पश्चिम बंगाल: पहले चरण के 191 प्रत्याशियों में से 25 फ़ीसदी के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले: एडीआर

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के एक संगठन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर राजनीतिक रैलियों में सुरक्षा प्रोटोकॉल के ग़ायब होने पर चिंता जताई. राहुल गांधी ने असम विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा-पत्र जारी करते हुए प्रत्येक गृहिणी को हर महीने 2,000 रुपये देने और सीएए निष्प्रभावी करने सहित ‘पांच गारंटी’ दी. असम में नरेंद्र मोदी ने कहा- कांग्रेस चाय को ख़त्म करने वालों का समर्थन कर रही है.

(फोटो: रॉयटर्स)

विधानसभा चुनाव राउंड-अप: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के एक संगठन ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर राजनीतिक रैलियों में सुरक्षा प्रोटोकॉल के ग़ायब होने पर चिंता जताई. राहुल गांधी ने असम विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का घोषणा-पत्र जारी करते हुए प्रत्येक गृहिणी को हर महीने 2,000 रुपये देने और सीएए निष्प्रभावी करने सहित ‘पांच गारंटी’ दी. असम में नरेंद्र मोदी ने कहा- कांग्रेस चाय को ख़त्म करने वालों का समर्थन कर रही है.

Kolkata: A shopkeeper displays T-shirts with portraits of politicians printed on them, ahead of the Lok Sabha polls, in Kolkata, Thursday, March 14, 2019. (PTI Photo/Swapan Mahapatra)(PTI3_14_2019_000108B)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में 27 मार्च को होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण में खड़े 191 उम्मीदवारों में से 48 प्रत्याशियों (25 प्रतिशत से कुछ अधिक) ने हलफनामों में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी दी है.

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) नामक संस्था की एक रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई.

रिपोर्ट के अनुसार, 96 (50 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता कक्षा पांच से 12वीं के बीच बताई है और 92 (48 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने खुद को स्नातक बताया है.

एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, तीन उम्मीदवार डिप्लोमा धारक हैं.

वेस्ट बंगाल इलेक्शन वॉच नामक संस्था और एडीआर ने पहले चरण का चुनाव लड़ रहे सभी 191 प्रत्याशियों के हलफनामे का विश्लेषण किया है.

रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 48 (25 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने विरुद्ध आपराधिक मामले होने की घोषणा की है, जबकि 42 (22 प्रतिशत) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि 191 उम्मीदवारों में से 19 (10) प्रतिशत करोड़पति हैं.

बड़ी पार्टियों में से माकपा के 18 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, जिनमें से 10 (56 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है.

इसी प्रकार भाजपा के 29 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया, जिनमें से 12 (41 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.

इसके अलावा जिन प्रत्याशियों का विश्लेषण किया गया, उनमें से तृणमूल कांग्रेस के 29 में से 10 (35 प्रतिशत), कांग्रेस के 6 में से 2 (33 प्रतिशत), एसयूआईसी (सी) के 28 में से 3 (11 प्रतिशत) और बसपा के 11 में से एक (नौ प्रतिशत) उम्मीदवार ने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की बात कबूल की है.

रिपोर्ट के अनुसार, इसी तरह जिन प्रत्याशियों का विश्लेषण किया गया, उनमें से माकपा के 18 में से नौ (50 प्रतिशत), भाजपा के 29 में से 11 (38 प्रतिशत), तृणमूल कांग्रेस के 29 में से 8 (28 प्रतिशत), कांग्रेस के छह में से एक (17 प्रतिशत), बसपा के 11 में एक (9 प्रतिशत) तथा एसयूआईसी (सी) के 28 में से दो (सात प्रतिशत) उम्मीदवारों ने हलफनामों में अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होना स्वीकार किया है.

उम्मीदवारों के वित्तीय स्थिति पर रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़ी पार्टियों में से जिन उम्मीदवारों का विश्लेषण किया गया उनमें से तृणमूल के 31 प्रतिशत, भाजपा के 14 प्रतिशत, माकपा के 11 प्रतिशत, कांग्रेस के 33 प्रतिशत और बसपा तथा एसयूआईसी (सी) के एक-एक उम्मीदवार ने एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति होने को घोषणा की है.

