विधानसभा चुनाव राउंड-अप: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में असंतुष्ट धड़े ‘जी-23’ के वरिष्ठ नेताओं को जगह नहीं मिली है. केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी के नेमोम सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच पुथुप्पल्ली में प्रदर्शन. केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने 25 वर्षों के बाद किसी महिला को टिकट दिया. पीसी चाको के बाद कांग्रेस के पूर्व नेता विजयन थॉमस भाजपा में शामिल.
कोलकाता/तिरुवंनतपुरम/गुवाहाटी/चेन्नई/नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन के धुर विरोधी यशवंत सिन्हा शनिवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए आठ चरणों में होने वाले चुनाव से पहले यह कदम उठाया है.
सिन्हा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी निभा चुके हैं, लेकिन भाजपा के नेतृत्व से मतभेदों के चलते वर्ष 2018 में उन्होंने भाजपा छोड़ दी.
83 वर्षीय सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा झारखंड के हजारीबाग से भाजपा के लोकसभा सदस्य हैं.
इस दौरान यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘यह सरकार चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है. ममता जी पर हमले की वजह से मैंने उनके साथ काम करने का फैसला किया.’
सिन्हा ने कहा, ‘देश अजीब परिस्थिति से गुजर रहा है, हमारे मूल्य और सिद्धांत खतरे में हैं.’ उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र की मजबूती संस्थाओं में निहित है और सभी संस्थाओं को व्यवस्थागत तरीके से कमजोर किया जा रहा है.’
कोलकाता स्थित तृणमूल कांग्रेस कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में सिन्हा ने वर्ष 1999 में एयर इंडिया के विमान का अपहरण कर कंधार ले जाने की घटना को याद किया.
उन्होंने कहा कि तब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में तृणमूल कांग्रेस सहयोगी थी और मंत्रिमंडल की बैठक में ममता ने स्वेच्छा से पेशकश की थी कि बंधकों को छुड़ाने के लिए उन्हें अपहरणकर्ताओं से बातचीत करने के लिए कंधार भेजा जाए.
सिन्हा ने कहा, ‘वह (ममता) अपनी जान को लेकर बिल्कुल नहीं डरतीं.’
.@MamataOfficial had offered to go to Kandahar in 1999 and submit herself as a hostage for terrorists in return for the lives of passengers onboard the IC-814 aircraft that was hijacked. You don't need a 56-inch chest to be a patriot. #BanglaNijerMeyekeiChay pic.twitter.com/JzV9oAkKWX
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) March 13, 2021
सिन्हा ने भाजपा के खिलाफ लड़ाई में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन करने की शपथ ली.
तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा में नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘हम अपनी पार्टी में यशवंत सिन्हा का स्वागत करते हैं. उनकी हिस्सेदारी से चुनाव में भाजपा के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी.’
सिन्हा ने वर्ष 1990 में चंद्रशेखर की सरकार में वित्तमंत्री की जिम्मेदारी निभाई थी और इसके बाद वाजपेयी मंत्रिमंडल भी उन्हें इस मंत्रालय का कार्यभार मिला. उन्होंने वाजपेयी सरकार में विदेश मंत्री की भी जिम्मेदारी निभाई.
पश्चिम बंगाल: कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में ‘जी 23’ के बड़े नाम शामिल नहीं
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए बनाई गई कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य नेताओं के नाम शामिल हैं, लेकिन ‘जी 23’ (पार्टी में बदलाव की मांग करने वाला धड़ा) के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा एवं कपिल सिब्बल को इसमें जगह नहीं मिली नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी की ओर से 40 स्टार प्रचारकों की जो सूची चुनाव आयोग को सौंपी गई है, उनमें सोनिया, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम शामिल हैं.
इस सूची में आजाद, शर्मा और सिब्बल जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल नहीं हैं, जो ‘जी 23’ में शामिल हैं.
इस समूह से सिर्फ जितिन प्रसाद और अखिलेश प्रसाद सिंह को स्टार प्रचारों में जगह दी गई है. प्रसाद पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी हैं तो सिंह राज्यसभा सदस्य हैं.
‘ग्रुप 23’ से जुड़े विवाद और पार्टी में गुटबाजी के आरोपों पर शर्मा ने बुधवार को कहा था कि कांग्रेस में कोई अलग-अलग गुट नहीं हैं और पूरी पार्टी सोनिया गांधी की अध्यक्षता में एकजुट है.
शर्मा के इस बयान से कुछ दिनों पहले ‘ग्रुप 23’ में शामिल एक और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा था कि वह और उनके साथी आगामी चुनावों में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे और कांग्रेस को जीत दिलाना उनकी शीर्ष प्राथमिकता है.
