पुणे में युवती की कथित आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र के वन मंत्री ने दिया इस्तीफ़ा

पुणे में भाई के साथ रह रही 22 वर्षीय युवती ने बीते आठ फरवरी को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. मौत के बाद से सोशल मीडिया पर तमाम फोटो ऑडियो क्लिप साझा होने लगे, जिसमें महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ को उनकी मौत से जोड़ा जा रहा था. भाजपा लगातार युवती की मौत के लिए राठौड़ पर आरोप लगा रही है.

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पद से इस्तीफा दे चुके महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ (फोटोः एएनआई)

पुणे में भाई के साथ रह रही 22 वर्षीय युवती ने बीते आठ फरवरी को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. मौत के बाद से सोशल मीडिया पर तमाम फोटो ऑडियो क्लिप साझा होने लगे, जिसमें महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ को उनकी मौत से जोड़ा जा रहा था. भाजपा लगातार युवती की मौत के लिए राठौड़ पर आरोप लगा रही है.

पद से इस्तीफा दे चुके महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ (फोटोः एएनआई)
पद से इस्तीफा दे चुके महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ (फोटोः एएनआई)

पुणेः महाराष्ट्र के पुणे में 22 साल की एक युवती के कथित तौर पर आत्महत्या करने के मामले में आरोपों से घिरे राज्य सरकार में वन मंत्री संजय राठौड़ ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस्तीफा सौंपने के बाद राठौड़ ने इस्तीफे की घोषणा की. इस दौरान मंत्री ने कहा कि युवती की मौत के मुद्दे को लेकर ओछी राजनीति की जा रही है.

बता दें कि पुणे के मोहम्मदवाड़ी इलाके में आठ फरवरी को अपने घर की गैलरी से कथित तौर पर छलांग लगाकर युवती ने आत्महत्या कर ली थी. मौत के बाद से सोशल मीडिया पर तमाम फोटो ऑडियो क्लिप साझा होने लगे, जिसमें राठौड़ को उनकी मौत से जोड़ा जा रहा था. हालांकि राठौड़ ने आरोपों से इनकार किया है.

पुलिस ने मृतक की पहचान पूजा चव्हाण के रूप में की, जो बीड जिले के पारली वैजनाथ की रहने वाली थी.

पुलिस का कहना है कि जांच में पता चला है कि पीड़िता अंग्रेजी सीखने के लिए हाल ही में पुणे आई थी और यहां अपने भाई विलास और उसके दोस्त अनिल के साथ रहती थी.

पुलिस ने कहा था कि ऐसा लगता है कि पूजा ने आत्महत्या की है.

वनावड़ी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक लगाड ने कहा, ‘इस घटना के बाद मौके पर मौजूद दो लोग उसे तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई. कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया है.’

राठौड़ ने इस्तीफा देने के बाद कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. विपक्ष चेतावनी दे रहा है कि वे विधानसभा सत्र को नहीं चलने देंगे. मैंने खुद को इससे दूर कर लिया है. मैं इस महीने की शुरुआत में पुणे में युवती की मौत मालमे की निष्पक्ष जांच चाहता हूं.’

राठौड़ ने कहा, ‘पिछले 30 साल में सामाजिक कार्य करके बनाई गई मेरी छवि को खराब करने और सम्मान को खत्म करने के प्रयास किए गए. मेरा कहना था कि कोई भी निर्णय लेने से पहले जांच होने दीजिए.’

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘पिछले कुछ दिनों से हमारे समुदाय की 22 वर्षीय युवती की मौत को लेकर विपक्ष गंदी राजनीति कर रहा है. विपक्ष ने मुझे और मेरे समुदाय को मीडिया और सोशल मीडिया के जरिये बदनाम किया. ऐसा मेरे राजनीतिक करिअर को खत्म करने के लिए किया गया.’

राठौड़ ने आगे कहा, ‘मैं इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहता हूं, ताकि सच्चाई का पता लग सके. तब तक के लिए मैंने मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.’

मालूम हो कि इस मामले को लेकर राज्य में विपक्षी पार्टी भाजपा लगातार युवती की मौत के लिए राज्य सरकार में मत्री राठौड़ पर आरोप लगा रही है.

भाजपा ने राठौड़ के साथ महिला की बातचीत, वीडियो और ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद उन पर महिला से संबंध होने के आरोप लगाए थे.

राठौड़ के इस्तीफे पर नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि केवल मंत्री का इस्तीफा काफी नहीं है, उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होनी चाहिए.

राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इसमें दखल देते हुए राज्य सरकार और पुणे पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया था.

वही, युवती के पिता का कहना है कि अगर उनकी बेटी की मौत पर राजनीति समाप्त नहीं हुई तो वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ आत्महत्या कर लेंगे.

उन्होंने कहा कि उनके परिवार की बदनामी बंद होनी चाहिए, क्योंकि उनकी एक और बेटी है, जिसकी शादी होनी बाकी है.

सोशल मीडिया पर लिखे गए कुछ पोस्ट और विपक्षी दल भाजपा ने आरोप लगाया है कि युवती की मौत का संबंध महाराष्ट्र सरकार में मंत्री संजय राठौड़ से है.

मृतका के पिता ने कहा, ‘हम अपनी बेटी की मौत के सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हर दिन कुछ नई बात सामने आ जाती है.’

उन्होंने कहा, ‘हमारे परिवार को बदनाम करना बंद कीजिए. हमारी एक और बेटी है जिसकी शादी होनी है. यह सब चलता रहा तो उससे शादी कौन करेगा?’

उन्होंने कहा, ‘मेरे सामने दो विकल्प हैं. मैं या तो अदालत के सामने अपनी बेटी के साथ आत्महत्या कर लूं या इस संबंध में मामला दर्ज कराऊं.’