने मेरी इच्छा के विपरीत मुझे चूमने की कोशिश की और मैंने धक्का देकर उसे दूर कर दिया लेकिन वो मेरी सहमति के बिना मेरी इच्छा के विरुद्ध ऐसा करता रहा.’
शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपी ने कई बार उनके निजी अंगों में जबरन उंगली डाली. शिकायत में कहा गया, ‘मैं हैरान थी और लगातार मना करती रही लेकिन वो नहीं रुका. मैं खुद को बचाने के लिए उसके हाथों को हटा दिया लेकिन उसने मेरी इच्छा के विरुद्ध और मेरी सहमति के बिना जबरदस्ती की.’
शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया कि आरोपी ने उन्हें ओरल सेक्स के लिए मजबूर किया. एफआईआर में कहा गया है, ‘इसके बाद आरोपी ने कहा कि मैंने होटल रूम के लिए ग्यारह हजार रुपये चुकाए हैं. मैं इतनी दूर दिल्ली आया और इन तीन सालों में तुम्हारा सहयोग करता रहा और तुम्हारे टैक्सी और खाने का बिल भरता रहा, तुम मेरे लिए एक चीज नहीं कर सकती.’
शिकायतकर्ता ने यह भी उल्लेख किया कि उन्हें वहां भागने की कोशिश करने पर गंभीर रूप से घायल होने का भी डर था. कथित घटना के बाद पीड़िता घर चली गई और दो दिन बाद पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई.
सूत्रों के अनुसार, जब पीड़िता ने हिरेमथ को बताया कि उसने क्या किया है और कहा कि वे शिकायत दर्ज कराने जा रही है तब उसने माना कि पीड़िता ने उसे सहमति नहीं दी थी. इसके बाद आरोपी ने कहा कि उनका परिवार किसी भी केस को हैंडल करने की क्षमता रखता है.
द वायर ने प्रतिक्रिया के लिए टाइम्स ग्रुप से संपर्क किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, साथ ही हिरेमथ का फोन बंद आ रहा है.
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