रिपोर्ट में कहा गया कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में खड़े प्रत्येक उम्मीदवार के पास औसतन 43.77 लाख रुपये की संपत्ति है.

शुक्र है कि ‘मीर जाफर’ टीएमसी से चले गए, हमारी पार्टी बच गई: ममता बनर्जी

खेजुरी: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्वी मेदिनीपुर के प्रभावशाली अधिकारी परिवार पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें इस बात का सुकून है कि आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ‘मीर जाफर’ (बागी) पार्टी से चले गए.

गौरतलब है कि जिले में मजबूत राजनीतिक पकड़ रखने वाले अधिकारी परिवार के अधिकतर सदस्य या तो भाजपा में शामिल हो गए हैं या फिर उन्होंने भगवा पार्टी में जाने की इच्छा जताई है.

टीएमसी के पूर्व विधायक शुभेंदु अधिकारी पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं और नंदीग्राम सीट से भाजपा उम्मीदवार हैं. बनर्जी इस बार नंदीग्राम से चुनाव लड़ रही हैं.

टीएमसी प्रमुख बनर्जी ने जिले के खेजुरी में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा को ‘सामंती जमींदारों की पार्टी’ बताया और आरोप लगाया कि भगवा पार्टी पूरे देश को बेचने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रही है.

बनर्जी ने कहा, ‘भगवान का शुक्र है कि मीर जाफर (बागी) (टीएमसी से) चले गए. अब जाकर मुझे सुकून मिला. इसने हमें (पार्टी को) बचा लिया. जब भी मैं नंदीग्राम, खेजुरी या कांठी आना चाहती थी तो वे मुझे रोक दिया करते थे. जैसे कि वे यहां के जमींदार हों. अब कोई मुझे यहां आने से नहीं रोक सकता.’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने रेलवे, बीएसएनएल और बैंकों को ‘बेचकर’ देश की आम जनता के लाखों-करोड़ों रुपये चुरा लिए. टीएमसी प्रमुख ने कहा, ‘भाजपा को नोटबंदी के धन, पीएम केयर्स फंड को लेकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.’

उन्होंने मतदाताओं से मतदान करते समय सावधान रहने और दो बार अच्छी तरह ईवीएम की जांच करने का आग्रह किया.

बनर्जी ने पार्टी का मशहूर नारा ‘खेला होबे’ (खेल जारी है) लगाते हुए भाजपा को देश की सत्ता से बाहर भगाने की अपील की. उन्होंने कहा, ‘खेल इस तरह से खेलिए कि भाजपा देश से बाहर हो जाए.’

भाजपा ने चुनाव आयोग से ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की

नई दिल्ली: भाजपा ने शुक्रवार को चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ उनके इस आरोप के लिए कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह चुनाव आयोग को प्रभावित कर सकते हैं.

(फोटो: द वायर)
(फोटो: द वायर)

भाजपा ने साथ ही बनर्जी पर यह भी आरोप लगाया कि वह शाह के खिलाफ ‘झूठे आरोप लगाने का अभियान चला रही हैं.’

भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और आयोग को बनर्जी द्वारा 16 मार्च को बांकुरा में एक रैली में दिए भाषण का एक हिस्सा प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने शाह पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘चुनाव आयोग को कौन चला रहा है, अमित शाह, क्या आप चुनाव आयोग को चला रहे हैं?’

भाजपा ने उल्लेख किया, बनर्जी ने आरोप लगाया था कि वह कोलकाता में बैठकर षड्यंत्र रच रहे थे.

भाजपा ने बनर्जी के भाषण की और जानकारी साझा करते हुए कहा, ‘उपर्युक्त उल्लेखित उदाहरण झूठे, तथ्यहीन, अपमानजनक आरोप के हैं और कानून के किसी आधार या तथ्य के लगाए गए हैं. अमित शाह और भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं की छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है. इसका उद्देश्य गलत सूचना फैलाना और इस तरह से मतदाताओं को गलत तरीके से प्रभावित करना है.’

भाजपा की ओर से कहा गया, ‘हम चुनाव आयोग से अनुरोध करते हैं कि वह ममता बनर्जी को आगे भाषण करने से से रोके. उनके वर्तमान और पूर्व के उनके उन व्यवहार के लिए उचित कानूनी कार्रवाई करे जो कि चुनाव आदर्श संहिता का उल्लंघन करके किया गया है, अन्यथा यह चुनावी माहौल को बिगाड़ सकता है.’