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से रणदीप सुरजेवाला, सचिन पायलट, अधीर रंजन चौधरी, नवजोत सिद्धू और कई अन्य नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया गया है.
पश्चिम बंगाल में कांग्रेस वाम दलों और इंडियन सेक्युलर फ्रंट के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है.
राज्य में 27 मार्च, एक अप्रैल, छह अप्रैल, दस अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 29 अप्रैल को अलग-अलग क्षेत्रों में वोट डाले जाएंगे. प्रदेश में कुल 294 विधानसभा सीटें हैं.
चुनाव आयोग को ममता पर हमले को लेकर बंगाल सरकार की ‘अधूरी’ रिपोर्ट मिली
चुनाव आयोग को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर 10 मार्च को नंदीग्राम में हुए कथित हमले को लेकर बंगाल सरकार की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है. हालांकि, आयोग ने इसे ‘अधूरी’ करार देते हुए मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय से और विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा है. चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव को शनिवार तक इस तरह का विवरण देने को कहा गया है कि यह घटना किस प्रकार हुई और इसके पीछे कौन हो सकता है?
বাংলার রয়াল বেঙ্গল টাইগারের প্রত্যাবর্তন। বাংলার নিজের মেয়ে @MamataOfficial শত আঘাতেও দমে থাকেননি, অন্যায়ের বিরুদ্ধে লড়াই করেছেন, আবারও করবেন। সমগ্র বাংলার ভালোবাসা ও আশীর্বাদ নিয়ে বাড়ি ফিরলেন বাংলার অগ্নিকন্যা। #BanglaNijerMeyekeiChay pic.twitter.com/DRcKCg7hQU
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) March 12, 2021
अधिकारी ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट अधूरी प्रतीत होती है और इसमें घटना के बारे में विस्तृत विवरण नहीं है, जैसे घटना किस तरह हुई और इसके पीछे कौन हो सकता है? हमने राज्य प्रशासन से और विवरण तलब किया है.’
उन्होंने कहा कि शुक्रवार की शाम को प्राप्त हुई इस रिपोर्ट में मौके पर भारी भीड़ होने का जिक्र किया गया है लेकिन ‘उन चार-पांच लोगों का’ कोई उल्लेख नहीं है, जिन पर ममता बनर्जी ने हमले का आरोप लगाया है.
रिपोर्ट में कहा गया कि नंदीग्राम में बुधवार की शाम को तृणमूल कांग्रेस नेता पर हुए कथित हमले का स्पष्ट वीडियो फुटेज नहीं है.
असम: ईरानी बोलीं- कांग्रेस सर्वाधिक भ्रष्ट, योजनाओं के लाभ के लिए भाजपा को वोट दें
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस को ‘सर्वाधिक भ्रष्ट पार्टी’ करार देते हुए लोगों से अपील की कि केंद्र तथा राज्य की विभिन्न योजनाओं का लाभ लगातार लेते रहने के लिए वे भाजपा को वोट दें.
शनिवार को असम में अपनी पहली चुनाव रैली को संबोधित कर रहीं ईरानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ऐसी अनेक योजनाएं शुरू की हैं, जिनसे राज्य की जनता को लाभ हो रहा है.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस से ज्यादा भ्रष्ट और कोई नहीं है. केवल भाजपा ही वह पार्टी है जो गरीबों के कल्याण के लिए काम करती है.’
केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में असम का प्रतिनिधित्व कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम लिए बिना कहा, ‘असम से कांग्रेस के कुछ बड़े नेता भी हैं, जो प्रधानमंत्री तक बने, लेकिन असम में एम्स केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन काल में ही आया.’
ईरानी यहां भाजपा के उम्मीदवार रमानी तंती के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रही हैं. इस सीट पर तंती का सीधा मुकाबला तीन बार के कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुर्मी से है. मारीयानी विधानसभा सीट पर चुनाव पहले चरण के तहत 27 मार्च को होना है.
असम: कांग्रेस के ‘रोजगार गारंटी कार्यक्रम’ के लिए 70 हजार युवाओं ने पंजीकरण कराया
असम के 70 हजार से अधिक युवाओं ने कांग्रेस के ‘रोजगार गारंटी कार्यक्रम’ के लिए अपना पंजीकरण कराया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में युवाओं का इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराना यह साबित करता है कि लोगों ने राज्य की प्रगति से जुड़े कांग्रेस के नजरिये को स्वीकार किया है.
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में वादा किया है कि वह सरकार बनाने के बाद असम में हर साल एक लाख नौकरियों का सृजन करेगी.
