प्रधानमंत्री ने ‘टीका उत्सव’ का आह्वान किया है पर राज्यों में टीका ही उपलब्ध नहीं है: अशोक गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना टीकाकरण में कोई राजनीति नहीं है, पर तथ्यों से स्पष्ट कि अनेक राज्यों में टीके की कमी है. गहलोत ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में टीके की और 30 लाख खुराक उपलब्ध करवाने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में टीके का मौजूदा भंडार अगले दो दिन में ख़त्म हो जाएगा.

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अशोक गहलोत. (फोटो साभार: फेसबुक/@AshokGehlot.Rajasthan)

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना टीकाकरण में कोई राजनीति नहीं है, पर तथ्यों से स्पष्ट कि अनेक राज्यों में टीके की कमी है. गहलोत ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में टीके की और 30 लाख खुराक उपलब्ध करवाने की मांग करते हुए कहा कि राज्य में टीके का मौजूदा भंडार अगले दो दिन में ख़त्म हो जाएगा.

अशोक गहलोत. (फोटो साभार: फेसबुक/@AshokGehlot.Rajasthan)
अशोक गहलोत. (फोटो साभार: फेसबुक/@AshokGehlot.Rajasthan)

जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण में कोई राजनीति नहीं है, हालांकि तथ्यों से स्पष्ट कि अनेक राज्यों में टीके की कमी है.

गहलोत ने यहां जारी एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले जयंती से 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती तक ‘टीका उत्सव’ मनाने का आह्वान किया है लेकिन राज्यों में टीका ही उपलब्ध नहीं है. ऐसे में टीका उत्सव कैसे मनाया जा सकता है?

गहलोत ने कहा,’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह व केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद द्वारा राज्यों में टीकों की कमी न होने के संबंध में दिया गया बयान तथ्यात्मक रूप से पूर्णत: गलत है.’

आंकड़ों व कुछ मीडिया रपटों का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा है कि कई राज्यों से आज टीकाकरण केंद्रों पर टीके उपलब्ध न होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को स्पष्ट तौर पर टीके की कमी होने की बात सार्वजनिक तौर पर कहनी चाहिए.

एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा, ‘6 अप्रैल तक केंद्र सरकार से राजस्थान को 1,07,40,860 कोविड वैक्सीन डोज प्राप्त हुईं. इनमें से 2,15,180 वैक्सीन सेना को उपलब्ध करवाई गईं हैं. 8 अप्रैल तक 91,55,370 डोजे लगा दी गई हैं. करीब 4,34,888 डोजे खराब हुईं जो केंद्र सरकार द्वारा अनुमत सीमा 10% के आधे से भी कम है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘9 अप्रैल की सुबह प्रदेश में करीब 9.70 लाख वैक्सीन डोजे शेष थीं. प्रदेश में 8 अप्रैल 4.65 लाख, 7 अप्रैल को 5.81 लाख, 6 अप्रैल को 4.8 लाख एवं 5 अप्रैल को 5.4 लाख वैक्सीन डोजे लगाई गईं. 9 अप्रैल की सुबह प्रदेश में करीब 9.70 लाख वैक्सीन डोजे शेष थीं. प्रतिदिन करीब 5.18 लाख वैक्सीन औसतन राजस्थान में लगाई जा रही हैं. आज का वैक्सीनेशन का कार्य पूरा होने के बाद प्रदेश में करीब 5 लाख वैक्सीन डोजेज ही बची हैं जो आगे वैक्सीनेशन के लिए अपर्याप्त हैं.  केंद्र सरकार ने वैक्सीन की 3.83 लाख डोजेज की अगली खेप 12 अप्रैल को आना प्रस्तावित है. इस कारण राजस्थान में कल कई जिलों में वैक्सीनेशन का कार्य बंद करना पड़ेगा. 3.83 लाख डोजेज से भी एक दिन से अधिक वैक्सीनेशन नहीं किया जा सकेगा.’

उन्होंने कहा, ‘टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 8 अप्रैल को आंध्र प्रदेश में 1.2 दिन, बिहार में 1.6 दिन, उत्तर प्रदेश में 2.5 दिन, उत्तराखंड में 2.9 दिन, उडीसा में 3.2 दिन, मध्य प्रदेश में 3.5 दिन और महाराष्ट्र में 3.8 दिन की डोजेज ही शेष थी. कई राज्यों से आज वैक्सीनेशन केंद्रों पर वैक्सीन उपलब्ध न होने की तस्वीरें भी सामने आई हैं. ऐसे में केंद्र सरकार को स्पष्ट तौर पर वैक्सीन की कमी होने की बात सार्वजनिक तौर पर कहनी चाहिए.’

उल्लेखनीय है कि गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोरोना वायरस प्रतिरक्षण टीकाकरण के लिए राजस्थान को 30 लाख और खुराक उपलब्ध कराने की मांग की है.

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की स्थिति व टीकाकरण को लेकर शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस की थी. इसके बाद गहलोत ने प्रधानमंत्री को यह पत्र लिखा है.

पत्र में कहा गया है, ‘राजस्थान में टीके का मौजूदा भंडार अगले दो दिन में खत्म हो जाएगा. इसलिए आग्रह है कि टीके की कम से कम और 30 लाख खुराक उपलब्ध करवाई जाएं ताकि टीकाकरण को लेकर हमारी गति बनी रहे और ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगों को टीका लगे.’

इसके साथ ही गहलोत ने आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार कोरोना को नियंत्रण में करने के अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं रखेगी.

(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)