बसपा महासचिव सतीश चंद मिश्रा ने कहा, ‘बीएसपी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है.’
बसपा के नाम से बने एक फर्जी ट्विटर अकाउंट से रविवार को विपक्षी एकजुटता को दिखाने की कवायद से एक पोस्टर जारी किया गया था. इसमें बसपा सुप्रीमों मायावती, सपा नेता अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जदयू के बागी नेता शरद यादव, राजद के लालू यादव और तेजस्वी यादव दिखाई देते हैं.
There is no official Twitter a/c of BSP. Poster (with Mayawati, Akhilesh, Sonia asking for opp unity) wasn’t released by BSP: Satish Mishra pic.twitter.com/qp2jeWkXtC
— ANI UP (@ANINewsUP) August 21, 2017
हालांकि इस अकाउंट को ट्विटर द्वारा आधिकारिक रूप से वेरीफाई भी किया गया था लेकिन अब बीएसपी महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने आधिकारिक बयान जारी कर इस पोस्टर को फर्जी बताया है. इसके साथ ही मिश्रा ने स्पष्ट किया है कि बीएसपी का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है. सतीश चंद मिश्रा ने बयान जारी कर कहा, ‘बीएसपी का कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है. बीएसपी के ट्विटर हैंडल के नाम से पोस्टर जारी करने का प्रश्न ही नहीं उठता है.’
द हिंदू के मुताबिक, बसपा प्रमुख मायावती ने वक्तव्य जारी कर इस पोस्टर को ‘झूठा प्रचार और गलत’ बताया. उन्होंने जोर देकर कहा कि बसपा को कोई आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है. चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रही मायावती का कहना है कि बसपा हमेशा मीडिया और आम लोगों को अपने पक्ष की जानकारी देने के लिए हिंदी में प्रेस नोट जारी करती है. ट्विटर के जरिए बयान जारी नहीं किए जाते हैं.
मायावती ने आगे कहा है कि बसपा की नीतियां और सिद्धांत ‘सर्वजन सुखाय और सर्वजन हिताय’ पर बने हैं और उनकी पार्टी इसी लक्ष्य को हासिल करने में लगी है जबकि फर्जी ट्विटर अकाउंट द्वारा जारी पोस्टर में ‘बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय’ लिखा गया है जो गलत है.
इस ट्वीट को तेजस्वी यादव जैसे राजद नेताओं ने रिट्वीट भी किया था. इसमें लिखा गया था कि ‘सामाजिक न्याय के समर्थन में विपक्ष एक हो.’ हालांकि जब मीडिया में इस पोस्टर की चर्चा शुरू हुई तो इसे हटा लिया गया और इस अकाउंट के बायो को अपडेट कर दिया गया. इसमें लिखा गया कि यह बसपा का अाधिकारिक अकाउंट नहीं है बल्कि यह बसपा की विचारधारा का समर्थन करने वाले लोगों द्वारा चलाया जाता है.
यह पोस्टर बिहार की राजधानी पटना में आरजेडी की ओर से 27 अगस्त को बुलाई गई गैर एनडीए दलों की रैली से एक सप्ताह पहले जारी किया गया है. लालू प्रसाद यादव ने 27 अगस्त को पटना में ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ रैली आयोजित की है. इसमें देश के गैर-एनडीए दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. रैली में अखिलेश यादव शामिल होने वाले हैं. हालांकि मायावती और बसपा ने इस रैली में शामिल होने पर कोई जवाब नहीं दिया है.