असम में कांग्रेस नीत महागठबंधन में एआईयूडीएफ, बीपीएफ, माकपा, भाकपा और आंचलिक गण मोर्चा शामिल हैं. प्रदेश की 126 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में- 27 मार्च, एक और छह अप्रैल को मतदान होगा.
असम: चुनाव के पहले चरण में 269 उम्मीदवार मैदान में
असम में 27 मार्च को 47 सीटों पर होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए 269 उम्मीदवार मैदान में हैं. राज्य निर्वाचन कार्यालय के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि पहले चरण के लिए कुल 269 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. इनमें से 10 उम्मीदवारों के कागजात रद्द हो गए, वहीं 16 ने शुक्रवार को नामांकन वापस ले लिए.
पहले चरण में खड़े होने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में माजुली से मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, विधानसभा अध्यक्ष हितेंद्र नाथ गोस्वामी जोरहट से, असम गण परिषद के मंत्री अतुल बोरा बोकाखाट से तथा केशव महंत कालियाबोर से हैं.
इसके अलावा अन्य महत्वपूर्ण उम्मीदवारों में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिपुन बोरा गोहपुर से, कांग्रेस विधायक दल के नेता देवव्रत सैकिया नाजिरा से चुनाव लड़ रहे हैं.
केरल: चांडी के नेमोम सीट से चुनाव लड़ने की अटकलों के बीच पुथुप्पल्ली में प्रदर्शन
केरल विधानसभा के लिए छह अप्रैल को होने वाले चुनाव में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी के नेमोम सीट से लड़ने की अटकलों के बीच शनिवार को कोट्टायम जिले स्थित उनके मौजूदा निर्वाचन क्षेत्र पुथुप्पल्ली में कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनके घर के निकट प्रदर्शन किया और आत्महत्या करने की धमकी दी.
नेमोम सीट तिरुवनंतपुरम जिले में उपनगर है और इस सीट पर मौजूदा समय में भाजपा का एकमात्र विधायक काबिज है.
पार्टी के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और उनके समर्थक शनिवार सुबह से ही चांडी के घर के निकट नारेबाजी कर रहे हैं. उनका कहना है कि वे पुथुप्पल्ली से लंबे समय से उनके विधायक रहे चांडी को किसी और निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ने देंगे. इन प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल हैं.
राज्य में दो बार मुख्यमंत्री रहे चांड़ी वर्ष 1970 से ही पुथुप्पल्ली का प्रतिनिधित्व राज्य विधानसभा में कर रहे हैं.
प्रदर्शन के दौरान एक भावुक कार्यकर्ता एक घर की छत पर चढ़ गया और आत्महत्या करने की धमकी देने लगा. एक अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा, ‘ हम अपनी जान दे देंगे लेकिन चांडी को नेमोम नहीं जाने देंगे.’
दिल्ली से सुबह ही घर पहुंचे चांडी को रास्ते में कार्यकर्ताओं ने रोक भी लिया और उनसे किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र से नहीं लड़ने की अपील की.
प्रदर्शन तीव्र होने पर चांडी ने समर्थकों को आश्वस्त किया कि वह पुथुप्पल्ली छोड़कर नेमोम नहीं जाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘81 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय किए जा चुके हैं. इस सूची में मेरा नाम भी पुथुप्पल्ली सीट से उम्मीदवार के तौर पर है.’
उन्होंने कहा,‘मैं पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भावनाओं को समझता हूं और स्वीकार करता हूं. पुथुप्पल्ली से जाने का सवाल ही नहीं है.’
केरल: 25 वर्षों के बाद महिला को आईयूएमएल का टिकट मिला
कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट की प्रमुख सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) ने 25 वर्षों में पहली बार केरल में हो रहे विधानसभा चुनावों में एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया है.
पार्टी ने शुक्रवार को जिन 25 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की उनमें नूरबीना रशीद का नाम भी शामिल है. पार्टी ने दो दागी विधायकों को टिकट नहीं दिया है जिसमें पूर्व मंत्री वीके इब्राहिम कुंजू भी शामिल हैं.
आठ सत्तारूढ़ विधायकों को पार्टी ने चुनाव मैदान में उतारा है. इसके अलावा मलप्पुरम के पूर्व सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता पीके कुन्हलकुट्टी को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. कुन्हलकुट्टी ने हाल में लोकसभा सीट से इस्तीफा दिया था.
नूरबीना रशीद कोझिकोड दक्षिण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगी और 1996 के बाद पहली महिला उम्मीदवार हैं जो आईयूएमएल की टिकट से चुनाव लड़ रही हैं. 1996 में कुमारुनिशा अनवर ने इसी सीट से अपना भाग्य आजमाया था लेकिन वह चुनाव हार गई थीं.
