गुजरात: भाजपा कार्यकर्ताओं की पिटाई करने के आरोप के बाद पुलिस अधिकारी का तबादला

भाजपा ने दावा किया है कि अमरेली में पार्टी प्रमुख सीआर पाटिल से संबंधित एक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे उनके कार्यकर्ताओं को सहायक पुलिस आयुक्त (एएसपी) अभय सोनी द्वारा पीटा गया. वहीं सोनी का कहना है कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से सिर्फ़ वहां से जाने के लिए कहा था, क्योंकि रात बहुत ज़्यादा हो गई थी.

(प्रतीकात्मक फोटो: एएनआई)

भाजपा ने दावा किया है कि अमरेली में पार्टी प्रमुख सीआर पाटिल से संबंधित एक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे उनके कार्यकर्ताओं को सहायक पुलिस आयुक्त (एएसपी) अभय सोनी द्वारा पीटा गया. वहीं सोनी का कहना है कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से सिर्फ़ वहां से जाने के लिए कहा था, क्योंकि रात बहुत ज़्यादा हो गई थी.

(प्रतीकात्मक फोटो: एएनआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: एएनआई)

अमरेली: गुजरात सरकार ने रविवार को आईपीएस अधिकारी अभय सोनी का अमरेली जिले से गांधीनगर तबादला कर दिया.

स्थानीय भाजपा ने दावा किया है कि अमरेली में पार्टी प्रमुख सीआर पाटिल से संबंधित एक कार्यक्रम की तैयारी कर रहे उनके कार्यकर्ताओं को सहायक पुलिस आयुक्त (एएसपी) अभय सोनी द्वारा पीटा गया. वहीं सोनी ने कहा कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से सिर्फ वहां से जाने के लिए कहा था, क्योंकि रात बहुत ज्यादा हो गई थी.

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, राज्य के गृह विभाग ने सोनी के तबादले का आदेश जारी किया. उन्हें अमरेली से गांधीनगर में एसआरपी के बटालियन क्वार्टर मास्टर के तौर पर भेजा गया है.

भाजपा के एक वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद ने आरोप लगाया कि अमरेली में शनिवार रात जब पार्टी कार्यकर्ता टीकाकरण शिविर का आयोजन करने की तैयारी कर रहे थे, उसी दौरान अभय सोनी आए और कुछ कार्यकर्ताओं को पीटा.

यह शिविर रविवार को आयोजित होने वाला था. उन्होंने कहा, ‘इस घटना के बाद हमारे दो कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया.’

वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि स्थानीय भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार से सोनी के तबादले का अनुरोध किया था.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक स्थानीय भाजपा नेता दिलीप संघानी ने कहा, ‘सीनियर सिटीजन पार्क में एक टीकाकरण शिविर चलाना था. सरकार, गैर-सरकारी संगठनों और सहकारी क्षेत्र ने मिलकर रविवार को शिविर के लिए इसे तैयार कर रहे थे. चूंकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल को शिविर का दौरा करना था, इसलिए उनके लिए एक शामियाना लगाना, बैठने की व्यवस्था करना आदि आवश्यक था. हमारे कार्यकर्ता ऐसा कर रहे थे, जब एएसपी आए और बिना किसी चेतावनी के उन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं की पिटाई शुरू कर दी.’

संघानी ने कहा, ‘मैंने मुख्यमंत्री, पार्टी प्रमुख सीआर पाटिल और महानिरीक्षक (भावनगर रेंज) को फोन किया. बाद में सरकार को टीकाकरण में तेजी लाने की कोशिश करते हुए ई-मेल भेजा. पुलिस अधिकारी लोगों को काम करने से रोक रहे थे. मैं मुख्यमंत्री का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने कुछ ही समय में एएसपी का स्थानांतरण सुनिश्चित किया.’

वहीं, अभय सोनी ने इनकार किया कि उन्होंने किसी को भी थप्पड़ मारा था. उन्होंने कहा, ‘हमने उन्हें जाने के लिए कहा था क्योंकि रात के 11 बजे थे, लेकिन उन्होंने सहयोग नहीं किया. इस दौरान हमारे बीच बहस हुई और कुछ धक्का-मुक्की हुई थी. हमने उन्हें हमारे साथ आने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.’

2017 बैच के आईपीएस अधिकारी सोनी से यह पूछे जाने पर कि क्या घटना के कारण उनका स्थानांतरण किया गया है? उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता. मैं सिर्फ आदेशों का पालन करूंगा.’

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)