भाजपा के प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और देबश्री चौधरी के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव और अनिल बलूनी शामिल थे. प्रतिनिधिमंडल ने आगामी राज्य विधानसभा चुनावों में बूथों के अंदर पीठासीन और मतदान अधिकारियों के साथ केंद्रीय बलों की तैनाती की भी मांग की.

महिलाओं को कपड़े पहनते समय माहौल का ध्यान रखना चाहिए: टीएमसी विधायक

कोलकाता: अभिनेता से नेता बने तृणमूल के विधायक चिरंजीत चक्रवर्ती ने शुक्रवार को विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि महिलाओं को कपड़े पहनते समय अपने आसपास के माहौल का ध्यान रखना चाहिए.

चक्रवर्ती ने दावा किया कि उन्होंने किसी पर अपनी बात थोपने के लिए नहीं, बल्कि सुझाव के तौर पर यह बयान दिया.

हालांकि, विधायक के बयान पर आक्रोशित भाजपा ने कहा चक्रवर्ती का बयान अवांछनीय है और महिलाओं को अपने हिसाब से कपड़े पहनने का अधिकार है.

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बारासात निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे चक्रवर्ती ने पार्टी की एक बैठक से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए में यह बयान दिया.

रैलियों एवं मतदान केंद्रों में मास्क अनिवार्य हो: बंगाल के डॉक्टरों ने सीईसी से कहा

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के एक संयुक्त मंच ने शुक्रवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कोविड-19 के बढ़ते मामलों और राज्य में राजनीतिक रैलियों में सुरक्षा प्रोटोकॉल के ‘पूरी तरह से गायब’ होने पर चिंता जताई.

डॉक्टरों ने कोविड-19 अस्पतालों में बिस्तर के साथ ही राज्य में नि:शुल्क वेंटिलेटर की अनुपलब्धता का भी उल्लेख किया.

डॉ. हीरालाल कोनार और डॉ. पुण्यब्रत गुन ने ‘जॉइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स’ की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में कहा, ‘पिछले सात दिनों से पश्चिम बंगाल में कोविड-19 पीड़ितों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. कई रोगियों के शरीर में कोविड-19 के नए प्रकार पाए गए हैं.’

उन्होंने लिखा है, ‘यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि नियमित रूप से की जाने वाली जांच की संख्या पहले की तुलना में बहुत कम है.’

‘जॉइंट प्लेटफॉर्म ऑफ डॉक्टर्स’ में 30,000 से अधिक डॉक्टर हैं.

डॉक्टरों ने कहा, ‘कई रोगियों को अब एक बार फिर कोविड आईसीयू में भर्ती किया जा रहा है और बिस्तर और साथ ही नि:शुल्क वेंटिलेटर की कमी है. जहां दूसरी लहर की शुरुआत के बारे में निश्चितता के साथ कोई निष्कर्ष निकालना संभव नहीं है, यह प्रवृत्ति काफी चिंताजनक है.’

उन्होंने कहा, ‘राज्य में आगामी चुनावों के मद्देनजर सभी राजनीतिक दलों की रैलियों और बैठकों के आयोजन में सुरक्षा प्रोटोकॉल पूरी तरह से गायब हो गए हैं.’

उन्होंने चुनाव आयोग से यह सुनिश्चित करने को कहा कि चुनावी रैलियों और मतदान केंद्रों में मास्क लगाना अनिवार्य किया जाए.

असम: मोदी ने टूलकिट मामला उठाया, कहा- कांग्रेस चाय को खत्म करने वालों का समर्थन कर रही

पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: ट्विटर/BJP4India)
पश्चिम बंगाल के खड़गपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फोटो: ट्विटर/BJP4India)

चाबुआ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस खुलेआम उन ताकतों का समर्थन कर रही है, जो असम की चाय की पहचान और चाय उद्योग को समाप्त करना चाहती हैं.

ऊपरी असम के चाबुआ शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस राज्य के सबसे पुराने उद्योग के ‘गौरव एवं वैभव’ के साथ खिलवाड़ कर रही है. एक दिन पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यहां चाय बागान के श्रमिकों के साथ वार्ता की थी.