केरल: कांग्रेस के पूर्व नेता विजयन थॉमस भाजपा में शामिल
केरल कांग्रेस के पूर्व नेता विजयन थॉमस शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए. राज्य में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव होने हैं.
भाजपा केरल में ईसाई मतदाताओं के बीच अपना आधार बनाने का प्रयास कर रही है. पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले थॉमस को विधानसभा चुनाव में उतार सकती है.
थॉमस ने अपनी पूर्व पार्टी पर कटाक्ष किया और दावा किया कि देश के कई हिस्सों में उसकी मौजूदगी नहीं है और उसके नेतृत्व को नहीं मालूम है कि क्या हो रहा है.
केरल के एक अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी चाको ने भी हाल ही में अपनी पार्टी छोड़ दी थी. चाको ने कहा था कि पार्टी राज्य में दो गुटों में विभाजित है. चाको के सुर में सुर मिलाते हुए थॉमस ने कहा कि उसके कई वरिष्ठ नेता जल्द ही पार्टी छोड़ सकते हैं.
इससे पहले जाहिर तौर पर विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने पर थॉमस ने कांग्रेस छोड़ दी थी. हालांकि उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया.
थॉमस के भाजपा में शामिल होने के मौके पर पार्टी प्रवक्ता टॉम वडक्कन ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह नेताओं के पार्टी छोड़ने के लिए ‘जिम्मेदार’ हैं.
केरल: कांग्रेस (जे) ने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की
कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के सहयोगी दल केरल कांग्रेस (जोसेफ) धड़े ने शनिवार को विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की.
पार्टी के अध्यक्ष पीजे जोसेफ थोडुपुझा सीट से चुनाव लड़ेंगे. वहीं, वरिष्ठ नेता मोनसे जोसेफ कडुथुरुथी सीट से, के फ्रांसिस जॉर्ज इडुक्की से जबकि थॉमस उन्नीदान इरिंजालाकुडा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे.
यूडीएफ नेताओं ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि गठबंधन में सीट बंटवारे के मुताबिक केरल कांग्रेस (जोसेफ) 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी.
तमिलनाडु: डीएमके के घोषणा पत्र में 75 फीसदी नौकरियां स्थानीय लोगों को देने का वादा
तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टी डीएमके ने छह अप्रैल को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपना घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें विद्यार्थियों को मुफ्त में डाटा कार्ड के साथ कंप्यूटर टैबलेट देने और राज्य की 75 प्रतिशत नौकरियों को स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित करने के लिए कानून बनाने सहित कई वादे किए गए हैं.
द्रविड पार्टी ने प्रमुख हिंदू मंदिरों की तीर्थ यात्रा करने जाने वालों को 25 हजार से एक लाख रुपये की सहायता देने, मातृत्व अवकाश की अवधि एवं सहायता बढ़ाने, ईंधन के दामों में कटौती करने और नीट परीक्षा पर रोक लगाने सहित कई वादे किए हैं.
पार्टी का घोषणा-पत्र जारी करते हुए डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन ने कहा कि अगर उनका दल सत्ता में आता है तो स्नातक करने वाली पहली पीढ़ी को सरकारी नौकरी में प्राथमिकता दी जाएगी, निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने छोटे किसानों को सब्सिडी देने का भी वादा किया.
स्टालिन ने पार्टी मुख्यालय अन्ना अरिवालयम में आयोजित संवादाता सम्मेलन में कहा, ‘सरकारी स्कूलों एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को मुफ्त डाटा के साथ टैबलेट दिया जाएगा.’
उन्होंने कहा कि अगर डीएमके सत्ता में आती है तो पेट्रोल एवं डीजल पर लगे करों में कटौती कर क्रमश: पांच और चार रुपये की कमी की जाएगी. उन्होंने कहा कि एलपीजी सिलिंडर पर 100 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी.
स्टालिन ने कहा कि वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री जे जयललिता की मौत की परिस्थितियों की जांच के लिए गठित समिति (अरुमुगसामी समिति) की सिफारिशों को लागू करने के लिए कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि अगर डीएमके सत्ता में आई तो तमिलनाडु के उद्योगों में 75 प्रतिशत नौकरियां स्थानीय लोगों को देने के लिए कानून बनाया जाएगा.
डीएमके ने हिंदू मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए 1000 करोड़ रुपये और गिरजाघरों एवं मस्जिदों की मरम्मत के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित करने का वादा किया है.
