महाराष्ट्र: कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद शख़्स की मौत

महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले का मामला है. ज़िले के भिवंडी के अस्पताल में मृ​तक को कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक दी गई थी. अधिकारियों ने बताया कि किरदित की मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा.

(प्रतीकात्मक फोटो: रॉयटर्स)

महाराष्ट्र के ठाणे ज़िले का मामला है. ज़िले के भिवंडी के अस्पताल में मृतक को कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक दी गई थी. अधिकारियों ने बताया कि किरदित की मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा.

(फोटो: पीटीआई)
(फोटो: पीटीआई)

ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी के अस्पताल में कोविड-19 टीके की दूसरी खुराक दिए जाने के बाद 45 साल के एक व्यक्ति की मंगलवार को मौत हो गई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय चिकित्सक के चालक के तौर पर काम करने वाले सुखदेव किरदित को मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे टीका दिया गया.

उन्होंने बताया कि टीका केंद्र के प्रतीक्षालय में बैठे रहने के दौरान उन्होंने चक्कर आने की शिकायत की.

उन्होंने कहा, ‘इसके बाद किरदित को पास के आईजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.’

भिवंडी निजामपुरा नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर केआर खरात ने बताया कि किरदित के मरने के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा.

उन्होंने बताया कि उनकी चिकित्सा स्थिति का पता लगाया जा रहा है. किरदित के परिजनों ने बताया कि टीका लगवाने के लिए जब वह घर से निकले थे, वह पूरी तरह स्वस्थ थे.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मनोरमा नगर के रहने वाले सुखदेव किरदित निजी डॉक्टर के लिए ड्राइवर के रूप में काम करते थे. मंगलवार को वह भाग्य नगर के टीकाकरण केंद्र 75 पर कोविशील्ड की दूसरी खुराक लेने के लिए गए.

टीका लगने के लगभग 15-20 मिनट बाद वह प्रतीक्षा कक्ष में बेहोश हो गए थे. उसके बाद उन्हें इंदिरा गांधी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने उनके शव को फॉरेंसिक पोस्टमॉर्टम के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल भेज दिया.

डॉ. खरात ने कहा कि पहली खुराक लेने के बाद किरदित पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा था. वह तीन साल से रक्तचाप के लिए दवाएं ले रहा था. उनके परिवार ने कहा कि वह लगभग एक साल पहले एक बार बेहोश हो गए थे. वह एक शराबी भी था. लेकिन जब तक हम पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आ जाता तब तक कुछ नहीं कह सकते.

इंडिया टुडे  के मुताबिक सुखदेव किरदित को टीके की पहली खुराक 28 जनवरी को दी गई थी. भिवंडी टीकाकरण केंद्र के डॉक्टरों ने उनके पल्स और ब्लड प्रेशर की जांच की थी, जिन्हें वैक्सीन की खुराक देने से पहले सामान्य बताया गया था.

मालूम हो कि कोरोना वायरस की रोकथाम से संबंधित टीके लगाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों से मौत के मामले सामने आए हैं.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक टीकाकरण के बाद पूरे देश में अब तक 40 लोगों की मृत्यु होने की सूचना दी गई है. 17 मामलों में पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया.

बीते 19 फरवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड-19 टीकाकरण पर जारी बुलेटिन में बताया गया था कि 16 जनवरी से शुरू टीकाकरण अभियान के बाद बीते 19 फरवरी तक (35 दिनों के भीतर) कुल 34 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें से 14 लोगों की मौत अस्पताल में, जबकि 20 की मौत अस्पताल के बाहर दर्ज की गई थी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)