उन्होंने कहा कि हाल में एक ‘षड्यंत्र’ के तहत दुनिया भर में मशहूर असम की चाय और योग को बदनाम करने के लिए एक टूलकिट का इस्तेमाल किया गया.

उन्होंने कहा, ‘असम की चाय के खिलाफ षड्यंत्र रचा गया. आप सबने टूलकिट के बारे में सुना होगा. इसमें असम के चाय बागानों को खत्म करने की बात थी. कोई भी भारतीय इसकी अनुमति नहीं देगा.’

प्रधानमंत्री संभवत: स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के विवादास्पद टूलकिट का जिक्र कर रहे थे, जिसे थनबर्ग ने ट्वीट किया था और फिर इसे डिलीट कर दिया. इसमें लोगों को किसान आंदोलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम बताया गया था. उसमें कथित तौर पर एक बात यह भी थी कि ‘भारत की योग और चाय की छवि को खराब किया जाए.’

मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस ऐसी ताकतों का समर्थन कर रही है और ऐसा करते हुए भी वे यहां आकर चाय बागान के श्रमिकों से वोट मांगने की धृष्टता कर रहे हैं. वे इतना नीचे गिर गए हैं.’

उन्होंने कहा, ‘चायवाला से बेहतर चाय श्रमिकों की समस्याओं को कौन समझ सकता है.’ उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा, ‘जो लोग असम की ‘अस्मिता’ की बात करते हैं, उनके चेहरे बेनकाब हो गए हैं.’

कांग्रेस नफरत को खत्म कर असम में शांति लाएगी: राहुल गांधी

मरियानी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को भाजपा पर करारा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि वह असम की संस्कृति, भाषा, इतिहास और भाईचारे पर हमला कर रही है.

साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर नफरत को खत्म करने और शांति लाने का वादा किया.

राहुल ने जोरहाट जिले के मरियानी में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आम आदमी के लिए नहीं, बल्कि देश के सिर्फ 2-3 सबसे अमीर उद्योगपतियों के लिए काम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, ‘भाजपा असम की संस्कृति, भाषा, इतिहास और भाईचारे पर हमला कर रही है. हम आपकी और आपकी संस्कृति तथा अस्मिता की रक्षा करेंगे, नफरत खत्म करेंगे और शांति लाएंगे. यह आपका राज्य है और इसे नागपुर से नहीं संचालित किया जा सकता.’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘सरकार ने गुवाहाटी हवाई अड्डा का आधुनिकीकरण करने के लिए 2,000 करोड़ रुपये दिये थे. अब इसे आपकी जेब से निकाल लिया गया और इसे (गौतम) अडाणी को दे दिया गया. इस तरह से वह देश में हर चीज अपने दो-तीन सबसे अमीर कारोबारी मित्रों को दे रही है.’

वह मरियानी में कांग्रेस विधायक रूपज्योति कुरमी के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जहां पहले चरण के चुनाव के तहत 27 मार्च को मतदान होना है.

असम: कांग्रेस के घोषणा-पत्र में गृहणियों को 2,000 रुपये प्रति माह, मुफ्त बिजली का वादा

गुवाहाटी: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने असम विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपनी पार्टी का घोषणा-पत्र जारी करते हुए ‘पांच गारंटी’ दी . इनमें प्रत्येक गृहिणी को हर महीने 2,000 रुपये देने और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को निष्प्रभावी करने के लिए कानून लाना शामिल है.

असम के छाबुआ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी. (फोटो: ट्विटर/@MPAbdulKhaleque)
असम के छाबुआ में कांग्रेस नेता राहुल गांधी. (फोटो: ट्विटर/@MPAbdulKhaleque)

पार्टी का घोषणा-पत्र जारी करते हुए राहुल ने कहा कि उनकी पार्टी असम के विचार (आइडिया) की हिफाजत करेगी, जिस पर भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) हमले कर रही है.

कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में पांच लाख सरकारी नौकरियां देने और सभी को हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने का भी वादा किया है. इसके अलावा चाय बागान श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी बढ़ाकर 365 रुपये करने का भी वादा किया गया है.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, ‘यह हमारा वादा है. आप जानते हैं कि भाजपा और आरएसएस भारत तथा असम की विविधतापूर्ण संस्कृति पर हमले कर रहे हैं. हम इससे रक्षा करेंगे.’