तमिलनाडु: पनीरसेल्वम और 55 अन्य ने नामांकन पत्र दाखिल किया
तमिलनाडु के उप-मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम समेत 56 उम्मीदवारों ने शुक्रवार को तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए छह अप्रैल को होने वाले मतदान के वास्ते अपने नामांकन पत्र दाखिल किए. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, उम्मीदवारों में एक महिला प्रत्याशी हैं.
एआईएडीएमके समन्वयक पनीरसेल्वम ने मंदिर में दर्शन करने के बाद बोदिनायक्कनूर से नामांकन पत्र भरा, जहां से वह तीसरी बार चुनाव जीतने के लिए प्रयासरत हैं.
प्रदेश सरकार के मंत्रियों एमसी संपत (उद्योग) और सी. श्रीनिवासन (वन) ने कुड्डलूर और डिंडीगुल से नामांकन पत्र दाखिल किये.
हर चुनाव में किस्मत आजमाने के लिए मशहूर डॉ. के. पद्मराजन समेत कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया है.
तमिलनाडु: एएमएमके ने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की
एआईएडीएमके से निष्कासित नेता वीके शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण के नेतृत्व वाले अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम (एएमएमके) ने शुक्रवार को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 130 उम्मीदवारों की तीसरी सूची शुक्रवार को जारी की.
एएमएमके अब तक 195 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है.
एएमएमके के सहयोगियों में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम शामिल हैं और उन्हें क्रमशः छह और तीन सीटें आवंटित की गई हैं.
दिनाकरण ने शुक्रवार को 130 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों को जारी किया. पार्टी 65 नामों की घोषणा पहले ही कर चुकी है. पार्टी प्रमुख कोविलापट्टी से एआईएडीएमके के स्थानीय नेता और सूचना मंत्री कदम्बुर राजू के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
तमिलनाडु की सभी 234 विधानसभा सीटों के लिए छह अप्रैल को मतदान होगा.
तमिलनाडु: कमल हासन कोयम्बटूर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे
अभिनेता से नेता बने कमल हासन छह अप्रैल को होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में कोयम्बटूर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे.
मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) के अध्यक्ष ने शुक्रवार को अपनी पार्टी के 43 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करते हुए यह घोषणा की. इसमें वरिष्ठ नेता पाझा करुप्पैया और अभिनेत्री श्रीप्रिया के नाम भी शामिल हैं. पार्टी ने 70 उम्मीदवारों की पहली सूची बुधवार को जारी की थी.
पार्टी ने पुदुचेरी विधानसभा चुनाव के लिए 18 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की भी घोषणा की. पुदुचेरी की 30 सदस्यीय विधानसभा के लिए छह अप्रैल को मतदान होगा.
एमएनएम की स्थापना के तीन वर्षों के बाद 66 वर्षीय हासन चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था, जबकि उनकी पार्टी ने 37 सीटों पर लड़ते हुए 3.7 प्रतिशत वोट हासिल किए थे.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मेरे पिता का सपना था कि मैं एक आईएएस अधिकारी बनूं और फिर राजनीति में प्रवेश करूं. मैं उनके सपने (आईएएस अधिकारी बनने का) को पूरा नहीं कर सका, हालांकि मेरी पार्टी में कई (पूर्व) आईएएस अधिकारी शामिल हैं. यह हमारे लिए गर्व की बात है.’
पार्टी सहयोगी दलों के साथ आगामी चुनाव का सामना कर रही है. इन सहयोगी दलों में अभिनेता आर. सरथ कुमार के नेतृत्व वाले अखिल भारतीय समथुवा मक्कल काची (एआईएसएमके) और लोकसभा सांसद पारिवेंद्र की इंडिया जननायका काची (आइजेके) शामिल हैं.
एमएनएम 234 सीटों में से 154 पर चुनाव लड़ेंगी, जबकि शेष सीटों पर दो सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे. अभिनेत्री श्रीप्रिया भी पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही हैं और वह यहां मायलपुर सीट से चुनाव लड़ेंगी. एमएनएम के उपाध्यक्ष आर. महेंद्रन सिंगानल्लुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे.
पुदुचेरी: डीएमके 13 विधानसभा सीटों पर लड़ेगी, 12 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान
डीएमके ने शनिवार को पुदुचेरी की 13 विधानसभा सीटों की सूची जारी की जिन पर वह चुनाव लडे़गी. डीएमके ने इन सीटों के लिए 12 उम्मीदवारों का ऐलान भी किया है.
पुदुचेरी में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा.
पार्टी ने एक बयान जारी कर उरुलायनपेट्टयी, मुदलियारपेट्टई और राज भवन समेत 12 सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की. इसमें कहा गया है कि बागुर विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा बाद में की जाएगी.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)