कांग्रेस सबसे ज्यादा सांप्रदायिक पार्टी, भ्रष्टाचार का जन्म इसके गर्भ से हुआ: नरेंद्र सिंह तोमर

गुवाहाटी: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस भारत की सबसे ज्यादा सांप्रदायिक पार्टी है और भ्रष्टाचार ने इसके गर्भ से जन्म लिया है.

गुवाहाटी में संवाददाता सम्मेलन में तोमर ने कहा कि कांग्रेस ने असम, पश्चिम बंगाल और केरल में ‘सांप्रदायिक शक्तियों’ के साथ हाथ मिलाया है.

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा, ‘मैं आपको बता रहा हूं कि भारत में भ्रष्टाचार कांग्रेस के गर्भ से पैदा हुआ था और इस देश की मिट्टी में कांग्रेस से अधिक सांप्रदायिक कोई अन्य राजनीतिक पार्टी नहीं है.’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक तरफ पंथनिरपेक्षता की बात करती है और दूसरी तरफ लोगों को आपस में लड़वाती है.

तोमर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने कार्यकर्ताओं के विरोध करने के बावजूद पश्चिम बंगाल में एक सांप्रदायिक दल के साथ चुनावी गठबंधन किया है.

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में माकपा नीत वाम मोर्चा, कांग्रेस और हाल ही में बनी पार्टी इंडियन सेकुलर फ्रंट ने गठबंधन किया है.

तोमर ने कहा, ‘कांग्रेस ने (केरल में) मुस्लिम लीग के साथ भी गठबंधन किया है. असम में उसने (एआईयूडीएफ अध्यक्ष) बदरुद्दीन अजमल के साथ हाथ मिलाया है, जो सांप्रदायिकता का दूसरा नाम है.’

केरल: यूडीएफ का घोषणा-पत्र जारी, गरीबों के लिए पांच लाख मकान बनाने का वादा

तिरुवनंतपुरम: केरल में विपक्षी कांग्रेस की अगुवाई वाले यूडीएफ ने राज्य में छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार को अपना घोषण-पत्र ‘पीपुल्स मेनिफेस्टो’ जारी किया ,जिसमें सभी सफेद कार्ड धारकों को पांच किलोग्राम चावल नि:शुल्क देने और गरीबों के लिए पांच लाख मकान बनाने का वादा किया गया है.

(फोटो साभार: फेसबुक)
(फोटो साभार: फेसबुक)

यूडीएफ ने सबरीमला के भगवान अयप्पा मंदिर की परंपराओं की रक्षा के लिए एक विशेष कानून बनाने और राजस्थान की तर्ज पर शांति एवं सौहार्द विभाग बनाने का भी जनता से वादा किया है.

महिलाओं को लुभाने के लिए मोर्चे ने ऐसी माताओं को आयु सीमा में दो वर्ष की छूट देने का वादा किया है जो सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा देना चाहती हैं. इसके अलावा 40-60 वर्ष की गैर नौकरी पेशा घरेलू महिलाओं को दो हजार रुपये की मासिक पेंशन देने की भी बात घोषणा-पत्र में कही गई है.

घोषणा-पत्र समिति के अध्यक्ष बेनी बेहानन ने कहा कि कोविड-19 से प्रभावित लोगों को नि:शुल्क खाद्य पैकेट आदि सुविधाएं देने की भी बात इसमें कही गई है.

वहीं सत्तारूढ़ एलडीएफ ने भी गैर नौकरीपेशा घरेलू महिलाओं को पेंशन देने का वादा किया है, साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 1600 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये किया है.

केरल: भाजपा ने माकपा कार्यकर्ताओं पर उसके प्रत्याशी पर हमला करने का आरोप लगाया

अलप्पुझा (केरल): भाजपा ने आरोप लगाया है कि केरल के अम्बलप्पुझा सीट से उसके प्रत्याशी अनूप एंटनी पर माकपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमला किया है. हालांकि वाम दल ने इन आरोपों से इनकार किया है.

भाजपा का आरोप है कि एंटनी पर हमले की घटना शाम को शहर के मुल्लाकल इलाके में तब हुई जब वह चुनाव प्रचार कर रहे थे.

पार्टी के मुताबिक एंटनी को अलप्पुझा के जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

माकपा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसका कोई भी कार्यकर्ता इस घटना में शामिल नहीं है.

पुलिस के मुताबिक कि कुछ अज्ञात लोगों ने एंटनी की कार के बोनट पर हमला किया लेकिन उनके साथ मारपीट नहीं की गई.

तमिलनाडु: नामांकन दाखिल करने की समय सीमा समाप्त

चेन्नई: तमिलनाडु में छह अप्रैल को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की समय सीमा शुक्रवार शाम समाप्त हो गई.

मुख्य चुनाव अधिकारी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में 234 सीटों पर कुल 6,357 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया. इनमें 5,398 पुरुष, 956 महिला और तीन ट्रांसजेंडर उम्मीदवार हैं.

प्रमुख उम्मीदवारों में एआईएडीएमके से मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी, उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम, जबकि द्रमुक से पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन शामिल हैं. वहीं, मक्कल निधि मैयम प्रमुख कमल हासन भी चुनाव मैदान में उतरे हैं.

भाजपा प्रदेश प्रमुख एल मुरूगन, अभिनेत्री से नेता बनीं खुशबू सुंदर ने भी नामांकन दाखिल किया है.

इस चुनाव में भाजपा और पीएमके एआईएडीएमके की मुख्य सहयोगी है, जबकि द्रमुक के सहयोगियों में कांग्रेस, माकपा और भाकपा तथा वीसीके शामिल हैं.

कन्याकुमारी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भी नामांकन दाखिल किया गया है. वहां भी छह अप्रैल को चुनाव होंगे. करीब 19 नामांकन दाखिल किए गए हैं.

नामांकन पत्रों की जांच 20 मार्च को होगी और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 22 मार्च है.

तमिलनाडु: एआईएडीएमके ने असंतुष्ट विधायक तथा पूर्व मंत्री को निष्कासित किया

चेन्नई: तमिलनाडु में सत्तारूढ़ एआईएडीएमके ने पेरुनदुरई से विधायक तथा पूर्व मंत्री ‘थोप्पु’ एनडी वेंकटचलम को छह अप्रैल को होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं दिए जाने के बावजूद नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए शुक्रवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया.

एआईएडीएमके के दो शीर्ष नेताओं ओ. पनीरसेल्वम तथा के. पलानीस्वामी ने वेंकटचलम के निष्कासन की घोषणा की. वह सत्तारूढ़ दल के दूसरे विधायक हैं, जिन्हें ऐसी ही गतिविधियों के लिए निष्कासित किया गया है.

एनडी वेंकटचमलम. (फोटो: फेसबुक)
एनडी वेंकटचमलम. (फोटो: फेसबुक)

वेंकटचलम ने टिकट नहीं मिलने के बाद बृहस्पतिवार को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर इरोड जिले की पेरुनदुरई सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया था.

पार्टी ने इससे पहले सत्तूर सीट से विधायक एमएसआर राजा वर्मन को 11 मार्च को पार्टी से निष्कासित कर दिया था, जो टिकट नहीं मिलने के कारण टीटीवी दिनाकरण की पार्टी एएमएमके में शामिल हो गए थे.

पुदुचेरी: दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे एआईएनआरसी संस्थापक एन. रंगासामी

पुदुचेरी: पुदुचेरी विधानसभा के लिए छह अप्रैल को होने वाले चुनाव में एआईएनआरसी के संस्थापक नेता एन. रंगासामी दो सीटों पर लड़ेंगे.

इसके अलावा पार्टी ने शुक्रवार को चार पूर्व मंत्रियों तथा पांच नए चेहरों समेत 16 उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया.

पूर्व मुख्यमंत्री रंगासामी पुदुचेरी में थट्टनचावड़ी और यनम से चुनाव लड़ेंगे.

रंगासामी ने नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन शुक्रवार को मीडिया को यह सूची जारी की.

एआईएनआरसी, राजग गठबंधन का नेतृत्व कर रही है, जिसमें भाजपा और एआईएडीएमके भी शामिल हैं.

भाजपा नौ और एआईएडीएमके पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)